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Environment। मानव-पर्यावरण में घनिष्ठ संबंध

पर्यावरण को कई भागों में बांटा गया है। इनमें प्राकृतिक पर्यावरण, जैविक पर्यावरण, सांस्कृतिक पर्यावरण आदि प्रमुख हैं। मनुष्य का इन सब के साथ घनिष्ठ संबंध है। इनके बीच पारस्परिक आत्मनिर्भरता है। यह बात स्नातकोत्तर भूगोल विभाग, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा में असिस्टेंट प्रोफेसर फौज़िया रहमान ने कही। वे शनिवार को बीएनएमयू संवाद व्याख्यान माला में व्याख्यान दे रही थीं। इसका विषय था मानव-पर्यावरण संबंध। उन्होंने बताया कि भूगोल विषय में आरंभ से लेकर वर्तमान तक हर स्तर पर पर्यावरण आ गया है। भौगोलिक चिंतन में मानव पर्यावरण संबंध को समझने के कई उपगम हैं। नियतिवाद उपागम, संभववाद, नव निश्चयवाद आदि। नियतितवाद प्रकृति के श्रेष्ठ मानता है और संभववाद मनुष्य को। नव निश्चयवाद बीच की स्थिति है। उन्होंने बताया कि जब मनुष्य अपने पर्यावरण को अधिक क्षति पहुंचाता है, तो विनाशक परिस्थिति सामने आती ह...
कविता / मुझे अँधेरों में रखा / डॉ. कविता भट्ट ‘शैलपुत्री’ श्रीनगर-गढ़वाल, उत्तराखंड
SRIJAN.KAVITA

कविता / मुझे अँधेरों में रखा / डॉ. कविता भट्ट ‘शैलपुत्री’ श्रीनगर-गढ़वाल, उत्तराखंड

मुझे अँधेरों में रखा डॉ कविता भट्ट 'शैलपुत्री' श्रीनगर-गढ़वाल, उत्तराखंड मेरी सरलता ने मुझे अंधेरों में रखा, वरना, कोई कमी न थी मुझे उजालों की। उसके मोह ने इस शहर के फेरों में रखा, हवा न लगी मुझे मशहूर होने के ख्यालों की। झिर्रियों की रोशनी को बाँह के डेरों में रखा, जिससे घबरायी वो परछाईं थी मेरे ही बालों की। उसने हमराज़-हमदर्द शब्दों के ढेरों में रखा, नैनों की भाषा हारी, लिपि भावों के उबालों की। चाँद ने उस रात प्यार के घेरों में रखा, सूरज ने हमेशा गवाही दी मेरे पैरों के छालों की। दूर के पर्वत की चोटी को मैंने पैरों में रखा, जानकर 'कविता' अनदेखी करती रही चालों की डॉ. कविता भट्ट लेखिका/साहित्यकार, सम्पादिका तथा योग-दर्शन विशेषज्ञ हैं। आप 'उन्मेष' की राष्ट्रीय महासचिव के रूप में समाज सेवा में निरन्तर निरत हैं। शैक्षणिक एवं साहित्यिक लेखन हेतु आपको अनेक प्रत...
Bihar लालजी टंडन को श्रद्धांजलि। बीएनएमयू में शोक सभा आयोजित
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Bihar लालजी टंडन को श्रद्धांजलि। बीएनएमयू में शोक सभा आयोजित

मनुष्य चला जाता है, लेकिन उसकी कीर्ति यहां रह जाती है। जो कुछ कीर्ति करके जाते हैं, वे हमेशा जीवित रहते हैं। लालजी टंडन की कृतियां भी उन्हें हमेशा जीवित रखेंगी‌। यह बात कुलपति प्रोफेसर डाॅ. ज्ञानंजय द्विवेदी ने कही। वे बुधवार को कुलपति कार्यालय परिसर में बिहार के पूर्व राज्यपाल सह कुलाधिपति एवं मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के सम्मान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बोल रहे थे। कुलपति ने कहा कि जाने-माने राजनेता श्री लालजी टंडन का 21 जुलाई 2020 को निधन हो गया। यह हमारे लिए अत्यंत ही दुखद है। इनको अगस्त, 2018 को बिहार के राज्यपाल बनाया गया था। यहाँ राज्यपाल के रूप में इन्होंने काफी सराहनीय काम किया। यहाँ से इन्हें जुलाई, 2019 को मध्यप्रदेश के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई थी और संप्रति वे इस जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन कर रहे थे। कुलपति ने बताया कि लालजी टंडन ने राज्यपाल सह कुला...
BNMU व्यक्ति के विकास में परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण
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BNMU व्यक्ति के विकास में परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और व्यक्ति का समाज उसके परिवार से ही शुरू होता है। ऐसे में व्यक्ति के विकास में परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। यह बात मनोविज्ञान विभाग टीएनबी कॉलेज भागलपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ श्वेता पाठक ने कही वह सोमवार को बीएनएमयू संभाग व्याख्यानमाला में रोल ऑफ कम्युनिकेशन इन पैरंट चाइल्ड रिलेशनशिप विषय पर व्याख्यान दे रही थीं। उन्होंने कहा कि आज कल के परिप्रेक्ष्य में एकाकी परिवार होने के कारण माता-पिता की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। माता-पिता बच्चों की समस्याओं और विचारों को सही-सही समझे। यदि माता पिता और बच्चों के बीच उचित संवाद होता है, तो यह जिम्मेदारी भी सरलता से निभ जाती है। संवाद से तात्पर्य, दुसरो तक अपनी बातें, अपने विचार को सही तरह से साझा करने से होता है। उचित संवाद के लिए माता पिता को बच्चों के कम्युनिकेशन स्किल को समझने से पहले अपने स्किल्स क...