Vivekananda विवेकानंद और युवा विषयक संगोष्ठी आयोजित। युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं विवेकानंद : प्रधानाचार्य

विवेकानंद और युवा विषयक संगोष्ठी आयोजित

युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं विवेकानंद : प्रधानाचार्य
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स्वामी विवेकानंद ने ने केवल भारत, वरन् पूरी दुनिया के युवाओं पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। वे अपने समय में युवाओं के सबसे बड़े प्रेरणास्रोत थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे। इसलिए उनके जन्मदिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

यह बात ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के प्रधानाचार्य डॉ. कैलाश प्रसाद यादव ने कही। वे गुरूवार को स्वामी विवेकानंद जयंती सह राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विवेकानंद और युवा विषयक संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया और इसमें रेड रिबन क्लब एवं सेहत केंद्र ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।

प्रधानाचार्य ने कहा कि युवाओं के ऊपर ही समाज एवं राष्ट्र का भविष्य निर्भर करता है। अतः युवाओं का कर्तव्य है कि वे समाज एवं राष्ट्र की बेहतरी में योगदान दें। इसके लिए सबसे पहले यह जरूरी है कि युवा अच्छी शिक्षा ग्रहण करें और एक जिम्मेदार नागरिक बनें।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि विवेकानंद एक सच्चे देशभक्त एवं भारतीयता के अनन्य साधक थे। उन्होंने एक सबल, सक्षम एवं संबुद्ध भारत की कल्पना की है। इस कल्पना को साकार करने में युवाओं की महती भूमिका है।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए गणित विभागाध्यक्ष ले. गुड्डू कुमार ने बताया कि महाविद्यालय में युवाओं के समग्र विकास हेतु कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। युवाओं को इससे मदद लेने की जरूरत है।

मुख्य अतिथि योग शिक्षक राकेश कुमार भारती ने कहा कि विवेकानंद ने युवाओं के समग्र विकास पर जोर दिया है। वे चाहते थे कि युवाओं का शरीर, मन एवं हृदय तीनों का विकास हो।

इसके पूर्व सभी उपस्थित लोगों ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और राष्ट्र-निर्मीण में उनके महनीय योगदानों को याद किया गया।

इस अवसर पर दर्शनशास्त्र विभाग के शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, मेघा कुमारी, अंजनी कुमारी, ममता कुमारी, प्रिया, पल्लवी, बादल, श्रुति सुमन, अंशु कुमारी, गोलू कुमारी, सेंपी कुमारी, भारती कुमारी, चुनचुन कुमारी, सत्यम कुमार, मोहन कुमार, अरविंद कुमार, नीतीश कुमार, सौरव कुमार, शैलेंद्र कुमार, गौरव कुमार, रुस्तम कुमार, कुंदन कुमार, अंकित कुमार, आदित्य रमण, आनंद कुमार, शिवराज कुमार, रंजीत कुमार, राजू कुमार, मानिकचंद्र कुमार, सत्यप्रकाश कुमार, रौनक कुमार, कृष्णदेव कुमार आदि उपस्थित थे।