BNMU। ‘सेहत सेन्टर’ हेतु मिला एक लाख का अनुदान

‘सेहत सेन्टर’ हेतु मिला एक लाख का अनुदान

कोरोनाकाल स्वास्थ्य संबंधी नकारात्मक खबरों की बहुतायत के बीच भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के लिए एक सकारात्मक खबर है। विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में शीघ्र ही एक सुव्यवस्थित स्वास्थ्य केंद्र (सेहत सेन्टर) कार्य करने लगेगा। इस निर्माणाधीन सेहत केंद्र को अविलंब चालू करने हेतु राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार द्वारा महाविद्यालय के खाते में प्रारंभिक अनुदान स्वरूप एक लाख रूपए की राशि भेजी गई है। प्रधानाचार्य डाॅ. के. पी. यादव ने बताया कि महाविद्यालय के खाते में राशि प्राप्त हो चुकी है। इस राशि से सर्वप्रथम महाविद्यालय के नए भवन के भूतल पर आवंटित सेहत केंद्र कार्यालय को सुव्यवस्थित किया जाएगा और महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर केंद्र एक बोर्ड लगाया जाएगा। इस राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र समर्पित करने के बाद शीघ्र ही अगले वर्ष के लिए भी राशि प्राप्त होगी।

युवाओं को किया जाएगा जागरूक

जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने बताया कि स्वास्थ्य समाज के निर्माण में स्वस्थ एवं जागरूक युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। संप्रति कोरोनाकाल में युवाओं को स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न मुद्दों के बारे में जागरूक करने की विशेष महसूस हो रही है। इसके मद्देनजर ‘सेहत सेन्टर’ की स्थापना एक सराहनीय कदम है।

उन्होंने बताया कि इस सेन्टर का उद्देश्य युवाओं को स्वास्थ्य दूत के रूप में तैयार करना है। यहाँ युवाओं कॅ स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न मुद्दों और विशेषकर स्वच्छता, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य आदि युवा मामलों से संबंधित जानकारी दी जाएगी। साथ ही यह केंद्र जरूरतमंदों को सरकारी स्तर पर उपलब्ध सेवाओं की जानकारी देगा और इस हेतु शिक्षा एवं कौशल पर युवाओं के बीच सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा। इसके अलावा एचआईवी एवं एड्स विषय पर जागरूकता बढ़ाने एवं स्वैच्छिक रक्तदान हेतु प्रेरित करने की दिशा में प्रयास करेगा। यहाँ अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मुद्दे यथा-पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, मादक पदार्थ के दुरूपयोग से हानि, गैर संचारी रोग, कम उम्र में गर्भधारण से हानि, सही समय पर विवाह के लाभ आदि पर विस्तृत जानकारी एवं शिक्षण प्रशिक्षण दिया जाएगा।

सेहत केंद्र में लगेंगी महापुरूषों की तस्वीरें

उन्होंने बताया कि सेहत केंद्र की दीवारों पर स्वास्थ्य एवं सामाजिक-सांस्कृतिक जागरूकता एवं प्रेरणा के निमित्त महर्षि चरक, महर्षि पलंजलि, मंडन मिश्र, स्वामी विवेकानंद, महात्मा गाँधी, बी. एन. मंडल, कीर्ति नारायण मंडल, ए. पी. जे. अब्दुल कलाम आदि महापुरुषों के चित्र लगाए जाएंगे। साथ ही स्वास्थ्य से संबंधित पोस्टर एवं स्लोगन लगाया जाएगा। इसके अलावा एक-दो बुक सेल्फ में शारीरिक, मानसिक एवं चारित्रिक उन्नयन और योग, ध्यान एवं आध्यात्म से संबंधित पुस्तकें रखी जाएँगी।

उन्होंने बताया कि ‘सेंटर’ में विभिन्न खेलों से संबंधित सामग्रियाँ भी विद्यार्थियों के उपयोगार्थ उपलब्ध रहेगी। यहाँ समय-समय पर स्वास्थ्य एवं चरित्र निर्माण से संबंधित ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित होगा। इसमें छात्र-छात्राओं को खेलों के माध्यम से शारीरिक, मानसिक एवं नैतिक स्वास्थ्य के प्रति शिक्षण-प्रशिक्षण दिया जाएगा और उनका उन्मुखीकरण किया जाएगा। सेन्टर समय-समय पर पेंटिंग, क्विज़, वाद-विवाद, निबंध आदि प्रतियोगिताओं का भी आयोजन करेगा। साथ ही राष्ट्रीय युवा दिवस, विश्व स्वास्थ्य दिवस एवं अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर लघु नाटिका, लोक नृत्य, जागरूकता रैली आदि का आयोजन किया जाएगा।

कोरोना के खतरों के कम होने के बाद होगा उद्घाटन

उन्होंने बताया कि केंद्र की स्थापना से संबंधित औपचारिकताएँ पूरी कर ली गई हैं और इसे सुव्यवस्थित करने का प्रयास किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के खतरों के कम होने के बाद इसका उद्घाटन किया जाएगा। इसमें उद्घाटनकर्ता कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आर. के. पी. रमण एवं मुख्य अतिथि प्रति कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आभा सिंह और विशिष्ट अतिथि जिला पदाधिकारी एवं सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित हेतु सिविल सर्जन से अनुरोध किया जाएगा। समारोह में जिले के अन्य महाविद्यालयों के साथ नजदीकी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षक एवं विद्यार्थी भाग ले सकेंगे।

समग्र स्वास्थ्य की दिशा में कारगर पहल

सहायक निदेशक (युवा) सह सेहत केंद्र के स्टेट नोडल ऑफिसर आलोक कुमार ने कहा कि सेहत केंद्र बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। यह एक स्थायी कार्यक्रम है। इसमें निरंतरता रहेगी और यह युवाओं सहित पूरे समाज के समग्र स्वास्थ्य की दिशा में एक कारगर पहल है।

उन्होंने बताया कि युवाओं का शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ होना देश के लिए जरूरी सरकार द्वारा राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों में सेहत केंद्र खोले जाने का निर्णय लिया गया है। आने वाले दिनों में इसे सभी महाविद्यालयों तक विस्तारित किया जाएगा। इन केंद्रों के खोले जाने का उद्देश शिक्षण संस्थानों के अध्ययनरत युवाओं में स्वास्थ संबंधित सामग्री विषयों पर उन्हें जागरूक किया जाना है। सेहत केंद्र के माध्यम से हम स्वास्थ्य के हर पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा और स्वास्थ्य संबंधी सभी समस्याओं के समाधान का प्रयास होगा।

राज्य में बनेंगे तीस केंद्र

उन्होंने बताया कि राज्य के 30 संस्थानों में सेहत सेंटर बनाने का निर्णय लिया गया है। इनमें बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा से एकमात्र संस्थान टी. पी. कॉलेज, मधेपुरा का चयन किया गया है।

इसके अलावा पूर्णिया महिला, कॉलेज, पूर्णिया, मारवाड़ी कॉलेज, भागलपुर, आरडी कॉलेज, शेखपुरा, मारवाड़ी कॉलेज, दरभंगा, महारानी महेश्वरलता संस्कृत विद्यापीठ, मधुबनी, राम अवतार गौतम संस्कृत महाविद्यालय, अहिल्या स्थान-दरभंगा, पटना वीमेंस कॉलेज, पटना, मगध महिला कॉलेज, पटना, पटना कॉलेज पटना, एएन कॉलेज, पटना, गंगा देवी महिला कॉलेज, पटना, बीडी कॉलेज, पटना, कॉलेज ऑफ कॉमर्स, पटना, जेडी वीमेंस कॉलेज, पटना, राजेंद्र कॉलेज, सारण, दरोगा प्रसाद राय डिग्री कॉलेज, सिवान, कमला राय कॉलेज, गोपालगंज, एमएम कॉलेज, आरा, डीके कॉलेज, डुमराव-बक्सर, पटेल कॉलेज, भभुआ-कैमूर, तिलौथू कॉलेज, तिलौथू-रोहतास, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पटना, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पटना, ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, पटना, चाणक्या नेशनल लाॅ यूनिवर्सिटी, पटना, तिरहुत काॅलेज आफ फिजिकल एजुकेशन, मुजफ्फरपुर, एमजेके कॉलेज, बेतिया सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार, बोधगया, महात्मा गाँधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी, मोतिहारी में सेहत सेन्टर बनेगा।