महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पर दीपोत्सव का आयोजन
महाराष्ट्र एवं राजस्थान के राज्यपाल महोदय ने किया संबोधित
वर्धा, दि. 02 अक्टूबर 2020 : गांधी जयंती के उपलक्ष्य में 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय और नागरिक समिति वर्धा द्वारा दीपोत्सव का आयोजन किकया गया। इस आयोजन का शुभारंभ हिंदी विश्वविद्यालय के गांधी हिल्स पर दीप प्रज्ज्वलन से हुआ । इस कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल माननीय कलराज मिश्र और महाराष्ट्र के राज्यपाल माननीय भगत सिंह कोश्यारी की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर वर्धा के सांसद श्री रामदास तडस, महाराष्ट्र राज्य के पशुसंवर्धन, दुग्ध व्यवसाय विकास, खेल तथा युवक कल्याण मंत्री एवं वर्धा जिले के पालकमंत्री श्री सुनील केदार, वर्धा के जिलाधिकारी श्री विवेक भीमनवार उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. कमलेश दत्त त्रिपाठी ने की। कार्यक्रम के आरंभ में राज्यपाल द्वय का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि यह दीपोत्सव गांधी दर्शन एवं चिंतन के प्रकाश को सर्वत्र फैलाएगा। अपने अध्यक्षीय उदबोधन में कुलाधिपति प्रो. कमलेश दत्त त्रिपाठी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कृतित्व को अनुकरणीय बताया। उन्होंने कहा कि अंतिम जन को सशक्त करने के लिए गांधी मार्ग सदा उपयोगी रहेगा। वर्धा के सांसद श्री रामदास तडस ने विश्वविद्यालय के इस प्रयत्न की सराहना की और अपनी ओर से हर सहयोग के लिए आश्वस्त भी किया।
पालकमंत्री श्री सुनील केदार ने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने हर भारतीय को सम्मान से जीना सीखाया। उन्होंने कहा कि मानवता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना इस दीपोत्सव का लक्ष्य होना चाहिए।
राजस्थान के माननीय राज्यपाल श्री कलराज मिश्र जी ने विश्वविद्यालय के इस प्रयास की सराहना की। अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि गांधी की कर्मभूमि वर्धा से विश्व में अहिंसा और शांति का संदेश प्रसारित होना चाहिए। गांधी का सर्वोदय का विचार आज की हमारी जरूरत है। इसके माध्यम से अंतिम जन तक विकास का लाभ पहुंचाया जा सकता है। माननीय राज्यपाल महोदय ने विश्वविद्यालय के अध्यापक डॉ. लेखराम दन्नाना द्वारा संस्कृत में अनुवादित ‘मंगल प्रभात’ पुस्तक का ई-लोकार्पण किया।
महाराष्ट्र के माननीय राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी ने अपने उदबोधन में कहा कि जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, महात्मा गांधी हमारे लिए और भी प्रासंगिक हो रहे हैं। वे धर्म, पंथ और देश की सीमाओं से परे विश्व के सर्वमान्य नेता थे जिन्होंने अपने जीवन द्वारा सत्य व अहिंसा का संदेश दिया। राज्यपाल महोदय ने हिंदी विश्वविद्यालय की अकादमिक गतिविधियों की सराहना की और इसके माध्यम से गांधी के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के प्रयत्न की भी सराहना की। इस दौरान राज्यपाल द्वय द्वारा महाराष्ट्र और राजस्थान के राजभवन से दीप प्रज्ज्वलित कर दीपोत्सव का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम के अंत में प्रति कुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद शुक्ल ने राज्यपाल द्वय, पालकमंत्री, कुलाधिपति, कुलपति सहित संबंधितों का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन प्रतिकुलपति प्रो.चंद्रकांत रागीट ने किया। कार्यक्रम के समापन के बाद सांसद श्री रामदास तडस और पालकमंत्री श्री सुनील केदार आदि ने गांधी हिल्स जाकर दीपोत्सव का निरीक्षण किया तथा महात्मा गांधी की प्रतिमा को अभिवादन किया। इसके पश्चात कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल और प्रतिकुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद शुक्ल, प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट ने वर्धा शहर के विभिन्न स्थानों पर आयोजित दीपोत्सव स्थलों पर जाकर भेंट की।