Day: January 19, 2024

Bihar डॉ. पूर्णिमा शेखर सिंह को सादर नमन।
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Bihar डॉ. पूर्णिमा शेखर सिंह को सादर नमन।

डॉ. पूर्णिमा शेखर सिंह को सादर नमन ------------------- 'सेंट्रल फॉर ज्योग्राफिकल स्टडीज', पटना की निदेशक एवं प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. पूर्णिमा शेखर सिंह का निधन हो गया है। वे बिहार सरकार के पूर्व प्रधान सचिव तथा संप्रति परामर्शी एवं बिहार म्यूजियम के महानिदेशक श्री अंजनी कुमार सिंह की धर्मपत्नी थीं। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की हैं। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि डॉ. पूर्णिमा शेखर सिंह सेंटर फॉर ज्योग्राफिकल स्टडीज की निदेशक थीं और उच्च शिक्षा खासकर भौगोलिक शिक्षा के क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वे एक बेहतर प्रशासक के साथ ही कुशल प्राध्यापक भी रहीं। वे छात्र-छात्राओं के बीच भी काफी लोकप्रिय थीं। उनके निधन से शैक्षणिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिरशांति तथा दुख की इस घड़ी में...
Bihar हडताल में शामिल होने वाले शिक्षक एवं शिक्षकेत्तरकर्मियों की जानकारी/सूची मांगी गई
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Bihar हडताल में शामिल होने वाले शिक्षक एवं शिक्षकेत्तरकर्मियों की जानकारी/सूची मांगी गई

बिहार सरकार, शिक्षा विभाग का पत्र पत्रांक- 15/एम 1-226/2009-248, दिनांक 16.01.2024 के आलोक में सभी स्नातकोत्तर विभागाध्यक्षों एवं प्रधानाचार्यों से 12 जनवरी, 2024 को हडताल में शामिल होने वाले शिक्षक एवं शिक्षकेत्तरकर्मियों की जानकारी/सूची मांगी गई है।
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Bharat महाराणा प्रताप की पुण्य तिथि पर (9 मई 1540–19 जनवरी 1597)

महाराणा प्रताप की पुण्य तिथि पर (9 मई 1540--19 जनवरी 1597) ----------------- सुरेंद्र किशोर, पटना --------------- ब्रिटिश सरकार ने जार्ज पंचम के दिल्ली दरबार(सन 1911) में हाजिर होने से सिर्फ महाराणा प्रताप के वंशज को छूट दी थी। याद रहे कि सारे भारतीय राजाओं की यह मजबूरी होती थी कि वे ब्रिटिश किंग के सामने झुककर उन्हें नजराना दें। ------------------------ चूंकि महाराणा के वंशज इसके लिए तैयार नहीं थे,इसलिए अंग्रेजों ने उन्हें यह छूट दे दी थी।किसी अन्य राजा-महाराजा को ऐसी छूट नहीं मिली थी।(-एम.ओ.मथाई लिखित पुस्तक ‘‘नेहरू के साथ तेरह वर्ष’’से) -------------------- मध्यकाल के इतिहास लेखन के बारे में नेहरू युग के कम्युनिस्ट इतिहासकारों ने नये इतिहास लेखकों को यह निदेश दिया था कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी के त्याग, वीरता आदि की चर्चा करते हुए इतिहास मत लिखो ...
BNMU गणतंत्र दिवस समारोह के आयोजन हेतु समिति का गठन।
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BNMU गणतंत्र दिवस समारोह के आयोजन हेतु समिति का गठन।

गणतंत्र दिवस समारोह के आयोजन हेतु समिति का गठन भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मुख्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह- 2024 के आयोजन की तैयारियां शुरू हो गई है। इस हेतु बावत कुलपति प्रो. राजनाथ यादव के आदेशानुसार कुलसचिव प्रो. मिहिर कुमार ठाकुर ने एक समिति का गठन किया है।                            उपकुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि समिति में डीएसडब्ल्यू प्रो. नवीन कुमार को संयोजक और कुलानुशासक डॉ. बी. एन. विवेका को सदस्य सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। समिेति  सदस्यों में एनएसएस समन्वयक डॉ. अभय कुमार, उपकुलकचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर, क्रीडा परिषद् के उपसचिव डॉ. शंकर कुमार मिश्र, विश्वविद्यालय संगीत विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज शर्मा एवं कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव के नाम शामिल हैं। स्थापना शाखा के तृतीय वर्गीय कर्मी विनय कुमार सिंह समिति के कार्यालयी कार्यों में सहयोग क...
Bihar छुट्टी से लौटे के. के. पाठक
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Bihar छुट्टी से लौटे के. के. पाठक

प्रभार प्रतिवेदन अद्योहस्ताक्षरी, मैं के. के. पाठक, भा. प्र. से. (1990) आज दिनांक 19.01.2024 के अपराह्न में अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार पटना के पद का प्रभार स्वतः ग्रहण करता हूँ। (के०के० पाठक) अपर मुख्य सचिव   बिहार सरकार
BNMU बीएनएमयू में 01 फरवरी, 2024 को सुप्रसिद्ध समाजवादी नेता महामना भूपेन्द्र नारायण मंडल की 121 वीं जयंती पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा
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BNMU बीएनएमयू में 01 फरवरी, 2024 को सुप्रसिद्ध समाजवादी नेता महामना भूपेन्द्र नारायण मंडल की 121 वीं जयंती पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा

भूपेंद्र नारायण मंडल जन्मोत्सव -- बीएनएमयू में 01 फरवरी, 2024 (गुरुवार) को सुप्रसिद्ध समाजवादी नेता महामना भूपेन्द्र नारायण मंडल की 121 वीं जयंती पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस संबंध इसके लिए एक ग्यारह सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। कुलपति प्रो. राजनाथ यादव के आदेशानुसार कुलसचिव प्रो. मिहिर कुमार ठाकुर ने समिति की अधिसूचना जारी कर दी है। उप कुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि समिति में अध्यक्ष, छात्र कल्याण डॉ. नवीन कुमार संयोजक एवं कुलानुशासक डॉ. बी. एन. विवेका को सदस्य-सचिव बनाया गया है। समिति में शिक्षाशास्त्र विभाग के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो. आर. के. मल्लिक,विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. एम. आई. रहमान, आईक्यूएसी निदेशक प्रो. नरेश कुमार, खेल निदेशक डॉ. अबुल फजल, उपकुलकचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर, क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक परिषद् के उपसचिवडॉ. शंक...
BNMU P. G. 4th Semester, June, 23 (C.B.C.S. Course) की प्रायोगिक / मौखिकी परीक्षा दिनाक 27.01.2024 से 05.02.2024 तक
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BNMU P. G. 4th Semester, June, 23 (C.B.C.S. Course) की प्रायोगिक / मौखिकी परीक्षा दिनाक 27.01.2024 से 05.02.2024 तक

P. G. 4th Semester, June, 23 (C.B.C.S. Course) की प्रायोगिक / मौखिकी परीक्षा दिनाक 27.01.2024 से 05.02.2024 तक आयोजित करने की स्वीकृति दी गयी है। अतएव सम्बन्धित विभागाध्यक्षों से आग्रह है कि वाह्य परीक्षकों की सूची को सम्बन्धित संकायाध्यक्षों से अनुमोदन कराकर अपने स्तर से प्रायोगिक / मौखिकी परीक्षा की तिथि 27.01.2024 से 05.02.2024 के बीच निर्धारित करते हुए सम्बन्धित विषय के परीक्षार्थी एवं सम्बन्धित महाविद्यालय, पी० जी० सेन्टर सहरसा सहित को उक्त आशय की सूचना देने का कष्ट करेगें । अतः अनुरोध है कि वाह्य परीक्षकों की अनुमोदित सूची से अपने स्तर से नियुक्त करते हुए प्रायोगिक / मौखिकी परीक्षा सम्पन्न कराने का कष्ट किया जाय। परीक्षा समापनोपरि उपस्थिति पत्रक, डिसपैच मेमो अंकपत्रक सहित अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को उपलब्ध कराने का कष्ट करेंगे । कृपया इसे आवश्यक समझा जाये । नोटः C.I.A. Marks स...
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तीन दिवसीय शुरू होगा बौद्ध महोत्सव 19-21 जनवरी, 2024 तक, ढूंगेश्वरी से निकली ज्ञान यात्रा                                                      ----------------- गया में 19 जनवरी से 21 जनवरी तक 3 दिवसीय बौद्ध महोत्सव सुनिश्चित है। इसको लेकर सभी तरह की तैयारी पूरी हो चुकी है। कालचक्र मैदान में 19 जनवरी से 3 दिवसीय बौद्ध महोत्सव शुरू होगी। इसके पूर्व गुरुवार 18 जनवरी की सुबह ढूंगेश्वरी पहाड़ी की तलहटी से विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर तक ज्ञान यात्रा निकाली गई। भगवान बुद्ध के पद चिह्नों पर चलकर बौद्ध भिक्षु विश्व शांति का संदेश दे रहे हैं। इसमें देश विदेश से आए बौद्ध लामा, बौद्ध भिक्षु, श्रद्धालु, अधिकारी और आम नागरिक शामिल हुए। ज्ञान यात्रा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मालूम हो ज्ञान की प्राप्ति के लिए गौतम बुद्ध ने 6 साल तक तपस्या की थी। मालूम हो कि ढ़ाई हजार वर्ष पूर्व राज...