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Bnmu Samvad

Bhumandalikaran aur Manvadhikar भूमंडलीकरण और मानवाधिकार

20. भूमंडलीकरण और मानवाधिकार ‘संयुक्त राष्ट्र संघ’ के चार्टर में मानव के मौलिक अधिकारों, मानव के व्यक्तित्व के गौरव तथा महत्व में तथा पुरूष एवं

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Bnmu Samvad

Bhumandalikaran aur Bhartiy Vikalp भूमंडलीकरण और भारतीय विकल्प

12. भूमंडलीकरण और भारतीय विकल्प महात्मा गाँधी द्वारा हिंद-स्वराज’ में कहा है, ”यह सभ्यता ऐसी है कि अगर हम धीरज धरकर बैठे रहेंगे, तो इसकी

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Bnmu Samvad

Bhumandalikaran aur Bhartiy Sabhyta भूमंडलीकरण और भारतीय सभ्यता

11. भूमंडलीकरण और भारतीय सभ्यता हम जानते हैं कि प्राकृतिक संपदाओं और मानव संसाधनों की प्रचुरता के कारण भारत को ‘सोने की चिड़िया’ कहा जाता

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Bnmu Samvad

Bhumandalikaran and Rastravad भूमंडलीकरण और राष्ट्रवाद

10. भूमंडलीकरण और राष्ट्रवाद हम जानते हैं कि ‘राष्ट्र’1 शब्द ‘रज्’ धातु में ‘ष्ट्रन्’ प्रत्यय लगाने पर बना है। इसका अर्थ हैऋ ‘देश’, ‘मुल्क’, ‘नेशन’

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Bnmu Samvad

Bhumandalikaran aur Gram-Swaraj

8. भूमंडलीकरण और ग्राम-स्वराज ‘स्वराज’ (स्वराज्य) का अर्थ आत्म-शासन और आत्म-संयम है। हम अपने ऊपर राज करें, वही स्वराज है, और वह स्वराज हमारी हथेली

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Bnmu Samvad

Bhumandalikaran aur Paryavaran भूमंडलीकरण और पर्यावरण

7. भूमंडलीकरण और पर्यावरण प्रकृति-पर्यावरण1 के संरक्षण एवं संवर्द्धन को ध्यान में रखकर भारतीय दार्शनिकों ने न केवल मनुष्य, बल्कि समस्त जीव-जन्तु, पशु-पक्षी, प्रकृति-पर्यावरण आदि

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Bnmu Samvad

Bhumandalikaran aur Stri-Mukti भूमंडलीकरण और स्त्री-मुक्ति

6. भूमंडलीकरण और स्त्री-मुक्ति भूमंडलीकरण के पैरोकारों ने स्त्राी-मुक्ति को देह-मुक्ति तक सीमित कर दिया है। इस तरह उनके द्वारा मनाया जा रहा स्त्राी-मुक्ति-उत्सव महज

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Bhumandalikaran aur Samajik Nyay

5. भूमंडलीकरण और सामाजिक न्याय  दरअसल, भूमंडलीकरण की पूरी प्रक्रिया मुट्ठीभर पूँजीपतियों के निरंतर विकास और उनके हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है। ‘पूँजी’ ही

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Bhumandalikaran aur Vishwashanti भूमंडलीकरण और विश्वशांति

4. भूमंडलीकरण और विश्वशांति भूमंडलीकरण के समर्थक मानते हंै कि दूर-संचार माध्यम और उपग्रह आदि के द्वारा संपूर्ण विश्व सिमटकर एवं वैश्विक परिवार बन गया

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