Saturday, July 27bnmusamvad@gmail.com, 9934629245

NSS डॉ. अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम

डॉ. अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम
———
डाॅ. भीमराव अंबेडकर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उनका नाम देश-दुनिया के प्रमुख शिक्षाविद्, दार्शनिक, अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री एवं संविधान विशेषज्ञ में शामिल है और उन्हें दुनिया में ज्ञान के प्रतिक माना जाता है।

यह बात दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने कही। वे मंगलवार को डॉ. अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर केवल दलितों के मसीहा नहीं थे, बल्कि वे संपूर्ण मानवता के उन्नायक थे। उन्होंने जीवन भर सामाजिक न्याय एवं मानवाधिकार की रक्षा हेतु संघर्ष किया। उन्होंने संविधान के माध्यम से सभी लोगों के लिए स्वतंत्रता, समानता, बंधुता की गारंटी दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डॉ. कैलाश प्रसाद यादव ने कहा कि डाॅ. अंबेडकर ने हमें ‘शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो’ का संदेश दिया है। हम शिक्षित होंगे, तभी हम अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों को जान सकेंगे।

मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर कुमार मिश्र ने कहा कि डाॅ. अंबेडकर ने दुनिया को मानववाद का संदेश दिया। उनके मानववाद को केन्द्र में रखकर ही देश का विकास हो सकता है।

इस अवसर पर अतिथि व्याख्याता डॉ. राकेश कुमार, डॉ. शहयार अहमद, डॉ. रश्मि कुमारी, डॉ. गौरव श्रीवास्तव, डॉ. अंकेश, डॉ‌. मीनू सोडी, शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, मिथिलेश कुमार एवं प्रवेश कुमार आदि उपस्थित थे।