तीन दिवसीय शुरू होगा बौद्ध महोत्सव 19-21 जनवरी, 2024 तक, ढूंगेश्वरी से निकली ज्ञान यात्रा                                                      —————–

गया में 19 जनवरी से 21 जनवरी तक 3 दिवसीय बौद्ध महोत्सव सुनिश्चित है। इसको लेकर सभी तरह की तैयारी पूरी हो चुकी है। कालचक्र मैदान में 19 जनवरी से 3 दिवसीय बौद्ध महोत्सव शुरू होगी। इसके पूर्व गुरुवार 18 जनवरी की सुबह ढूंगेश्वरी पहाड़ी की तलहटी से विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर तक ज्ञान यात्रा निकाली गई। भगवान बुद्ध के पद चिह्नों पर चलकर बौद्ध भिक्षु विश्व शांति का संदेश दे रहे हैं। इसमें देश विदेश से आए बौद्ध लामा, बौद्ध भिक्षु, श्रद्धालु, अधिकारी और आम नागरिक शामिल हुए। ज्ञान यात्रा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

मालूम हो ज्ञान की प्राप्ति के लिए गौतम बुद्ध ने 6 साल तक तपस्या की थी। मालूम हो कि ढ़ाई हजार वर्ष पूर्व राजकुमार सिद्धार्थ ने ज्ञान प्राप्ति की खोज में इसी पहाड़ी पर 6 वर्ष तक तपस्या की थी। इसके बाद बोधगया पहुंचे, जहां उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इस ज्ञान पथ पर चलकर जापान, थाईलैंड, वियतनाम, श्रीलंका, भूटान और तिब्बत के 3000 बौद्ध भिक्षु दुनिया को शांति, करुणा, मैत्री और भाईचारे का संदेश दे रहे हैं।

श्रद्धालुओं को खिलाई गई खीर

पदयात्रा को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन के साथ बोधगया के स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गुरुवार की सुबह 7:30 बजे ढूंगेश्वरी पहाड़ी से पदयात्रा निकाली गई। वहां से 9 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए श्रद्धालु सुजाता स्तूप आए, जहां श्रद्धालुओं को खीर खिलाया गया।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

इसके बाद महाबोधि मंदिर पहुंचे और बोधि वृक्ष के नीचे विश्व शांति के लिए प्रार्थना किया। ज्ञान यात्रा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे, पूरे रास्ते में सुरक्षा कर्मी तैनात थे। इसके लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल लगाया गया था। बोधगया के विभिन्न संगठनों के द्वारा जगह-जगह पर पानी और नाश्ते का प्रबंध किया था।