BNMU मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केन्द्र में नामांकन पूरा। दीक्षारंभ कार्यक्रम शीघ्र।       

मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केन्द्र में नामांकन पूरा। दीक्षारंभ कार्यक्रम शीघ्र।                                                          —-                                                        मुख्यमंत्री व्यवसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केंद्र में दूसरे बैच के लिए निर्धारित 120 सीटों पर नामांकन पूरा कर लिया गया है। शीघ्र ही इस सत्र का दीक्षारंभ (सत्रारंभ) कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी कुलसचिव प्रो. मिहिर कुमार ठाकुर ने दी।

*शीतकालीन सत्र में नामांकन-प्रक्रिया पूरी*.  कुलसचिव ने बताया कि इस केंद्र की शुरुआत बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम, पटना द्वारा उच्च शैक्षणिक संस्थानों में शैक्षणिक पदों पर नियुक्ति में पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है।। इसमें विद्यार्थियों को इनईटी, जीएटीई, जेआरएफ, पीएचडी आदि प्रतियोगिता परीक्षाओं में चयनित होने के लिए परीक्षा पूर्व निशुल्क प्रशिक्षण (कोचिंग) की व्यवस्था है। शीतकालीन सत्र में नामांकन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

*मिलेगी तीन हजार रुपए प्रोत्साहन राशि*            उप कुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि केन्द्र में कुल 120 छात्र -छात्राओं का दो बैच (प्रशिक्षण अवधि 06 माह) संचालित है। इसमें 40 प्रतिशत (48) पिछड़ा वर्ग तथा 60 प्रतिशत (72) अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए अनुमान्य होगा। अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की अनुपलब्धता की स्थिति में पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को एवं पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की अनुपलब्धता की स्थिति में अति पिछड़ा वर्ग के छात्र- छात्राओं का नामांकन किया जाएगा। दोनों कोटियों में छात्राओं के लिए 33 प्रतिशत छैतिज आरक्षण अनुमान्य है।

उन्होंने बताया कि केंद्र के विद्यार्थियों को आई. कार्ड दिया जाएगा और उनकी बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज होगी। निर्धारित 75 प्रतिशत उपस्थिति पूरा करने वाले विद्यार्थियों को तीन हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

*जिला प्रशासन का भी सहयोग*                      जिला कल्याण पदाधिकारी रामकृपाल प्रसाद ने बताया कि बीएनएमयू में बिहार सरकार द्वारा मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन केंद्र और प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र संचालित हो रहा है। दोनों केंद्रों को जिला प्रशासन द्वारा हरसंभव सहायता दी जा रही है। सरकार को विश्वविद्यालय में प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र भवन के लिए भी प्रस्ताव भेजा गया है।