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BNMU विश्वविद्यालय की कार्यसंस्कृति में सुधार हेतु जारी किए चार निदेश।
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BNMU विश्वविद्यालय की कार्यसंस्कृति में सुधार हेतु जारी किए चार निदेश।

BNMU विश्वविद्यालय की कार्यसंस्कृति में सुधार हेतु जारी किए चार निदेश। भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के सभी संकायाध्यक्षों / स्नातकोत्तर विभागाध्यक्षों / पदाधिकारियों/ शिक्षकेत्तर कर्मियों को निदेशित किया जाता है कि :- 01. संचिका प्राप्त होने की तिथि से तीन दिनों के अभ्यंतर उसका निष्पादन करना सुनिश्चित किया जाए। 02. सभी संचिकाएँ पूर्व निर्धारित व्यवस्था के तहत ही कुलसचिव के माध्यम से कुलपति कार्यालय में उपस्थापित किया जाए। 03. पदाधिकारी / शिक्षकेत्तर कर्मचारी द्वारा कोई भी संचिका व्यक्तिगत रूप से माननीय कुलपति महोदय के समक्ष उपस्थापित नहीं किया जाए। 04. संचिका में अपनी टिप्पणी के साथ पृष्ठ पर अपना हस्ताक्षर, दिनांक के साथ-साथ अपने नाम एवं पदनाम सुस्पष्ट रूप में अंकित करना सुनिश्चित किया जाए।...
Culture चार पर विचार …/मारूति नंदन मिश्र
SRIJAN.AALEKH

Culture चार पर विचार …/मारूति नंदन मिश्र

भारतीय संस्कृति विश्व की सर्वाधिक प्राचीन एवं समृद्ध संस्कृति है। यहाँ की संस्कृति और इतिहास पर गौर किया जाय तो "चार" (4) अंक महत्वपूर्ण दिखता है। कुछ रोचक तथ्य को सहेजकर प्रस्तुत कर रहा हूँ:- भारतीय संस्कृति में प्रमुख यज्ञ 4 होते है- अश्वमेध, पुरुषमेध, पितृमेध और सर्वमेध। धनुर्विज्ञान में 4 भाग होते हैं इसलिए इसे 'चतुष्पादम' भी कहा जाता है। ये है- ग्रहण, धारण, प्रयोग और प्रतिकार। भोज्य पदार्थ 4 है- लेह्य, पेय, खाद्य तथा चोस्य। हिन्दू विवाह प्रथा में 'चौथे' दिन चतुर्थी संस्कार का विशेष महत्त्व है।रूप,गुण, ज्ञान और क्षमा 'चारों' मिलकर नर को नरोत्तम बनाता है। ज्ञान प्राप्ति के मुख्य 4 साधन है- श्रद्धा, तत्परता, इंद्रिय संयम व योग संसिद्धि। शक्ति के 4 भेद होते हैं - योगशक्ति, कुलशक्ति, एश्वर्यशक्ति और विद्याशक्ति। आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद और आश्विन ये 4 मास चातुर्मास कहलाते हैं। यज...