Tag: सुधांशु

Vivekanand स्वामी विवेकानंद जयंती पर विशेष….। मेरे जीवन में विवेकानंद की प्रेरणा…। सुधांशु शेखर
SRIJAN.AALEKH

Vivekanand स्वामी विवेकानंद जयंती पर विशेष….। मेरे जीवन में विवेकानंद की प्रेरणा…। सुधांशु शेखर

स्वामी विवेकानंद जयंती पर विशेष....                      ----                                                                      स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। मुझे भी बचपन से ही स्वामी विवेकानंद के प्रति एक अतिरिक्त आकर्षण रहा है। बचपन से ही विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं में उनके बारे में कुछ-ना-कुछ पढ़ने को मिलता रहा। मैट्रिक परीक्षा के बाद जब मैं कुछ दिनों के लिए पटना में रहता था, तो पटना से वापस घर लौटने के क्रम में अक्सर कोई-ना-कोई किताबें खरीदता था। इन किताबों में विवेकानंद की किताबें भी होती थीं। मैंने टी. एन. बी. कॉलेज, भागलपुर में स्नातक (दर्शनशास्त्र) की पढ़ाई के दौरान 'कदम्बिनी क्लब', लालकोठी का गठन किया था। इस 'क्लब' में हम विवेकानंद सहित अन्य महापुरुषों की जयंतियाँ मानते थे। मैं विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा युवा दिवस पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भी भाग लेता...
BNMU। सुधांशु का सफर (फ्राॅम माधवपुर टू मधेपुरा)
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BNMU। सुधांशु का सफर (फ्राॅम माधवपुर टू मधेपुरा)

-------------------------सुधांशु का सफर------------------- ------------------(फ्राॅम माधवपुर टू मधेपुरा)------------------ मेरे अभिन्न मित्र राहुल कुमार, संवाददाता, दैनिक जागरण, बांका ने आज मेरे बारे में लिखकर मुझे झकझोर दिया। ऐसे में मैं अपनी कुछ बातें शेयर करने को मजबूर हो गया हूँ। यह सब मैंने अपने उन छोटे भाईयों एवं बहनों के लिए लिखा है, जो किसी कारणवश ज्यादा अंक नहीं ला पाए हैं। यदि उन्हें थोङी भी प्रेरणा मिले, तो मैं अपने प्रयास को सफल मानूंगा। ------------------------माधवपुर की मिट्टी------------------- सुधांशु शेखर का जन्म खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत अपने ननिहाल माधवपुर गाँव में हुआ। इनके नाना जी राम नारायण सिंह एक स्वतंत्रता सेनानी किसान और नानी सिया देवी एक घरेलू धार्मिक महिला थी। इनका पूरा व्यक्तित्व माधवपुर की मिट्टी से ही बना है। ---------------------शुर...
BNMU। हीरा की महत्ता…। सुधांशु शेखर। मधेपुरा
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BNMU। हीरा की महत्ता…। सुधांशु शेखर। मधेपुरा

हीरा की महत्ता... ======= बिहार लोक सेवा आयोग, पटना द्वारा असिस्टेंट प्रोफ़ेसर (दर्शनशास्त्र) का परीक्षाफल दिसंबर 2016 में प्रकाशित किया गया और मैं भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के लिए चयनित हुआ। यह सूचना मिलने पर मेरे एक परिचित प्राध्यापक ने मुझसे कहा कि जब मैं मधेपुरा जाऊँ, तो मैं सामान्य शाखा के प्रशाखा पदाधिकारी हेमंत कुमार उर्फ हेमंत हीरा से अवश्य मिलूँ; क्योंकि उनके शब्दों में, "हीरा के पास विश्वविद्यालय की सभी समस्याओं का समाधान है।" मैंने इस विश्वविद्यालय में अपने तीन वर्ष 9 माह के कार्यकाल में इस बात को बड़ी सिद्दत से महसूस किया। उन्हें नियमों-परिनियमों की काफी जानकारी थी और उन्हें तथ्यों एवं परिस्थितियों को अपने मनोनुकूल बनाने में महारथ था। खास बात यह कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाती थी, उसे वे बखूबी निभाते थे। हीरा बाबू शुरू से ही मुझे अपना छोटा भाई मानत...
BNMU। पीआरओ की पीड़ा/ डॉ. सुधांशु शेखर
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BNMU। पीआरओ की पीड़ा/ डॉ. सुधांशु शेखर

पीआरओ की पीड़ा =================== ---------------------------------------------- मैं मूलतः एक पत्रकार हूँ। मैंने स्नातक के अध्ययन के दौरान ही 'प्रभात खबर', भागलपुर से सक्रिय पत्रकारिता की शुरूआत की थी और उन्हीं दिनों मैं कई सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संगठनों में भी सक्रिय था। उन दिनों पत्रकारिता की पृष्ठभूमि से आने के कारण मुझे विभिन्न संगठनों द्वारा कार्यक्रमों की विज्ञप्ति लिखने का भार दे दिया जाता था। कई संगठनों ने मुझे घोषित एवं अघोषित रूप से अपना अवैतनिक मीडिया प्रभारी बना लिया था। उन दिनों हम हाथ से सादे कागज पर लिखकर 'प्रेस-विज्ञप्ति' भेजते थे और पत्रकारिता की पृष्ठभूमि के साथ-साथ मेरी थोड़ी अच्छी हेंडराइटिंग भी मेरे लिए 'सजा' हो गई थी। अदावतें मुश्किल से मरती हैं... ----------------------------- इधर, बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर बनने के ...
Independence Day स्वतंत्रता दिवस : संस्मरण/ सुधांशु शेखर
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Independence Day स्वतंत्रता दिवस : संस्मरण/ सुधांशु शेखर

स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ ------- आज स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर मैं अपनी ओर से और बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा परिवार की ओर से आप सबों को बधाई एवं शुभकामनाएँ देता हूँ। साथ ही अपने कुछ संस्मरण 'शेयर' कर रहा हूँ। ------- स्वतंत्रता सेनानी नाना जी की यादें ------ मैं सर्वप्रथम अपने नाना जी स्वतंत्रता सेनानी श्री राम नारायण सिंह (1910-1997) को सादर नमन करता हूँ। जैसा कि मैं पहले भी लिख चुका हूँ कि मेरे जीवन पर उनका काफी प्रभाव रहा है। इनके माध्यम से ही मुझे स्वतंत्रता संग्राम के बारे में मेरी प्रारम्भिक जानकारी मिली। नाना जी बताते थे कि उनकी पूरी मित्र मंडली महात्मा गाँधी और जयप्रकाश नारायण से प्रभावित थी। उनके क्षेत्रिय नेता थे श्री सुरेशचंद्र मिश्र, जो स्वतंत्रता के बाद विधायक भी बने थे। जैसा कि मैंने पहले भी लिखा है कि नाना जी शतरंज के बेहतरीन खिलाड़ी थे और उनके साथी...