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BNMU शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के प्रोन्नति से संबंधित लंबित मामलों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित किये जाने के संबंध में।
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BNMU शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के प्रोन्नति से संबंधित लंबित मामलों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित किये जाने के संबंध में।

राज्यपाल सचिवालय, बिहार, राजभवन, पटना-800 022 पत्रांक-BSU(Directive)-43/2023-102 / रा.स. (1), दिनांक-12.01.2024 प्रेषक,                                                                रॉबर्ट एल. चोंग्थू, भा.प्र.से. राज्यपाल के प्रधान सचिव सेवा में,                                                          कुलपति/कुलसचिव बिहार राज्य के सभी विश्वविद्यालय विषयः-शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के प्रोन्नति से संबंधित लंबित मामलों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित किये जाने के संबंध में। महाशय, निर्देशानुसार उपर्युक्त विषय के सम्बन्ध में कहना है कि विश्वविद्यालयों में शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के प्रोन्नति से संबंधित कई लंबित मामले इस सचिवालय को प्राप्त हुए हैं। इस पर माननीय कुलाधिपति महोदय द्वारा गंभीरता से लेते हुए सम्यक् विचारोपरान्त निदेश देने की कृपा की गई है कि विश्वविद...
Bihar बिहार के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के खेल निदेशकों (Director, Sports) की बैठक में विश्वविद्यालयों में खेल के मैदान अथवा स्टेडियम की उपलब्धता एवं उनकी स्थिति तथा आगामी अकादमिक कैलेण्डर वर्ष के लिए विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में खेल गतिविधियों के संबंध में विस्तृत कार्य योजना उपलब्ध कराने का निदेश दिया।
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Bihar बिहार के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के खेल निदेशकों (Director, Sports) की बैठक में विश्वविद्यालयों में खेल के मैदान अथवा स्टेडियम की उपलब्धता एवं उनकी स्थिति तथा आगामी अकादमिक कैलेण्डर वर्ष के लिए विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में खेल गतिविधियों के संबंध में विस्तृत कार्य योजना उपलब्ध कराने का निदेश दिया।

बिहार के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के खेल निदेशकों (Director, Sports) की बैठक में विश्वविद्यालयों में खेल के मैदान अथवा स्टेडियम की उपलब्धता एवं उनकी स्थिति तथा आगामी अकादमिक कैलेण्डर वर्ष के लिए विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में खेल गतिविधियों के संबंध में विस्तृत कार्य योजना उपलब्ध कराने का निदेश दिया। उन्होंने विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा ‘खेलो इंडिया’ के अंतर्गत दिए गए प्रस्ताव संबंधी अद्यतन स्थिति के बारे में भी विस्तृत प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कहा कि खेलकूद पाठ्यक्रम की अतिरिक्त गतिविधि (Extra Curricular Activity) नहीं, बल्कि सह पाठ्यक्रम गतिविधि (Co- Curricular Activity) है।...
Bihar राज्य के +2 स्तरीय शिक्षा प्रदान करने वाले मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में सत्र 2022-24 में नामांकित रहे वैसे विद्यार्थी, जिनका अपने + 2 विद्यालय/महाविद्यालय से लगातार अनुपस्थिति के कारण नामांकन रद्द कर दिया गया है, को इन्टरमीडिएट वार्षिक प्रायोगिक परीक्षा, 2024 में सम्मिलित नहीं कराने के संबंध में ।
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Bihar राज्य के +2 स्तरीय शिक्षा प्रदान करने वाले मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में सत्र 2022-24 में नामांकित रहे वैसे विद्यार्थी, जिनका अपने + 2 विद्यालय/महाविद्यालय से लगातार अनुपस्थिति के कारण नामांकन रद्द कर दिया गया है, को इन्टरमीडिएट वार्षिक प्रायोगिक परीक्षा, 2024 में सम्मिलित नहीं कराने के संबंध में ।

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Bihar बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के खेल निदेशक/प्रभारी, खेल की बैठक के संबंध में।
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Bihar बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के खेल निदेशक/प्रभारी, खेल की बैठक के संबंध में।

बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के खेल निदेशक/प्रभारी, खेल की बैठक दिनांक 10.01.2024 को 11:30 बजे पूर्वाह्न में आयोजित है। राजभवन, पटना में विश्वविद्यालय स्तर पर खेल गतिविधियों की स्थिति/विकास/प्रगति और अद्यतन स्थिति का जायजा लेने के लिए, जिसके लिए पूर्व में पत्र दिनांक- 06.06.2023 के माध्यम से सभी विश्वविद्यालयों को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया था। विश्वविद्यालयों में खेल निदेशक/प्रभारी, खेल की स्थिति के संबंध में जानकारी, बिहार के विश्वविद्यालयों/कॉलेजों के स्तर पर क्षमता, क्षमता के साथ-साथ ढांचागत सुविधाओं को बढ़ाने के लिए विचार-विमर्श करना और इस पर विचार करना कि इसे किस संदर्भ में बेहतर बनाया जाए। बैठक का छह एजेंडा है। एक, विश्वविद्यालयों/कॉलेजों के स्तर पर खेल गतिविधियों की स्थिति/विकास/प्रगति और अद्यतन स्थिति का जायजा लेना। दो, इनडोर और आउटडोर खेलों के संबंध में बुनियादी ढांच...
Koshi शीतलहर को देखते हुए दिनांक 31.01.2024 तक विद्यालय अवधि के शिक्षण कार्य का पुर्ननिर्धारण के संबंध में।
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Koshi शीतलहर को देखते हुए दिनांक 31.01.2024 तक विद्यालय अवधि के शिक्षण कार्य का पुर्ननिर्धारण के संबंध में।

आयुक्त कार्यालय, कोशी प्रमंडल, सहरसा   पत्रांक-   प्रेषकः-   आयुक्त, कोशी प्रमंडल, सहरसा।   सेवा में, जिला पदाधिकारी, सहरसा /सुपौल / मधेपुरा। सहरसा, दिनांक:-विषय :- शीतलहर को देखते हुए दिनांक 31.01.2024 तक विद्यालय अवधि के शिक्षण कार्य का पुर्ननिर्धारण के संबंध में। प्रसंग :-इस कार्यालय का पत्रांक-03/गो०, दिनांक-03.01.2024.   महाशय,   उपर्युक्त विषय प्रसंगाधीन पत्र में शीतलहर को देखते हुए दिनांक- 31.01.2024 तक तक विद्यालय अवधि के शिक्षण कार्य का पुर्ननिर्धारण किया गया था। उक्त पत्र के अंतिम पारा में निदेश दिया गया है "शिक्षक अपने पूर्व निर्धारित अवधि में (09:00 बजे पूर्वा0 से 05:00 बजे अप० तक) विद्यालय में उपस्थित रहेंगे"। अतः उक्त के स्थान पर " शिक्षक अपने शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कार्य 04:00 बजे अपराह्न तक विद्या...
Bihar विद्यालय अनुश्रवण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के संबंध में
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Bihar विद्यालय अनुश्रवण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के संबंध में

पत्रांक- बिहार सरकार शिक्षा विभाग प्रेषक, के० के० पाठक, भा०प्र० से०, अपर मुख्य सचिव। सेवा में, सभी जिला पदाधिकारी, बिहार। विषय : विद्यालय अनुश्रवण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के संबंध में। पटना, दिनांक 13-12-23 महाशय, आप अवगत हैं कि 01 जुलाई 2023 से विभागीय अनुश्रवण व्यवस्था स्थापित है, जिसके काफी बेहतर परिणाम सामने आए हैं। शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ी है और विद्यालय समय से खुल रहे हैं। इस व्यवस्था के तहत लगभग 40 हजार विद्यालयों का प्रतिदिन निरीक्षण हो रहा है और अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों/अध्यापकों का वेतन काटा जा रहा है। कई प्रधानाध्यापकों पर भी कार्रवाई हुई है। किन्तु इस अनुश्रवण में कुछ और बातें भी सामने आई हैं, जो कि निम्न प्रकार है :- 1. अनुपस्थित शिक्षक द्वारा प्रायः whats app पर ही अपना अवकाश का आवेदन भेजा जाता है। यह स्वीकार्य नहीं है। उन्हें अपना अवकाश का आवेदन भौतिक रूप से विद...
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Environment। मानव-पर्यावरण में घनिष्ठ संबंध

पर्यावरण को कई भागों में बांटा गया है। इनमें प्राकृतिक पर्यावरण, जैविक पर्यावरण, सांस्कृतिक पर्यावरण आदि प्रमुख हैं। मनुष्य का इन सब के साथ घनिष्ठ संबंध है। इनके बीच पारस्परिक आत्मनिर्भरता है। यह बात स्नातकोत्तर भूगोल विभाग, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा में असिस्टेंट प्रोफेसर फौज़िया रहमान ने कही। वे शनिवार को बीएनएमयू संवाद व्याख्यान माला में व्याख्यान दे रही थीं। इसका विषय था मानव-पर्यावरण संबंध। उन्होंने बताया कि भूगोल विषय में आरंभ से लेकर वर्तमान तक हर स्तर पर पर्यावरण आ गया है। भौगोलिक चिंतन में मानव पर्यावरण संबंध को समझने के कई उपगम हैं। नियतिवाद उपागम, संभववाद, नव निश्चयवाद आदि। नियतितवाद प्रकृति के श्रेष्ठ मानता है और संभववाद मनुष्य को। नव निश्चयवाद बीच की स्थिति है। उन्होंने बताया कि जब मनुष्य अपने पर्यावरण को अधिक क्षति पहुंचाता है, तो विनाशक परिस्थिति सामने आती ह...