*बीएनएमयू : भीवीवाईएलडी में होगी व्यापक भागीदारी*
विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग (भीवीवाईएलडी)- 2026 में बीएनएमयू, मधेपुरा की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस संबंध में गुरुवार को राज्यपाल सचिवालय, राजभवन, पटना में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल. चोंग्थू की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के क्षेत्रीय निदेशक विनय कुमार तथा राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिव शामिल हुए। बैठक में भाग लेकर मधेपुरा लौटे बीएनएमयू, मधेपुरा के कुलसचिव प्रो. अशोक कुमार ठाकुर ने शुक्रवार को बताया कि बैठक में लिए गए निर्णयों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। इस हेतु कुलपति प्रो. बी. एस. झा के निदेशानुसार कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधांशु शेखर को अधिकृत किया गया है।
उन्होंने बताया कि बैठक में विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग (भीवीवाईएलडी)- 2026 पर विस्तृत रूप से चर्चा हुई एवं इसकी समीक्षा की गयी।
क्षेत्रीय निदेशक, विनय कुमार द्वारा विस्तृत सूचना उपलब्ध कराया गया। तदनुसार विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग- 2026 का पहला चरण माय भारत पोर्टल पर आयोजित ऑनलाइन विकसित भारत क्विज है, जो दिनांक 01 सितम्बर से शुरू हुई है और 15 अक्टूबर 2025 तक चलेगी। इससे 15-29 वर्ष के युवा क्विज में भाग लेने के पश्चात तत्काल प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि बिहार के लिए एक लाख पंजीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लेकिन अब तक मात्र दस हजार युवाओं ने पंजीकरण कराया है। ऐसे में सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में व्यापक प्रचार-प्रसार की जरूरत है। सभी प्रमुख जगहों पर बैनर, होर्डिंग एवं पोस्टर प्रदर्शित किया जाना अपेक्षित है।
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में 23 अक्टूबर-5 नवम्बर 2025 तक निबंध प्रतियोगिता और तीसरे चरण में 24 नवम्बर-8 दिसम्बर 2025 तक पीपीटी प्रतियोगिता आयोजित होगी।
अंतिम चरण का आयोजन भारत मंडपम, नई दिल्ली में किया जाएगा। चयनित छात्र को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्यपाल के प्रधान सचिव के द्वारा विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग के प्रचार प्रसार हेतु बैनर, होर्डिंग एवं पोस्टर सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में लगाये जाने का निदेश बिहार के सभी विश्वविद्यालय के कुलसचिवों को दिया गया। अगले माह सीबीएलईडी के संबंध में प्रगति की पुनः समीक्षा की जाएगी। सभी विश्वविद्यालयों में एनएसएस मद में संचित निधि की विवरणी की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु निदेशित किया गया। विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों ने नामांकित सभी छात्र छात्राओं को इस कार्यक्रम में व्यापक रूप में प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया गया।
कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि इस संबंध में सभी महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं कार्यक्रम पदाधिकारियों से सक्रिय सहभागिता अपेक्षित है।