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ICPR महाकवि सुब्रमन्यम भारती की जन्म-वर्षगाँठ के अवसर पर भारतीय भाषा उत्सव पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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भारतीय दार्शनिक अनुसन्धान परिषद् नई दिल्ली में दिनांक 11/12/2024 को महाकवि सुब्रमन्यम भारती की जन्म-वर्षगाँठ के अवसर पर भारतीय भाषा उत्सव पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया I इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. संतोष कुमार शुक्ल थे I विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे हुए गणमान्यों में प्रो. सुभाषिनी बारिक, प्रो. विजय कुमार जैन, प्रो. देवी प्रसाद मिश्र इत्यादि विद्वान सम्मिलित हुएI उपस्थित विद्वानों द्वारा भारतीय भाषाओं एवं दर्शन की आधारशिला पर भारतीय भाषा उत्सव मनाये जाने की प्रशंसा करते हुए रास्ट्रीय एकता एवं अखंडता को स्थापित करने में भारतीय भाषाओं की उपयोगिता पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये गए।

 

सर्वप्रथम अतिथियों का स्वागत डॉ. पूजा व्यास, निदेशक, भारतीय दार्शनिक अनुसन्धान परिषद् नई दिल्ली द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान करते हुए किया गया I डॉ. व्यास द्वारा स्वागत भाषण के माध्यम से समस्त अतिथियों का वाचिक स्वागत भी किया गया I मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रो. संतोष कुमार शुक्ल द्वारा शब्द विमर्श एवं भाषा विमर्श की उपयोगिता को सिद्ध करते हुए उद्बोधन दिया गया I देवी प्रसाद मिश्र द्वारा इस अवसर पर उद्बोधन देते हुए भाषा विन्यास एवं भाषा की विविधता पर प्रकाश डाला गया I प्रो. सुभाषिनी ने अपने संबोधन में बताया कि भाषा एक समझ का भी संवाद करती है I प्रो. विजय कुमार जैन द्वारा बताया गया की भाषाएँ परस्पर प्रभावित होती है I जिससे वाणी, विवेक और संवाद सृजित होता है I इस अवसर पर भाषा की महिमा को प्रकाशित करते हुए श्री मति राका जैन द्वारा एक स्व-रचित कविता पाठ किया गया I

प्रो. सच्चिदानंद मिश्र, माननीय सदस्य सचिव भारतीय दार्शनिक अनुसन्धान परिषद् नई दिल्ली द्वारा अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में बताया कि भारतीय एकता एवं अखंडता के संकट के निवारण के लिए अन्य समस्त भाषाओँ का सम्मान करते हुए मातृभाषा का सम्मान एवं गौरव स्थापित करना भारतीय भाषा उत्सव की प्रासंगिकता को प्रकट करता है I

 

इस अवसर पर भारतीय भाषा पर आधारित एक स्लोगन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया I जिसमे परिषद् के समस्त कर्मियों को सहभागिता करने के लिए प्रेरित किया गया I धन्यवाद ज्ञापन डॉ. देवेन्द्र कुमार जाटव द्वारा किया गया I मंच सञ्चालन डॉ. गौतम मिश्र द्वारा किया गया I

समस्त कार्यक्रम भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद् के माननीय सदस्य-सचिव, प्रो. सच्चिदानंद मिश्र एवं निदेशिका डॉ. पुजा व्यास के कुशल मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर डॉ संजय सिंह, कार्यक्रम अधिकारी, श्री मोहिंदर चोपडा, श्री महेश चन्द्र, श्री शीशराम, श्री सूरज, श्री देवेंदर कुमार एवं श्री संदीप सहित अन्य समस्त कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित थे I

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।

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