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Sehat Samvad सेहत संवाद -4 का आयोजन* तेज सिरदर्द को न करें नजरंदाज : डा. विनित भार्गव

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*सेहत संवाद -4 का आयोजन*
तेज सिरदर्द को न करें नजरंदाज : डा. विनित भार्गव

सिर के किसी भी हिस्से में होने वाले दर्द को सिरदर्द कहते हैं। उन्होंने बताया कि सिरदर्द बढ़ने पर सिर के पिछले हिस्से एवं गर्दन पर भी असर दिखाता है। लंबे समय तक तेज सिरदर्द रहने पर माइग्रेन जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है। अतः सरदर्द को नजरंदाज नहीं करें।

यह बात विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली के पूर्व पीआई एवं पब्लिक हेल्थ इम्पावरमेंट एंड रिसर्च आर्गेनाइजेशन के सीईओ डाॅ. विनीत भार्गव ने कही।

वे शनिवार को सरदर्द एवं माइग्रेन : कारण एवं निवारण विषयक सेहत संवाद कार्यक्रम में मुख्य वक्ता थे। यह आयोजन ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, पटना के सौजन्य से संचालित सेहत केंद्र के तत्वावधान में किया गया

उन्होंने बताया कि सरदर्द सिर के किसी एक या दोनों तरफ हो सकता है। यह दर्द सिर के किसी एक खास प्वाइंट पर हो सकता है अथवा किसी प्वाइंट से शुरू होकर पूरे सिर में फैल सकता है।

उन्होंने बताया कि सिरदर्द का एक प्रमुख कारण तनाव है। प्रायः कंधों, गर्दन, जबड़े, मांसपेशियों एवं खोपड़ी में तनाव रहने पर सरदर्द करने लगता है। इसके अलावा बहुत ज्यादा काम करने, पर्याप्त नींद न लेने, समय पर खाना न खाने और शराब का सेवन करने की वजह से भी सिरदर्द होता है।

उन्होंने बताया कि आमतौर पर सिरदर्द थोड़े से आराम और बाम लगाकर ठीक हो जाता है। इसके बावजूद जब सिरदर्द से छुटकारा न मिले, तो डाक्टर की सलाह पर दर्द-निवारक दवा का सेवन करें और भरपूर आराम करें।

उन्होंने सबों को सलाह दिया कि तनाव एवं माइग्रेन से बचने के लिए प्राकृतिक जीवनशैली अपनाएं। प्रतिदिन सुबह सैर करें और आधे घंटे योग-ध्यान अवश्य करें। रात्रि में जल्दी सोएं और सूर्योदय से पहले जाग जाएं। चाय-काफी एवं अल्कोहल का सेवन नहीं करें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य कैलाश प्रसाद यादव ने की। संचालन राजनीति विज्ञान विभाग के शोधार्थी सारंग तनय ने किया। अतिथियों का स्वागत दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डाॅ. सुधांशु शेखर और धन्यवाद ज्ञापन शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान ने किया।

इस अवसर पर पुस्तकालय विज्ञान विभाग के डॉ. राजीव कुमार, डेविड, खुशबू कुमारी, नीतू देवी, श्वेता कुमारी, उजाला कुमारी, लवली झा, अंकित कुमार रोशन दास, प्रीति प्रिया, राहुल कुमार, शिवानी कुमारी, ज्ञान चंद्र, नीरज कुमार सिंह, रूपेश कुमार, अमित कुमार, उदय कुमार, श्वेता कुमारी, राजेश कुमार, मोहम्मद कैफ, नीतीश कुमार, राजू जागृति, पल्लवी राय, आरती शर्मा, बबलू अर्पणा, खुशबू कुमारी, नीतू देवी, निकेश कुमार, प्रीति प्रिया, निधि प्रेम शंकर कुमार, रिंकी भारती, रूपेश कुमार, शिवांगी, रूपेश कुमार, तमन्ना खान, श्वेता कुमारी, उजाला कुमारी, लवली झा, अंकित कुमार रोशन दास, प्रीति प्रिया, राहुल कुमार, शिवानी कुमारी, रूडी कुमार, शिवम, श्रुति भारद्वाज, उजाला कुमारी, अनुपम कुमारी, ज्योतिष कुमार आदि उपस्थित थे

कार्यक्रम के आयोजन सचिव सह दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डाॅ. सुधांशु शेखर ने बताया कि इसके अंतर्गत 14-20 दिसंबर, 2023 तक
प्रतिदिन अपराह्न 01 : 30-02 : 30 बजे तक निर्धारित विषय पर संवाद सुनिश्चित है। इसके तहत 14 दिसंबर को रेबीज : कारण एवं निवारण, 15 दिसंबर को हायपरटेंशन : कारण एवं निवारण, 16 दिसंबर को 16 दिसंबर को कब्ज : कारण एवं निवारण और 17 दिसंबर को सिरदर्द एवं माइग्रेन : कारण एवं निवारण विषयक संवाद हो चुका है। आगे 18 दिसंबर को आघात, 19 दिसंबर को टायफाइड एवं 20 दिसंबर को आंत ज्वर विषयक संवाद सुनिश्चित है।

डाॅ. शेखर ने बताया कि
मुख्य वक्ता पब्लिक हेल्थ एम्पावरमेंट एंड रिसर्च आर्गेनाईजेशन, नई दिल्ली के सीईओ डॉ. विनीत भार्गव एवं इमर्जेंसी मेडिकल यूनिट, पंडित मदन मोहन मालवीय हास्पिटल, दिल्ली सरकार, दिल्ली के इंचार्ज डॉ. एम. एस. प्रियदर्शी होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डाॅ. कैलाश प्रसाद यादव करेंगे। संचालन राजनीति विज्ञान विभाग के शोधार्थी सारंग तनय करेंगे। तकनीकी व्यवस्था दर्शनशास्त्र विभाग के शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान संभालेंगे।

प्रधानाचार्य ने सभी शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों से कार्यक्रम में जुड़ने का अनुरोध किया है। कार्यक्रम गूगल मीट पर आयोजित होगा। लिंक- https://meet.google.com/zkt-fqqj-ctb है।

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