BNMU सेना में भर्ती से संबंधित मार्गदर्शन कार्यक्रम आयोजित

*सेना में भर्ती से संबंधित मार्गदर्शन कार्यक्रम आयोजित*

आर्मी रिक्रूटिंग ऑफिस, कटिहार की ओर से ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में शुक्रवार को मार्गदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। 17 बिहार बटालियन एनसीसी, सहरसा के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी एनसीसी कैडेट्स (नए एवं पुराने) को आर्मी रिक्रूटिंग की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई।

*सेना में होने वाली है बड़े पैमाने पर बहाली*

इस अवसर पर आर्मी रिक्रूटिंग ऑफिस (एआरओ), कटिहार सूबेदार मेजर सत्येंद्र सिंह ने भारतीय सेना के स्थायी एवं अस्थायी बहाली की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी और युवाओं को सेना में भर्ती होकर राष्ट्रसेवा करने हेतु प्रेरित किया।

उन्होंने बताया कि भारतीय सेना में शामिल होना गौरव की बात है। इसके लिए जुनून, दृढ़ता एवं कठिन परिश्रम की आवश्यकता होती है। भारतीय सेना का हिस्सा बनना एक रोमांचक अनुभव है। इसकी एक कठिन प्रक्रिया है, जिसमें परीक्षा, प्रशिक्षण और अन्य बातें शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि सेना में आठवीं पास से लेकर स्नातक उत्तीर्ण युवाओं की विभिन्न पदों पर नियुक्ति की जाती है। सेना की सभी नियुक्तियां एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत होती है और इसमें पूरी ईमानदारी बरती जाती है। इसलिए युवाओं को कभी भी किसी बिचौलिए या दलाल आदि के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए।

उन्होंने सेना में विभिन्न कमीशन आफिसर, डाक्टर, धार्मिक शिक्षक, जवान, ड्राइवर आदि विभिन्न पदों के लिए निर्धारित योग्यता एवं उससे जुड़े वेतन-भत्तों आदि की भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेना के विभिन्न पदों पर होने वाली नियुक्तियों में एनसीसी कैडेट्स के लिए लिखित परीक्षा में वेटेज का प्रावधान है। सभी कैडेट्स सेना भर्ती की विभिन्न योजनाओं में शामिल हों और अपने साथियों और अन्य जरूरतमंदों को भी इसकी जानकारी दें।

उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में आर्मी रिक्रूटिंग आफिस, कटिहार के माध्यम से बड़े पैमाने पर बहाली होने वाली है। उन्होंने सभी युवाओं को अभी से इसकी तैयारी में जुटने की अपील की।


*पच्चीस प्रतिशत अग्निवीर को स्थायी करने की योजना*
हवलदार महेंद्र सिंह ने अग्निवीर योजना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा  सशस्त्र बलों की तीन सेवाओं में कमीशन अधिकारियों के पद से नीचे के सैनिकों की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू की गई है। इसके तहत सेना में शामिल होने वाले जवानों को ‘अग्निवीर’ के नाम से जाना जाता है। इनकी भर्ती सेवा चार वर्ष के लिए होती है।


उन्होंने बताया कि चार वर्ष की सेवा के पश्चात 25 प्रतिशत अग्निवीरों को उनकी कौशलता के आधार पर स्थाई किया जाता है। स्थाई कैडर का हिस्सा बन जाने के पश्चात अग्निवीरों के लिए बाकी जवानो की ही तरह पेंशन और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था है।

*सेवा को तत्पर रहते हैं सैनिक*
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. कैलाश प्रसाद यादव ने कहा कि भारतीय सेना के जवान राष्ट्र को सेवा को तत्पर रहते हैं। हम सभी उनकी त्याग एवं बलिदान के कारण ही अपने घरों में चैन की नींद सोते हैं।

उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे भारतीय थल सेना, जल सेना एवं वायु सेना के विभिन्न पदों पर जाकर महाविद्यालय एवं क्षेत्र का नाम रौशन करें।

*राष्ट्रसेवा सबसे बड़ी सेवा है*

मुख्य अतिथि दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि राष्ट्रसेवा सबसे बड़ी सेवा है। इसलिए भारतीय सेना में भर्ती होकर राष्ट्र की सेवा एवं सुरक्षा में अपने आपको न्योछावर करना हर देशभक्त युवा का ख्वाब होता है। हमारे युवा इस सेवा में केवल रोजगार के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति से प्रेरित होकर आते हैं। सेना की वर्दी पहनने से जो सम्मान अर्जित होता है, वह और किसी सेवा में नहीं है।

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना दुनिया की सबसे बहादुर एवं प्रतिष्ठित सेना है। सेना के जवान बाह्य एवं आंतरिक खतरों से हमारी रक्षा करते हैं। सेना के जवानों द्वारा बाढ़, भुकंप, कोरोना आदि विभिन्न आपदाओं के समय किया गया सेवा कार्य भी सराहनीय है।

*पुष्पगुच्छ से किया गया सम्मान*
इसके पूर्व सेना के दोनों अधिकारियों का महाविद्यालय की ओर से पुष्पगुच्छ एवं डायरी भेंट कर सम्मान किया गया।

कार्यक्रम का संचालन अंकित कुमार और धन्यवाद ज्ञापन अभिषेक राय ने किया


कार्यक्रम में एनसीसी के एएनओ सह गणित विभागाध्यक्ष ले. गुड्डु कुमार के निदेशानुसार बड़ी संख्या में कैडेट्स उपस्थित हुए। इनमें बेबी कुमारी, रणवीर राठौर, चाँदनी कुमारी, गोलू कुमारी, वाणी कुमारी, भारती कुमारी, हरे राम कुमार, मोन कुमार, शिवराज कुमार, अरविंद कुमार, नीतीश कुमार, शैलेंद्र कुमार, अंकित कुमार, भानु कुमार, राहुल कुमार, अमित कुमार, रोहन कुमार, निकेश कुमार, रवि कुमार, रौशन कुमार, कुमार गौरव, कृष्णदेव कुमार, गौरव कुमार, अभिषेक प्रमुख हैं।