Gaya बौद्ध महोत्सव 19-21 जनवरी, 2024 तक

बौद्ध महोत्सव 19-21 जनवरी, 2024 तक

पर्यटन विभाग, बिहार सरकार और जिला प्रशासन, गया, मंदिर प्रबंधन समिति के सहयोग से 19 से 21 जनवरी, 2024 तक कालचक्र मैदान में वार्षिक बौद्ध महोत्सव- 2024 का आयोजन कर रहा है।

ज़िला पदाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक

जिला प्रशासन एवं मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा महोत्सव के आयोजन की सभी तैयारियां की जा रही हैं। इस संदर्भ में 4 जनवरी, 2024 को ज़िला पदाधिकारी, गया डॉ. त्यागराजन एस. एम. की अध्यक्षता में बौद्ध महोत्सव 2024 की तैयारी को लेकर समाहरणालय सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई। इस मौके पर उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव का आयोजन अगले साल 19 जनवरी से लेकर 21 जनवरी तक किया जायेगा। बौद्ध महोत्सव 2024 के सफल आयोजन हेतु 16 कार्यसमिति/ कोषांग का गठन करते हुए वरीय नोडल पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी तथा सदस्यों को नामित करते हुए बौद्ध महोत्सव के सफल आयोजन हेतु सभी आवश्यक तैयारियां करवाने का निर्देश दिए हैं। 16 कार्यसमिति/ कोषांग यथा सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु कलाकारों का चयन कोषांग का दायित्व है कि अंतरराष्ट्रीय/ राष्ट्रीय तथा बिहार के ख्याति प्राप्त कलाकारों का चयन एवं आमंत्रण पत्र भेजना शामिल है। कार्यक्रम स्थल की तैयारी कोषांग का दायित्व है कि पंडाल, मंच निर्माण, रोशनी, ध्वनि, उद्घोषक की व्यवस्था एवं मिनट 2 मिनट कार्यक्रम तैयार करना। आवासन कोषांग का दायित्व है कि कलाकारों, गणमान्य व्यक्तियों के आवासन की व्यवस्था करना।

विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था कोषांग का दायित्व है कि संपूर्ण बोधगया के मार्गो, भवनों को एलईडी लाइट से सुसज्जित करना एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति करना तथा खराब स्ट्रीट लाइट की मरम्मत कराना शामिल है। सभी मॉनेस्ट्री एवं होटल को नीले रंग के लाइट से सुसज्जित करना शामिल है। सफाई एवं पेयजल व्यवस्था कोषांग का दायित्व है कि बोधगया संपूर्ण क्षेत्र की साफ-सफाई एवं पेयजल की व्यवस्था को दुरुस्त रखना। कालचक्र मैदान में पर्याप्त संख्या में शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कराना, पूर्व से अधिष्ठापित शौचालय यूरेनियल तथा पियाऊ की पूरी तरह मरम्मत करवाना, कार्यक्रम स्थल पर लगातार फॉगिंग करवाना शामिल है।

 

 

स्वास्थ्य व्यवस्था कोषांग का दायित्व है कि विशिष्ट अतिथियों, अतिथियों, कलाकारों, पर्यटकों एवं कार्यक्रम में भाग लेने वाले व्यक्तियों के स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना शामिल है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बोधगया में पर्याप्त बेड, जीवन रक्षक दवाइयां, एंबुलेंस, पर्याप्त चिकित्सक एवं कर्मी की प्रतिनियुक्ति इसके अलावा पांच एंबुलेंस एवं चलंत स्वास्थ्य शिविर की व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें। परिवहन एवं ट्रैफिक व्यवस्था कोषांग का दायित्व है कि बौद्ध महोत्सव कार्यक्रम में आए कलाकारों एवं विशिष्ट अतिथियों के लिए परिवहन एवं ट्रैफिक व्यवस्था सुगमता रखना। आम जनों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए भी अच्छे तरीके से ट्रैफिक प्लान तैयार करते हुए विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शित करवाना सुनिश्चित करें। आमंत्रण कार्ड, ब्रोशर, स्मारिका कोषांग का दायित्व है कि आमंत्रण कार्ड, ब्रॉसर, स्मारिका का प्रारूप तैयार करना, मुद्रण एवं वितरण कराना शामिल है।

विधि व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था कोषांग का दायित्व है कि बौद्ध महोत्सव के अवसर पर श्रद्धालुओं, पर्यटकों एवं विशिष्ट अतिथियों के लिए अलग-अलग दीर्घा बनाकर बैठने की व्यवस्था कराना तथा कार्यक्रम स्थल की समुचित विधि व्यवस्था सुरक्षा व्यवस्था संधारित करना। कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरा अधिष्ठापन, संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर पदाधिकारी का डेप्लॉयमेंट, अति विशिष्ट व्यक्तियों विशिष्ट व्यक्तियों तथा दर्शक के लिए एग्जिट प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया है। विभागीय प्रदर्शनी, फूड स्टॉल, महिला महोत्सव कोषांग का दायित्व है कि कालचक्र मैदान में विभिन्न विभागों का प्रदर्शनी, फूड स्टॉल लगाना एवं महिला महोत्सव का आयोजन सफलतापूर्वक करना शामिल है। प्रचार प्रसार एवं तोरण द्वार कोषांग का दायित्व है कि टीवी, रेडियो एवं हार्डिंग के माध्यम प्रचार प्रसार तथा दो मुहान के निकट संबोधि द्वार का लाइट आदि से सुसज्जित कराना बोधगया के विभिन्न स्थलों पर पर्याप्त साइनएज लगाना शामिल है। पहचान पत्र, भीभीआईपी पास, वाहन पास कोषांग का दायित्व है कि वाहन पास, कलाकारों, अतिथियों के लिए पहचान पत्र गंभीरतापूर्वक उपलब्ध करावे।

सेमिनार, सर्व धर्म सभा, पदयात्रा कोषांग का दायित्व है कि देश विदेश के विद्वानों को आमंत्रित कर सेमिनार, सर्व धर्म सभा, पदयात्रा जो डुंगेश्वरी से महाबोधि मंदिर तक आयोजन होता है, उसके लिए पूरी तैयारियां कर ले। इसके उपरांत आपदा प्रबंधन कोषांग तथा नियंत्रण कक्ष कोषांग का दायित्व है कि कार्यक्रम स्थल पर 24 * 7 घंटा नियंत्रण कक्ष की स्थापना करते हुए विभिन्न आने वाले कॉल को फॉलो करते रहें। जिला पदाधिकारी ने कोषांग के तमाम पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपने कोषांग के सदस्यों के साथ बैठक कर बौद्ध महोत्सव 2024 के अवसर पर आवंटित कार्यों का वर्क प्लान तैयार कर कार्य कराना सुनिश्चित करें। बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता राजस्व, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था, अपर समाहर्ता लोक शिकायत, अनुमंडल पदाधिकारी सदर सहित सभी कोषांग के पदाधिकारी गण उपस्थित थे।

अंतरराष्ट्रीय सेमिनार होगा आयोजित

मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव डॉ. महाश्वेता महारथी ने बताया कि महोत्सव के दौरान 20 जनवरी, 2024 को (सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक) महाबोधि महाविहार मंदिर, (ध्यान पार्क), बोधगया में ‘माइंडफुलनेस : संघर्ष समाधान का तरीका’ विषय पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया जाएगा। मगध मगध विश्वविद्यालय, बोधगया की पूर्व कुलपति एवं मुंगेर विश्वविद्यालय, मुंगेर की पूर्व प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) कुसुम कुमारी को इसका संयोजक बनाया गया है।

सेमिनार में भाग लेने के लिए देश के कई प्रतिष्ठित दर्शनशास्त्रियों को आमंत्रित किया गया है। इनमें अखिल भारतीय दर्शन परिषद् के पूर्व महामंत्री प्रो. (डॉ.) अम्बिका दत्त शर्मा, नालंदा महाविहार, नालंदा के प्रो. (डॉ.) सुशीम दुबे और बीएनएमयू, मधेपुरा के डॉ. सुधांशु शेखर के नाम शामिल हैं।