BNMU बीएनएमयू : मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केंद्र में नामांकन हेतु आवेदन की अंतिम तिथि महज चार दिन शेष

*बीएनएमयू : मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केंद्र में नामांकन हेतु आवेदन की अंतिम तिथि महज चार दिन शेष*
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मुख्यमंत्री व्यवसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केंद्र में नामांकन हेतु आवेदन की अंतिम तिथि महज चार दिन शेष है। इस बीच विद्यार्थियों की सुविधा के लिए पुराना हिंदी विभाग के अलावा सामान्य शाखा और नए कैम्पस के दर्शनशास्त्र विभाग में भी आवेदन पत्र जमा करने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा भारतीय विद्यार्थी डाक अथवा केंद्र ई. मेल [email protected] पर भी आवेदन भेज सकते हैं।

*हो रहा है व्यापक प्रचार-प्रसार*
डीएसडब्ल्यू डॉ. राजकुमार सिंह ने बताया कि कुलपति प्रो. राजनाथ यादव के आदेशानुसार केंद्र में अधिकाधिक विद्यार्थियों के नामांकन हेतु हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सभी विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागों में आवेदन फार्म एवं सूचना उपलब्ध कराई गई है। विभागाध्यक्षों एवं प्रधानाचार्यों को पत्र प्रेषित कर छात्र-छात्राओं
को इस केंद्र में नामांकन कराने हेतु प्रेरित करने का अनुरोध किया गया है।‌

*जमा हुए हैं पचास आवेदन*
कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर ने बताया कि अब तक लगभग पचास आवेदन प्राप्त हो चुका है। आशा है कि अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तक पर्याप्त आवेदन प्राप्त हो जाएगा।

*ई. मेल से भी कर सकते हैं आवेदन*
उन्होंने सभी शोधार्थियों और स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों से अपील की है कि वे अविलंब फार्म जमा करें और इस नि: शुल्क योजना का लाभ उठाएं। यदि कार्यालय में आवेदन जमा कराने में असुविधा हो, तो भारतीय डाक या ई. मेल से आवेदन जमा कराएं।

*कुल 120 सीटों पर होगा नामांकन*
उप कुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि केन्द्र में 60-60 छात्र-छात्राओं का दो बैच 06 माह के लिए संचालित किया जाएगा। कुल उपलब्ध सीटों (120) में से 40 प्रतिशत (48) पिछड़ा वर्ग तथा 60 प्रतिशत (72) अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए अनुमान्य है। दोनों कोटियों में छात्राओं के लिए 33 प्रतिशत छैतिज आरक्षण की व्यवस्था है।

*नवंबर के प्रथम सप्ताह में होगी समीक्षा बैठक*
उन्होंने बताया कि नवंबर के प्रथम सप्ताह में केंद्र के संचालन समिति की बैठक होगी। बैठक में मुख्य रूप से नामांकन के लिए प्राप्त आवेदनों की समीक्षा होगी और चयन प्रक्रिया पर विचार किया जाएगा।

*वंचित वर्ग को मिलेगा अवसर*
उन्होंने बताया इस केंद्र की शुरुआत बिहार सरकार के अंतर्गत संचालित बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम, पटना द्वारा की गई है। इसका उद्देश्य उच्च शैक्षणिक संस्थानों में शैक्षणिक पदों पर नियुक्ति में पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग की भागीदारी बढ़ाना है। इससे वंचित वर्ग को आगे आने का अवसर मिलेगा।

उन्होंने बताया कि इसमें विद्यार्थियों को इनईटी, जीएटीई, जेआरएफ, पीएचडी आदि प्रतियोगिता परीक्षाओं में चयनित होने के लिए परीक्षा पूर्व निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। इसमें बीएनएमयू सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों के सुयोग्य शिक्षकों द्वारा कक्षा-संचालन की व्यवस्था है।

*जिला प्रशासन का भी सहयोग*
जिला कल्याण पदाधिकारी रामकृपाल प्रसाद ने जिला प्रशासन द्वारा भी इन योजना का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। विद्यार्थियों को इसमें रूचि लेने की जरूरत है।