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BNMU डाॅ. अशोक बने यूएमआईएस के नोडल पदाधिकारी

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डाॅ. अशोक बने यूएमआईएस के नोडल पदाधिकारी
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स्नातकोत्तर भौतिकी विज्ञान विभाग, मधेपुरा के अध्यक्ष प्रोफेसर डाॅ. अशोक कुमार ने बुधवार को यूएमआईएस के नोडल पदाधिकारी के रूप में योगदान दिया। उन्होंने पत्रांक- जीएस-एमआईएस-15-134/05) 409/21, 05. 06. 2021 के आलोक में कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद को अपना योगदान पत्र समर्पित किया।

इस अवसर पर पूर्व नोडल पदाधिकारी सह नवनियुक्त महाविद्यालय निरीक्षक (विज्ञान) डाॅ. अशोक कुमार सिंह, बीएनमुस्टा के महासचिव डाॅ. नरेश कुमार, एनएसएस समन्वयक डाॅ. अभय कुमार, जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर आदि उपस्थित थे।

योगदानोपरांत डाॅ. अशोक ने कुलपति प्रोफेसर डॉ. आरकेपी रमण से भी शिष्टाचार भेंट की और उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। कुलपति ने नवनियुक्त नोडल पदाधिकारी को बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं और अपने दायित्वों का सम्यक् निर्वहन करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने को प्राथमिकता दी जाए।

मालूम हो कि डाॅ. अशोक ने जेनरल हाई स्कूल (अब शिवनंदन प्रसाद उच्च विद्यालय), मधेपुरा से मैट्रिक एवं टी. एन. बी. महाविद्यालय, भागलपुर से इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की। तदुपरांत ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा से स्नातक एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा से स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने सन् 1992 में भौतिकी के जानेमाने विद्वान डाॅ. आर. एम. राय के मार्गदर्शन में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा से ही पी-एच. डी. की उपाधि प्राप्त की है।

डाॅ. अशोक कुमार ने नवंबर, 1996 को भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा अंतर्गत एम. एल. टी. काॅलेज, सहरसा में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में योगदान दिया। वहाँ से वर्ष 2003 में इनका स्नातकोत्तर भौतिकी विभाग में हस्तांतरित हुआ, जहाँ ये संप्रति प्रोफेसर एवं अध्यक्ष के रूप में में कार्यरत हैं। इस जिम्मेदारी के अतिरिक्त वे केंद्रीय पुस्तकालय के प्रोफेसर इंचार्ज एवं विश्वविद्यालय पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के समन्वयक की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। इसके पूर्व ये उप कुलसचिव (परीक्षा) एवं महाविद्यालय निरीक्षक (विज्ञान) के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। इनकी दो पुस्तकें और दो दर्जन से अधिक शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं। अब तक इनके मार्गदर्शन में दस शोधार्थियों को पी-एच. डी. की उपाधि प्राप्त हो चुकी है।

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