NSS जिम्मेदारी का बोध कराता है एनएसएस : पीयूष परांजपे। युवाओं के व्यक्तित्व विकास एवं चरित्र-निर्माण में है एनएसएस की महती भूमिका : आलोक कुमार सिंह

*राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस*

जिम्मेदारी का बोध कराता है एनएसएस : पीयूष परांजपे

युवाओं के व्यक्तित्व विकास एवं चरित्र-निर्माण में है एनएसएस की महती भूमिका : आलोक कुमार सिंह
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एनएसएस हमें एक जिम्मेदार मनुष्य बनाता है। यह जिम्मेदारी अपने प्रति से भी संबंधित है और परिवार, समाज एवं राष्ट्र तथा संपूर्ण विश्व से भी संबंधित है। इसका दायरा न केवल सभी मनुष्यों बल्कि मनुष्येतर प्राणियों तथा संपूर्ण चराचर जगत तक फैला है। हमें सभी मनुष्यों, जीव-जंतु एवं प्रकृति-पर्यावरण सबों के प्रति अपनी संवेदना बनाए रखनी है।

यह बात राष्ट्रीय सेवा योजना, पटना के क्षेत्रीय निदेशक पीयूष परांजपे ने कही। वे ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस समारोह का उद्घाटन कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि एनएसएस का सूत्र वाक्य ‘मैं नहीं, आप है।’ हम सभी कार्यक्रम पदाधिकारी एवं स्वयंसेवक हमेशा इसी को केन्द्र में रखकर कार्य करें।

उन्होंने कहा कि हम अपने परिवार, समाज एवं राष्ट्र के लिए कार्य करें। मानव-निर्माण एवं राष्ट्र-निर्माण में योगदान दें।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, पटना के सहायक निदेशक (युवा) आलोक कुमार सिंह ने कहा कि एनएसएस युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करता है। युवाओं के व्यक्तित्व विकास एवं चरित्र-निर्माण में इसकी महती भूमिका है।

उन्होंने कहा कि युवा ही देश के भविष्य हैं और उन्हीं के ऊपर देश के नवनिर्माण की जिम्मेदारी है। युवा जागरूक होंगे, तो उनके माध्यम से परिवार, समाज एवं राष्ट्र जागरूक होगा। युवाओं की उर्जा को सकारात्मक दिशा देकर हम एक स्वस्थ, सबल एवं समृद्ध भारत का निर्माण कर सकते हैं। नए भारत का निर्माण कर सकते हैं।

पोपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ॠषु प्रकाश ने कहा कि एनएसएस के माध्यम से युवाओं के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार के सवालों पर निरंतर संवाद करने की जरूरत है।

विशिष्ट अतिथि एनएसएस समन्वयक डॉ. अभय कुमार ने एनएसएस की स्थापना, इसके उद्देश्य एवं कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला

टी. पी. कॉलेज, मधेपुरा के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. स्वर्ण मणि ने कहा कि एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा आपदाकाल में आम लोगों के जानमाल की सुरक्षा हेतु किया जाने वाला प्रयास सराहनीय है। हाल के दिनों में भी स्वयंसेवकों ने कोरोना वारियर्स की तरह काम किया है।

सीएम साइंस कॉलेज, मधेपुरा के कार्यक्रम पदाधिकारी
डॉ. संजय कुमार परमार ने कहा कि एनएसएस हमें अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति सजग करता है। आज सब लोग सिर्फ अपने अधिकार की बात करते हैं, अपने कर्तव्य को भूल जाते हैं। हमें अपने कर्तव्य का पालन करना होगा।

के. पी. कॉलेज, मुरलीगंज के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अमरेंद्र कुमार ने कहा कि एनएसएस हमें सामाजिक दायित्वों से जोड़ता है। हमें समाज से बहुत कुछ मिलता है, हमें समाज को वापस भी करना चाहिए।

मधेपुरा काॅलेज, मधेपुरा की कार्यक्रम पदाधिकारी आरती ने कहा कि एनएसएस युवाओं में देशप्रेम की भावना को बढ़ावा देता है।

कार्यक्रम का संचालन शोधार्थी सारंग तनय ने किया। इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत प्रांगण रंगमंच की गायिका तनुजा कुमारी ने सरस्वती वंदना से की। उन्होंने कई राष्ट्रभक्ति गीत गाकर भी लोगों का दिल जीत लिया। उनके गीत ‘दिल दिया है जान भी देंगे ऐ वतन तेरे लिए’ के माध्यम से युवाओं में देशभक्ति का प्रसार किया। साथ ही ‘नफरत की दुनिया को छोड़कर प्यार की दुनिया में खुश रहना मेरे यार’ गीत के माध्यम से प्रेम एवं भाईचारा का संदेश दिया। उन्होंने बिहारी लोकगीतों के माध्यम से भी लोगों को सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूक किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने किया। संचालन शोधार्थी सारंग तनय एवं स्वयंसेवक सांतनु यदुवंशी ने किया।

इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत प्रांगण रंगमंच की गायिका तनुजा कुमारी ने सरस्वती वंदना से की। उन्होंने कई राष्ट्रभक्ति गीत गाकर भी लोगों का दिल जीत लिया। उनके गीत ‘दिल दिया है जान भी देंगे ऐ वतन तेरे लिए’ के माध्यम से युवाओं में देशभक्ति का प्रसार किया। साथ ही ‘नफरत की दुनिया को छोड़कर प्यार की दुनिया में खुश रहना मेरे यार’ गीत के माध्यम से प्रेम एवं भाईचारा का संदेश दिया। उन्होंने बिहारी लोकगीतों के माध्यम से भी लोगों को सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूक किया।

इस अवसर पर शोधार्थी द्वय माधव कुमार एवं सौरव कुमार चौहान, अभिषेक आचार्य, प्रिंस कुमार आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर तहसिन अख्तर, अमरेंद्र झा, चन्द्र शेखर मिश्रा, ज्योति कुमारी, नैना आदि उपस्थित थे।