BNMU : स्वतंत्रता दिवस पर कुलपति ने किया ध्वजारोहण

*स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण*

कुलपति प्रोफेसर डाॅ. राम किशोर प्रसाद रमण ने 75 वें स्वतंत्रता दिवस (आजादी का अमृत महोत्सव) के अवसर पर दीक्षा स्थल पर ध्वजारोहण किया। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों को याद किया और आजादी के महत्व पर प्रकाश डाला।
कुलपति ने कहा कि 15 अगस्त हमारे राष्ट्रीय जीवन का ऐतिहासिक दिन है। इसी दिन सन् 1947 में हम अंग्रेजी हुकूमत के करीब 200 वर्षों की गुलामी, शोषण एवं उत्पीड़न के बाद आजाद हुए थे। आज संपूर्ण देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इसका शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च, 2021 को किया है। यह महोत्सव 75 सप्ताह तक चलेगा और 15 अगस्त, 2022 को इसका समापन होगा।

कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय और इसके अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों को नैक से मान्यता दिलाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए आधारभूत संरचना के विकास के साथ-साथ शिक्षकों की शैक्षणिक उपलब्धियों को समृद्ध करना आवश्यक है।

कुलपति ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय और इसके अंतर्गत आने वाले सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों का बहुमुखी विकास एवं समग्र समृद्धि हमारे लिए एक मिशन है। एक संकल्प है और एक प्रतिबद्ध अभियान भी है।

कुलपति ने कहा कि विभिन्न महाविद्यालयों में परंपरागत शिक्षा-पद्धति के साथ-साथ, व्यावसायिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, प्रबंधन शिक्षा, पत्रकारिता कोर्स आदि को बढ़ावा देना कार्यसूची में शामिल है।

कुलपति ने कहा कि छात्र-छात्राओं की पढ़ाई, ससमय परीक्षा, ससमय परीक्षाफल का प्रकाशन, लंबित परीक्षाफल को शून्य पर लाना है।

कुलपति ने कहा कि स्नातकोत्तर एवं स्नातक स्तर पर विद्यार्थियों को नामांकन का अधिकाधिक अवसर प्रदान करने के लिए सीट वृद्धि का भी प्रयास किया जा रहा है। विश्वविद्यालय स्तर पर कुछ विषयों में राज्य सरकार से सम्बद्धता प्राप्ति का प्रयास चल रहा है।

कुलपति ने कहा कि शिक्षकों की प्रोन्नति की प्रक्रिया जल्द ही पूर्ण की जाएगी और अवकाश प्राप्त शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के पेंशन भुगतान को अद्यतन करने का प्रयास किया जा रहा है। हमें समस्यारहित एवं मुकदमा मुक्त विश्वविद्यालय की ओर बढ़ना है।

कुलपति ने विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों से विश्वविद्यालय के समग्र विकास में सकारात्मक-सृजनात्मक सहयोग की अपील की। उन्होंने विशेष रूप से विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे पठन-पाठन का माहौल बनाने हेतु आगे आएँ उन्होंने कहा कि विद्यार्थी ही राष्ट्र के भाग्य विधाता एवं भविष्य हैं। विद्यार्थी के ऊपर ही महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय का विकास निर्भर करता है।

कार्यक्रम के दौरान मधेपुरा काॅलेज, मधेपुरा के एनसीसी पदाधिकारी कैप्टन गौतम कुमार एवं टी. पी. काॅलेज, मधेपुरा के एनसीसी पदाधिकारी लेफ्टिनेंट गुड्डु कुमार के नेतृत्व में एनसीसी कैडेट ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। कार्यक्रम का संचालन कुलसचिव कुलसचिव डाॅ. मिहिर कुमार ठाकुर ने किया।इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी, विद्यार्थी एवं अभिभावक उपस्थित थे।

*आजादी का मूल संदेश है कर्तव्यपरायणता : प्रति कुलपति*

प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ. आभा सिंह ने नार्थ कैम्पस के प्रशासनिक भवन में ध्वजारोहण किया। उन्होंने उपस्थित लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कर्तव्यपरायणता का संदेश दिया।

उन्होंने कहा कि आजादी का मूल संदेश कर्तव्यपरायणता है। हमें न केवल अपने अधिकारों, वरन् अपने कर्तव्यों पर भी ध्यान देने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि हमें जो भी दायित्व मिले, हम उसमें सौ फीसदी योगदान दें। हम सभी अपने-अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे, तो भारत पुनः अपना गौरवपूर्ण स्थान प्राप्त करेगा और सही मायने में आजादी का स्वप्न साकार होगा।

उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्षों बाद भी हममें चेतना नहीं जगी है। हम यह नहीं समझ पाए हैं कि देश हमारा है। जो कुछ भी विकास होता है, वह हमारे टेक्स के पैसे से होता है। हमको यह सोचना है कि संसार में शिक्षा की क्या स्थिति है। गलत ढंग से सफलता पाना उचित नहीं है। परिश्रम से प्राप्त सफलता ही स्थाई होती है। हमें आत्मसंतुष्टि मिलती है।

 

*टी. पी. काॅलेज में ध्वजारोहण*

टी. पी. काॅलेज, मधेपुरा में प्रधानाचार्य डाॅ. के. पी. यादव ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने कहा कि आजादी हमें सौगात में नहीं मिला है। इसे हासिल करने के लिए हमारे पुरखों ने काफी त्याग, तपस्या एवं संघर्ष किया।

प्रधानाचार्य ने कहा कि महाविद्यालय के संस्थापक महामना कीर्ति नारायण मंडल ने कोसी के इस इलाके में ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय सहित कई शिक्षण संस्थानों की स्थापना करके इस अत्यंत पिछड़े इलाके में शिक्षा की अलख जगाई और हमें अज्ञान के अंधेरे से आजादी दिलाई। यह इस क्षेत्र की जनता के शैक्षणिक आजादी के साथ-साथ सामाजिक एवं आर्थिक आजादी दिलाने में भी एक मील की पत्थर की तरह है।

प्रधानाचार्य ने कहा कि हम सबों की यह जिम्मेदारी है कि हम महामना कीर्ति नारायण मंडल की यश, कीर्ति एवं ख्याति को दूर-दूर तक फैलाएँ। इसके लिए महाविद्यालय को नैक से मान्यता दिलाना अत्यंत आवश्यक है। हम इस दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं। लेकिन हमें इसमें और अधिक प्रयास करने की जरूरत है।

प्रधानाचार्य ने कहा कि गत कुछ महिनों में महाविद्यालय ने कई उपलब्धियां प्राप्त की हैं। महाविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग को नया भवन मिल गया है, जिसका नाम कीर्ति भवन रखा गया है। महाविद्यालय में

प्रधानाचार्य ने कहा कि महाविद्यालय में एनएसएस एवं एनसीसी के माध्यम से लगातार शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन हो रहा है। आगामी 5-7 मार्च, 2021 को हम अपने महाविद्यालय में दर्शन परिषद्, बिहार का राष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित किया। एक सितंबर को महाविद्यालय में सेहत केंद्र की स्थापना हुई। हमने गाँधी क्वीज प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन किया और संप्रति हम न्यू इंडिया कैंपेन में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं।

*ध्वजारोहण*

राजकीय अंबेडकर कल्याण छात्रावास में अधीक्षक डाॅ. जवाहर पासवान ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने कहा कि आजादी की रक्षा के लिए हमें भारतीय संविधान की रक्षा करनी होगी।