दिनांक 08/08/2019 को लंगट सिंह महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर में जैन व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्रोफेसर डॉ. आभा सिंह ने महात्मा गांधी पर जैन धर्म का प्रभाव विषय पर व्याख्यान दिया। प्रोफेसर आभा सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी के सर्वोदय का मूल जैन धर्म के परस्परोपग्रहो जीवाणाम के सूत्र में मिलता है। महात्मा गांधी से पूर्व आचार्य समन्तभद्र युक्तयानुसाशनम् में सर्वोदय तीर्थ शब्द का प्रयोग कर चुके हैं।अनेकान्तवाद जो जैनों का मूल सिद्धांत है से गांधी जी ने जाना कि हमें मुसलमानों को उसकी दृष्टि से देखना चाहिए। ईसाइयों को ईसाई की दृष्टि से देखना चाहिए।
डॉ. सुधा जैन ने प्रेक्षाध्यान की वैज्ञानिकता विषय पर अपना सारगर्भित व्याख्यान दिया। डॉ. सुधा जैन ने कहा कि प्रेक्षाध्यान की पद्धति शरीर विज्ञान पर आधारित है। जब तक हम अपने शरीर को नही जानेंगे, अपने अंगों को नही पहचानेंगे तब तक कोई भी साधना सफल नही हो सकती। व्यक्ति के मानसिक, शारीरिक एवं भावनात्मक विकास के साथ साथ व्यक्तित्व के रूपांतरण की प्रक्रिया प्रेक्षाध्यान के द्वारा संभव है। यह पूर्णतः वैज्ञानिक एवं नवीन साधना पद्धति है।
इस मौके पर प्रो. सदानन्द प्रसाद सिंह, प्रो. कमला कुमारी, प्रो.गजेंद्र वर्मा, प्रो. जयकांत सिंह, प्रो. अवधेश कुमार सिंह, प्रो. हरिनारायण पांडेय, प्रो. श्यामरंजन प्रसाद सिंह (पटना); प्रो. अभय कुमार सिंह, डॉ. सुनील कुमार सिंह (आर. एन. कॉलेज, हाजीपुर); डॉ. रेणुबाला, सुनीता कुमारी (आर. बी. बी. एम); डॉ. ममता वर्मा (एम. एस. के. वी.); रमेश विश्वकर्मा (लोहिया कालेज) तथा लंगट सिंह महाविद्यालय के प्राध्यापक गण उपिस्थित थे।