राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की समाज एवं राष्ट्र के निर्माण एवं विकास में महती भूमिका है. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को समाज एवं राष्ट्र से जोड़ना है। हम चाहते हैं कि हमारे सभी विद्यार्थी पढाई के साथ-साथ राष्ट्रीय सेवा योजना से भी जुड़ें और पर्यावरण-संरक्षण को जनांदोलन बनाएं। यह बात कुलपति प्रोफेसर डॉ. आर. के. पी. रमण ने कही।
वे विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में महिला छात्रावास परिसर में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में बोल रहे थे।
कुलपति ने कहा कि स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक सुधार के क्षेत्र में राष्ट्रीय सेवा योजना की महती भूमिका है। इससे जुड़कर युवाओं का चारित्रिक विकास होता है।
कुलपति ने राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से नियमित रूप से स्वच्छता अभियान चलाने और सभी प्रमुख अवसरों पर पौधारोपण करने का निदेश दिया।
कुलपति ने कहा कि एनएसएस को समाज एवं राष्ट्र में सकारात्मक परिवर्तन का वाहक बनें। हम अनुशासित बनें। हम पहले अपने जीवन में बदलाव लाएं। फिर समाज में बदलाव आएगा।
प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ. आभा सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का ध्येय वाक्य है, मैं नहीं आप. हमें इस ध्येय वाक्य को अपने जीवन में अपनाना है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य हमारी युवा पीढ़ी को सामाजिक सरोकारों से जोड़ना है. किसी कार्यक्रम में चयनित होना महत्वपूर्ण है. लेकिन इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम अपने अंदर सेवा की भावना को जागृत करें. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य शिक्षा एवं स्वास्थ्य आदि के संबंध में जागरूकता फैलाना है.
इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आभा सिंह, डीएसडब्लू प्रोफेसर डाॅ. अशोक कुमार यादव, कुलानुशासक डाॅ. विश्वनाथ विवेका, कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद, एनएसएस समन्वयक डाॅ. अभय कुमार, जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर, आर. पी. एम. कॉलेज के अनिल कुमार, मधेपुरा काॅलेज के मो. शोएब आलम एवं रत्नाकर भारती, के. बी. वीमेंस कॉलेज की ललिता कुमार, पीजी काॅमर्स के स्वयंसेवक शांतनु यदुवंशी, अंजलि कुमारी, ईशा राज, डाॅ. विनोद कुमार यादव, तहसीन, मृत्युंजय कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।