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Srijan-Samvad हिंदी काव्यलोचन क व्यावहारिक संदर्भ’ पुस्तक की भूमिका।

‘हिंदी काव्यलोचन क व्यावहारिक संदर्भ’ पुस्तक की भूमिका   प्रस्तुत पुस्तक के अधिकतर आलेख गत दस-बारह वर्षों की कालावधि में विभिन्न शोध-पत्रिकाओं तथा पुस्तकों में प्रकाशनार्थ लिखे गये हैं। कुल बाईस आलेखों में मात्र दो – 'मात्रिक छन्द तथा हिन्दी काव्य' एवं 'रहीम के काव्य-वाङ्मय में लोकतत्त्व' अद्यावधि अप्रकाशित हैं। प्रायः सारे आलेख अनुप्रयुक्त, अर्थात् व्यावहारिक आलोचना के उदाहरण बन पड़े हैं। अलग-अलग संदर्भ में लिखित इन आलेखों का व्याप्ति-क्षेत्र छन्द से लेकर आलोचना तक है तो प्राचीन कवि स्वयंभू से लेकर आधुनिक कवि हीरा प्रसाद हरेन्द्र तक। इनमें से कुछ आलेख सम्मानित व पुरस्कृत भी हुए हैं। संकलन के प्रथम आलेख में मात्रिक छन्द के क्रमिक विकास के साथ-साथ उसके स्वरूप, महत्त्व तथा हिन्दी कवियों में लोकप्रियता के विविध कारणों पर विचार किया गया है। दूसरी प्रस्तुति का नाम है 'पाठकवादी आलो...
BNMU विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर सम्मानित किए गए 20 हिंदीसेवी।
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BNMU विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर सम्मानित किए गए 20 हिंदीसेवी।

विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर सम्मानित किए गए 20 हिंदीसेवी ----- पटना, 10 जनवरी। इस समय संसार में सबसे तीव्र गति से विस्तृत हो रही भाषा का नाम 'हिन्दी' है। आधुनिक हिन्दी जो संसार की सबसे नवीनतम भाषा है, आज संख्या की दृष्टि से विश्व की दूसरी भाषा बन चुकी है। विश्व के १५० से अधिक देशों के २०० से अधिक विश्वविद्यालयों में इसकी पढ़ाई हो रही है। सबा अरब से अधिक लोग हिन्दी पढ़, बोल और लिख सकते हैं। यदि यह चीन की 'मंदारिन' की भाँति, भारत की 'राष्ट्रभाषा' बना दी गयी होती तो आज, संख्या की दृष्टि से बोली जानेवाली यह विश्व की सबसे बड़ी भाषा होती। यह बातें बुधवार को, विश्व हिन्दी दिवस पर, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में आयोजित समारोह की अध्यक्षता करते हुए, सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने कही। डा सुलभ ने कहा कि हिन्दी एक विशुद्ध वैज्ञानिक और सरस भाषा है। यह अपनी वैज्ञानिकता, माधुर्य और बाज़ार की म...
Hindi विश्व हिंदी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं।
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Hindi विश्व हिंदी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं।

विश्व हिंदी दिवस ------- प्रस्ताव-६ : सातवां विश्व हिन्दी सम्मेलन यह प्रस्ताव करता है कि किसी एक विषय की ओर संपूर्ण विश्व का ध्यान समान रूप से आकृष्ट करने के लिए जिस प्रकार 'विश्व बाल दिवस', 'विश्व महिला दिवस', 'विश्व साक्षरता दिवस', 'विश्व नाट्य दिवस' आदि मनाए जाते हैं, उसों प्रकार सम्पूर्ण विश्व का ध्यान हिन्दी की ओर आकृष्ट करने के लिए एक 'विश्व हिन्दी दिवस' का निर्धारण किया जाए। चूंकि विश्व भाषा की ओर अग्रसर हिन्दी के प्रसार विस्तार के लिए प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था। अतः उस ऐतिहासिक तिथि, अर्थात 10 जनवरी को ही हम विश्व हिन्दी दिवस की तिथि के रूप में स्वीकार करें और प्रतिवर्ष 10 जनवरी को सम्पूर्ण विश्व हिन्दी दिवस आयोजित किया जाए। 'विश्व हिन्दी सम्मेलन' का आयोजन चूकि भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के सहयोग से ही होता है। अत: विश्व हिन्...
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विश्व हिंदी दिवस पर संगोष्ठी एवं काव्यपाठ का आयोजन।

BNMU 10 जनवरी, 2024 (बुधवार) को विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के विश्वविद्यालय हिंदी विभाग में विभागाध्यक्ष प्रो. उषा सिन्हा की अध्यक्षता में संगोष्ठी एवं काव्यपाठ का आयोजन किया गया।
Bihar प्रो. के. पी. यादव को हिंदी रत्न सम्मान
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Bihar प्रो. के. पी. यादव को हिंदी रत्न सम्मान

के. पी. यादव सम्मानित ------ विश्व हिंदी दिवस की अवसर पर बिहार के विशिष्ट साहित्यकारों को हिंदी रखो सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष अनिल सुलभ एवं पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय कुमार के द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर बिहार के कोने-कोने से आए हिंदीसेवी एवं प्रख्यात साहित्यकारों ने अपने काव्य पाठ से विश्व हिंदी दिवस की प्रासंगिकता को सिद्ध किया। कोसी के लाल एवं पूर्व प्रधानाचार्य टी. पी. कॉलेज मधेपुरा प्रोफेसर डॉ. के. पी. यादव को प्रतिष्ठित हिंदी रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। इससे संपूर्ण कोसी-सीमांचल एवं मिथिलांचल में हर्ष व्याप्त है। मालूम हो कि डॉ. यादव अनवर साहित्य साधना में मन वचन एवं कम से संलग्न हैं। विभिन्न प्रशासनिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए भी उन्होंने कभी भी सरस्वती की आराधना नहीं छोड़ी। मालूम हो क...
Book ‘हिंदी काव्यलोचन के व्यावहारिक संदर्भ’ पुस्तक प्रकाशित
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Book ‘हिंदी काव्यलोचन के व्यावहारिक संदर्भ’ पुस्तक प्रकाशित

'हिंदी काव्यालोचना का व्यावहारिक पक्ष 'हिंदी काव्यलोचन क व्यावहारिक संदर्भ' पुस्तक प्रकाशित ---------- नववर्ष (2024) के प्रथम सप्ताह में गुरुवर प्रोफेसर डॉ. बहादुर मिश्र की पुस्तक 'हिंदी काव्यलोचना का व्यावहारिक पक्ष 'हिंदी काव्यालोचन क व्यावहारिक संदर्भ' के प्रकाशन की सूचना मिली है। इसके लिए गुरुवर को बहुत-बहुत बधाई। मुझे आशा ही नहीं, वरन् पूर्ण विश्वास है कि यह पुस्तक हिन्दी भाषा एवं साहित्य के क्षेत्र में एक नया प्रतिमान स्थापित करेगी और इसे पाठकों एवं समीक्षकों का भरपूर स्नेह मिलेगा। आगे बीएनएययू संवाद में पुस्तक का एक विस्तृत परिचय (समीक्षा) भी प्रकाशित की जाएगी। -सुधांशु शेखर, संपादक...
MGAHV हिंदी विश्वविद्यालय का 27वां स्थापना दिवस समारोह
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MGAHV हिंदी विश्वविद्यालय का 27वां स्थापना दिवस समारोह

हिंदी विश्वविद्यालय का 27वां स्थापना दिवस समारोह हिंदी के सम्‍यक् विकास के साथ आगे बढ़ रहा है विश्‍वविद्यालय : डॉ. भीमराय मेत्री महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में 27वां स्‍थापनोत्‍सव सोमवार, 8 जनवरी को धूमधाम से मनाया गया। टैगोर सांस्कृतिक संकुल के निराला प्रेक्षागृह में आयोजित स्‍थापनोत्‍सव कार्यक्रम की अध्‍यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. भीमराय मेत्री ने कहा कि हिंदी भाषा और साहित्‍य की उन्‍नति के साथ ज्ञान के विभिन्‍न अनुशासनों में अध्‍ययन, अनुसंधान और प्रशिक्षण के लिए एक समर्थ माध्‍यम के रूप में हिंदी के सम्‍यक् विकास के प्रधान लक्ष्‍य के साथ स्‍थापित इस विश्‍वविद्यालय ने विगत 27 वर्षों की यात्रा में अनेकों उपलब्धियां अर्जित की हैं। आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए विद्यार्थियों को जीवंत शैक्षणिक और सांस्‍कृतिक वातावरण उपलब्‍ध कराकर उनमें सृजनात्‍मक प्रवृत्तियों का ...
MGAHV हिंदी विश्वविद्यालय का 27 वां स्थापना दिवस 8 नवंबर, 2024 को
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MGAHV हिंदी विश्वविद्यालय का 27 वां स्थापना दिवस 8 नवंबर, 2024 को

हिंदी विश्वविद्यालय का 27 वां स्थापना दिवस 8 नवंबर, 2024 को हिंदी विश्वविद्यालय का 27 वां स्थापना दिवस समारोह सोमवार को   महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय का 27 वां स्थापना दिवस समारोह सोमवार को कुलपति डॉ. भीमराय मेत्री की अध्यक्षता में टैगोर सांस्कृतिक संकुल के निराला प्रेक्षागृह में पूर्वाह्न 10:30 बजे आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं कुलगीत से किया जाएगा। विश्वविद्यालय के एक वर्ष का प्रगति प्रतिवेदन अनुवाद एवं निर्वचन विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. कृष्ण कुमार सिंह प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गयी विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके पहले गांधी हिल पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा तथा समता भवन प्रा...