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BNMU मेरे जीवन में ‘शतरंज’
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BNMU मेरे जीवन में ‘शतरंज’

मेरे जीवन में 'शतरंज' -------------------- 11 जुलाई 2018 को बीएनएमयू, मधेपुरा के माननीय कुलपति प्रोफेसर डाॅ. अवध किशोर राय सर के साथ अंतर महाविद्यालय शतरंज प्रतियोगिता के समापन समारोह में शिरकत करने का अवसर मिला, तो शतरंज से जुड़ी कुछ यादें ताजा हो गयीं- 1. सर्वप्रथम यह बताना जरूरी है कि मैंने भी जीवन में खेल एवं व्यायाम आदि के महत्व के बारे में पढ़ा-सुना है। लेकिन मेरी व्यक्तिगत मान्यता है कि हमें खेलों एवं व्यायामों की बजाय उत्पादक श्रम में समय लगाना चाहिए। हम जितना पसीना खेल मैदान में या जिम आदि में बहाते हैं, उतना खेत-खलिहान या किचन अथवा लघु-कुटीर उद्योग में लगाएं, तो दुनिया बदल जाए। 2. मुझे खेलों में रूचि नहीं के बराबर है। मैं शुरू से ही क्रिकेट का विरोधी रहा हूँ। आज तक टेलीविजन पर एक भी क्रिकेट मैच नहीं देखा हूँ और न ही रेडियो पर किसी मैच की काॅमेंट्री सुना हूँ। मुझे लंदन के ...
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PDS पीडीएस शोध शुद्धि कार्यक्रम का आयोजन

इन्फलिवनेट, यूजीसी, नई दिल्ली द्वारा 'पीडीएस शोध शुद्धि' भारत के सभी विश्वविद्यालयों में अनिवार्यतः लागू कर दी गई है। इसका उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शोध को बढ़ावा देना और साहित्यिक चोरी (प्लैग्रिज्म) की रोकथाम करना है। इन्हीं मुद्दों को लेकर इन्फलिवनेट, यूजीसी द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और देश के सभी राज्यों के विश्वविद्यालयों को इस अभियान से चरणबद्ध रूप से जोड़ा जा रहा है। बिहार एवं झारखंड राज्य के विश्वविद्यालयों के लिए संयुक्त जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आज 7 जुलाई, 2021 को आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में सभी विश्वविद्यालयों के प्लैग्रिज्म डिटेक्शन सेंटर (पीडीसी) के विश्वविद्यालय समन्वयकों ने विशेष रूप से भाग लिया। यह कार्यशाला शिक्षकों, शोधार्थियों एवं छात्रों को जागरूक करने के लिए आयोजित की गई थी। यह कार्यशाला दो सत्रों पर आधारित था। प्रारंभ में युजीसी के सच...
BNMU शबाना निकहत के आकस्मिक निधन से शोक की लहर
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BNMU शबाना निकहत के आकस्मिक निधन से शोक की लहर

शबाना निकहत के आकस्मिक निधन से शोक की लहर बीएनएमयू, मधेपुरा में गुरूवार कोबीएनएमयू, मधेपुरा के निदेशक (अकादमिक) एवं विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग के वरिष्ठ शिक्षक प्रोफेसर डाॅ. एम. आई. रहमान की धर्मपत्नी शबाना निकहत का दिल का दौडा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया है। उन्होंने बुधवार को रात्रि के लगभग 2:10 बजे मुजफ्फरपुर में आखिरी सांस लीं। वो अपने पीछे दो पुत्र मो. ईरतीका उर रहमान एवं मो. ईरतीफा उर रहमान तथा एक पुत्री किसवा रहमान को छोड़ गई हैं। शबाना निकहत के निधन से डाॅ. रहमान के परिजनों एवं शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई है और पूरा विश्वविद्यालय परिवार मर्माहत है। कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आर. के. पी. रमण ने शबाना निकहत के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए इसे अपनी व्यक्तिगत क्षति बताई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने असमय अपना एक पारिवारिक सदस्य खो दिया है। प्रति कुलपति प्रोफेसर डाॅ....
BNMU शुरूआती सफर की कुछ यादें-कुछ बातें…
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BNMU शुरूआती सफर की कुछ यादें-कुछ बातें…

शुरूआती सफर की कुछ यादें-कुछ बातें... =============== बिहार लोक सेवा आयोग, पटना द्वारा वर्ष 2014 में असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए विज्ञापन निकला था। हमारे दर्शनशास्त्र विषय का साक्षात्कार मार्च 2016 में हुआ और परिणाम आया लगभग 9 माह बाद दिसंबर में। इसमें मेरा चयन भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में हुआ। साक्षात्कार में कम अंक मिलने के कारण मेरा 'रैंक' सबसे नीचे रहा, इससे कुछ निराशा तो हुई, लेकिन हमने इसे अपनी नियति मानकर स्वीकार कर लिया। बहरहाल, हम भूपेंद्र नारायण मंडल, विश्वविद्यालय में अपनी 'ज्वाइनिंग' का इंतजार करने लगे। साथ ही हम बीच-बीच में अगली प्रक्रियाओं की जानकारी आदि के लिए 'विश्वविद्यालय' का चक्कर काटते रहे और काफी खट्टे-मीठे अनुभवों से गुजरे। हमारे अथक परिश्रम के बाद गत 8 मई, 2017 का यादगार दिन आया, जब हमारा 'डाक्यूमेन्ट वेरिफ़िकेशन' हुआ। इस दिन कई अनुभव हुए। इ...
BNMU व्याख्यान माला आज
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BNMU व्याख्यान माला आज

तीन व्याख्यानों का आयोजन 25 को (आज) विश्व दर्शन दिवस के उपलक्ष्य में भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद् द्वारा संपोषित एक व्याख्यान माला 25 मार्च, 2021 गुरुवार को पूर्वाह्न 10 : 30 बजे से केंद्रीय पुस्तकालय सभागार में सुनिश्चित है। इसके अंतर्गत तीन व्याख्यानों का आयोजन किया जाएगा। प्रथम व्याख्यान भारतीय अस्मिता का पुनरावलोकन विषय पर बीएनएमयू, मधेपुरा की प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ. आभा सिंह का होगा। शिक्षा, समाज एवं नैतिकता विषय पर द्वितीय व्याख्यान प्रोफेसर डॉ. प्रभु नारायण मंडल, पूर्व अध्यक्ष दर्शनशास्त्र विभाग, तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, भागलपुर का होगा। तीसरे व्याख्यानकर्ता गाँधी विचार विभाग, तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, भागलपुर के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. विजय कुमार समकालीन चुनौतियाँ और गाँधी विषय पर व्याख्यान देंगे। कार्यक्रम का उद्घाटन भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद्, नई द...
BNMU प्रथम साक्षी से संवाद/ शिक्षक एवं शिक्षार्थी में तारतम्य आवश्यक : डॉ. रवि
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BNMU प्रथम साक्षी से संवाद/ शिक्षक एवं शिक्षार्थी में तारतम्य आवश्यक : डॉ. रवि

प्रथम साक्षी से संवाद जनवरी 1992 में बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री लालू प्रसाद यादव की सरकार ने कोसी में विश्वविद्यालय की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा किया और मधेपुरा को इसका मुख्यालय बनाया। इस तरह बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय का जन्म हुआ। इसमें डॉ. रमेन्द्र कुमार यादव 'रवि' की महती भूमिका रही और सौभाग्य से आपको विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति होने का गौरव भी प्राप्त हुआ। इस तरह आप इस विश्वविद्यालय के प्रथम साक्षी हैं। आपने इस विश्वविद्यालय की गर्भावस्था का सुख अनुभूत किया और इसकी प्रसव वेदना भी झेली। इसे घुटने के बल चलते देखा, फिर डगमगाते हुए दौड़ते भी देखा और आज इस मुकाम पर भी देख रहे हैं। आप इस विश्वविद्यालय के अतीत, वर्तमान एवं भविष्य अर्थात् कल, आज एवं कल को एक साथ देख रहे हैं। इस विश्वविद्यालय का वांग्मय चाहे जितना बड़ा हो जाए, इसकी इमारतों की मंजिलें चाहे कितनी भी ऊंची क्यों न...
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Environment। मानव-पर्यावरण में घनिष्ठ संबंध

पर्यावरण को कई भागों में बांटा गया है। इनमें प्राकृतिक पर्यावरण, जैविक पर्यावरण, सांस्कृतिक पर्यावरण आदि प्रमुख हैं। मनुष्य का इन सब के साथ घनिष्ठ संबंध है। इनके बीच पारस्परिक आत्मनिर्भरता है। यह बात स्नातकोत्तर भूगोल विभाग, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा में असिस्टेंट प्रोफेसर फौज़िया रहमान ने कही। वे शनिवार को बीएनएमयू संवाद व्याख्यान माला में व्याख्यान दे रही थीं। इसका विषय था मानव-पर्यावरण संबंध। उन्होंने बताया कि भूगोल विषय में आरंभ से लेकर वर्तमान तक हर स्तर पर पर्यावरण आ गया है। भौगोलिक चिंतन में मानव पर्यावरण संबंध को समझने के कई उपगम हैं। नियतिवाद उपागम, संभववाद, नव निश्चयवाद आदि। नियतितवाद प्रकृति के श्रेष्ठ मानता है और संभववाद मनुष्य को। नव निश्चयवाद बीच की स्थिति है। उन्होंने बताया कि जब मनुष्य अपने पर्यावरण को अधिक क्षति पहुंचाता है, तो विनाशक परिस्थिति सामने आती ह...
Bihar लालजी टंडन को श्रद्धांजलि। बीएनएमयू में शोक सभा आयोजित
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Bihar लालजी टंडन को श्रद्धांजलि। बीएनएमयू में शोक सभा आयोजित

मनुष्य चला जाता है, लेकिन उसकी कीर्ति यहां रह जाती है। जो कुछ कीर्ति करके जाते हैं, वे हमेशा जीवित रहते हैं। लालजी टंडन की कृतियां भी उन्हें हमेशा जीवित रखेंगी‌। यह बात कुलपति प्रोफेसर डाॅ. ज्ञानंजय द्विवेदी ने कही। वे बुधवार को कुलपति कार्यालय परिसर में बिहार के पूर्व राज्यपाल सह कुलाधिपति एवं मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के सम्मान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बोल रहे थे। कुलपति ने कहा कि जाने-माने राजनेता श्री लालजी टंडन का 21 जुलाई 2020 को निधन हो गया। यह हमारे लिए अत्यंत ही दुखद है। इनको अगस्त, 2018 को बिहार के राज्यपाल बनाया गया था। यहाँ राज्यपाल के रूप में इन्होंने काफी सराहनीय काम किया। यहाँ से इन्हें जुलाई, 2019 को मध्यप्रदेश के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई थी और संप्रति वे इस जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन कर रहे थे। कुलपति ने बताया कि लालजी टंडन ने राज्यपाल सह कुला...
BNMU व्यक्ति के विकास में परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण
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BNMU व्यक्ति के विकास में परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और व्यक्ति का समाज उसके परिवार से ही शुरू होता है। ऐसे में व्यक्ति के विकास में परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। यह बात मनोविज्ञान विभाग टीएनबी कॉलेज भागलपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ श्वेता पाठक ने कही वह सोमवार को बीएनएमयू संभाग व्याख्यानमाला में रोल ऑफ कम्युनिकेशन इन पैरंट चाइल्ड रिलेशनशिप विषय पर व्याख्यान दे रही थीं। उन्होंने कहा कि आज कल के परिप्रेक्ष्य में एकाकी परिवार होने के कारण माता-पिता की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। माता-पिता बच्चों की समस्याओं और विचारों को सही-सही समझे। यदि माता पिता और बच्चों के बीच उचित संवाद होता है, तो यह जिम्मेदारी भी सरलता से निभ जाती है। संवाद से तात्पर्य, दुसरो तक अपनी बातें, अपने विचार को सही तरह से साझा करने से होता है। उचित संवाद के लिए माता पिता को बच्चों के कम्युनिकेशन स्किल को समझने से पहले अपने स्किल्स क...