Day: January 14, 2024

Bihar ‘इन्सपयारो-2024’ कार्यक्रम में शामिल हुए राज्यपाल
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Bihar ‘इन्सपयारो-2024’ कार्यक्रम में शामिल हुए राज्यपाल

बिहार के राज्यपाल श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने संस्कार भारती, बिहार प्रदेश एवं सीमेज शैक्षणिक समूह द्वारा श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, पटना में आयोजित ‘इन्सपयारो-2024’ कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता भारत का प्राण है और इसी के कारण विश्व में हमारा गौरव बढ़ा है। स्वामी विवेकानंद सहित भारत के अन्य महापुरूषों ने दूसरे देशों के लोगों को अध्यात्म की बातें बतायी ताकि विश्व का कल्याण हो सके। राज्यपाल ने कहा कि अपने मत और धर्म को किसी पर जबरदस्ती थोपना और इन्हें स्वीकार करने के लिए विवश करना हमारी परंपरा नहीं रही है। उन्हाेंने कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं से कहा कि वे वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में सहभागी बनें। विश्व की सर्वाधिक युवा शक्ति भारत में है। युवाओं में ऊर्जा और उत्साह है तथा उनके कारण ही भारत विकसित बनेगा। उन्होंने कहा कि विकसित...
BNMU ‘मनोरोग और युवा : बचाव एवं उपचार’ विषय पर सेमिनार आयोजित
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BNMU ‘मनोरोग और युवा : बचाव एवं उपचार’ विषय पर सेमिनार आयोजित

'मनोरोग और युवा : बचाव एवं उपचार' विषय पर सेमिनार आयोजित मधेपुरा: विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग में तीसरे सेमेस्टर के छात्र एवं छात्राओं द्वारा "मनोरोग और युवा: बचाव एवं उपचार" विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार की अध्यक्षता प्रो. एम आई रहमान ने किया. सेमिनार में मुख्य अतिथि प्रो. नरेंद्र श्रीवास्तव, स्नातकोत्तर जन्तु विज्ञान विभाग उपस्थित हुए. विशेष अतिथि के रूप में सुश्री प्रियंका, असिस्टेंट प्रोफेसर स्नातकोत्तर गृहविज्ञान विभाग शामिल हुईं. विषय प्रवेश विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ आनंद कुमार सिंह ने करते हुए अपने व्याख्यान में मानसिक रोग के कारणों की चर्चा की. उन्होंने बताया कि आज की युवा पीढ़ी इसकी चपेट में सब से अधिक आ रहे हैं. युवाओं की आकांक्षाएं अत्यधिक बढ़ गई हैं और जब लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो पाती है तो उनमें अवसाद जन्म लेने लगता है जो आगे चलकर वि...
ONLINE REFRESHER COURSE IN PHILOSOPHY (16 JANUARY 2024-31 JANUARY 2024)
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ONLINE REFRESHER COURSE IN PHILOSOPHY (16 JANUARY 2024-31 JANUARY 2024)

UGC-MALAVIYA MISSION TEACHER TRAINING CENTRE (MMTTC) यू.जी.सी.-मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केन्द्र (एमएमटीटीसी)                                    BABASAHEB BHIMRAO AMBEDKAR BIHAR UNIVERSITY, MUZAFFARPUR (BIHAR) ORGANISES ONLINE REFRESHER COURSE IN PHILOSOPHY (16 JANUARY 2024-31 JANUARY 2024) INAUGURAL SESSION Theme : Indian Knowledge System & Its Contemporary World View Chief Guest : Prof. Sachchidanand Mishra Member Secretary ICPR, Govt. Of India, New Delhi Guest of Honour : Prof. Jatashankar, President, Akhil Bhartiya Darshan Parishad Chairperson : Prof. Shailendra Kumar Chaturvedi, Vice-Chancellor, Babasaheb Bhimrao Ambedkar Bihar University, Muzaffarpur Welcome Address : Prof. Rajeev Kumar Jha Director, UGC-MMTTC Babasaheb Bhimrao Ambedkar Bihar Univer...
Bihar शिक्षक भर्ती परीक्षा के द्वितीय चरण में चयनित शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह
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Bihar शिक्षक भर्ती परीक्षा के द्वितीय चरण में चयनित शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह

शिक्षक भर्ती परीक्षा के द्वितीय चरण में चयनित शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में शामिल हुआ। पटना के गांधी मैदान में आयोजित इस समारोह में कुल 96 हजार 823 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है। प्रथम चरण में 2 नवंबर, 2023 को 1 लाख 20 हजार 336 शिक्षकों की बहाली की गई थी, अर्थात् पिछले 70 दिनों में कुल 2 लाख 16 हजार 359 शिक्षकों की बहाली की गई है। ये अपने आप में अभूतपूर्व है। अब तक 3 लाख 63 हजार लोगों की बहाली हो चुकी है। शिक्षा विभाग के अलावा दूसरे विभागों में भी बहाली हुई है। अब तक 5 लाख युवक-युवतियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। हमलोगों ने सात निश्चय-2 में भी 20 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने (10 लाख नौकरी एवं 10 लाख लोगों को रोजगार) देने का लक्ष्य रखा था। इसपर तेजी से काम हो रहा है तथा शीघ्र ही इस लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा। सभी नवनियु...
Yaden यादें बोरसी की आग की /ध्रुव गुप्त
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Yaden यादें बोरसी की आग की /ध्रुव गुप्त

यादें बोरसी की आग की /ध्रुव गुप्त सर्दी के बढ़ने के साथ हीटर या ब्लोवर्स के सामने बैठकर सर्दी से लड़ने के कुछ पारंपरिक हथियारों की याद आने लगी है। बोरसी की आग उनमें सबसे प्रमुख हुआ करती थी। शहरों में बस चुके जिन लोगों की जड़ें गांवों में हैं उन्हें जाड़े की रातों में बोरसी की आग जी स्मृतियां भूली नहीं होंगी। घर के दरवाजे पर जलती, सुलगती बोरसी का मतलब होता था शीत से संपूर्ण सुरक्षा। अब शहरों या गांवों में भी पक्के, सुंदर घरों वाले लोग धुएं से घर की दीवारें काली पड़ जाने के डर से बोरसी नहीं सुलगाते। मिट्टी और खपरैल के मकानों में ऐसा कोई डर नहीं होता था। घर के बुजुर्ग कहते थे कि दरवाजे पर बोरसी की आग हो तो ठंढ तो क्या, सांप-बिच्छू और भूत-प्रेतो का भी घर में प्रवेश बंद होता है। सार्वजनिक जगहों पर जलनेवाले अलाव जहां गांव-टोले के चौपाल कहे जाते थे, बोरसी को पारिवारिक चौपाल का दर्जा हासिल था। उसके ...
Premchand शतरंज के खिलाड़ी ” कहानी के प्रकाशन के 100 साल  ——————————–  शतरंज के खिलाड़ी और कफ़न : प्रेमचंद की दो कहानियां 
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Premchand शतरंज के खिलाड़ी ” कहानी के प्रकाशन के 100 साल ——————————– शतरंज के खिलाड़ी और कफ़न : प्रेमचंद की दो कहानियां 

"शतरंज के खिलाड़ी " कहानी के प्रकाशन के 100 साल -------------------------------- शतरंज के खिलाड़ी और कफ़न : प्रेमचंद की दो कहानियां  प्रेमकुमार मणि, पटना    प्रेमचंद ने दो सौ से अधिक कहानियां लिखी है, जिनमें से कोई बीस कहानियां अलग-अलग कारणों से रेखांकित करने योग्य हैं. कफ़न,पूस की रात, शतरंज के खिलाड़ी, सवा सेर गेहूं, सद्गति, ठाकुर का कुआँ, ईदगाह, बड़े भाई साहब, नमक का दरोगा और पंच-परमेश्वर जैसी कहानियां मुझे भी काफी पसंद हैं; लेकिन यहाँ मैं केवल दो कहानियों की विवेचना करना चाहूंगा. ये हैं- शतरंज के खिलाडी और कफ़न. यह चुनाव इसलिए कर सका हूँ कि मुझे लगता है,इनके माध्यम से हम न केवल प्रेमचंद को, बल्कि उनके दौर को भी समझ सकते हैं. इससे यह बात भी निकलती है कि प्रेमचंद अपने समय के अन्य लेखकों से किस तरह अलग थे.   ' शतरंज के खिलाड़ी ' 1924 में लिखी गई थी और पहली दफा ' मा...
Bihar बिहार के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के सीनेट की 7वीं बैठक में भाग लिया।
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Bihar बिहार के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के सीनेट की 7वीं बैठक में भाग लिया।

बिहार के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के सीनेट की 7वीं बैठक में भाग लिया। उन्होंने शिक्षकों को समयबद्ध प्रोन्नति देने तथा शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के सेवांत लाभ का भुगतान उनकी सेवानिवृत्ति के दिन ही करने का निदेश दिया। उन्होंने विश्वविद्यालयों में ‘एकलव्य’ कार्यक्रम को पुनः शुरू कराने तथा केन्द्र सरकार के ‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम के तहत खेलकूद संबंधी दी जानेवाली सुविधाएँ व अनुदान प्राप्त करने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने को भी कहा। राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों को अपना एक ‘एप (App)’ बनाने का निदेश दिया। इसके माध्यम से विश्वविद्यालय की सभी गतिविधियों के बारे में जानकारी मिल सकेगी।...