शपथ के पहले देशरत्न राजेन्द्र बाबू को श्रद्धांजलि
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राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां अनूठे निकले। कीर्तिमान बनाया। इतिहास रचा। बिहार का पहला नागरिक बनने यानी राज्यपाल पद का शपथ लेने से पहले वे आजाद भारत के प्रथम नागरिक व प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र बाबू की समाधि पर गए। राजेंद्र घाट में उनकी समाधि पर पुष्पचक्र अर्पित किया। उन्हें नमन किया। भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
वे राजेन्द्र स्मृति संग्रहालय भी गए। यहीं बाबू का अंतिम सांस छूटा था। सेवानिवृत्ति के बाद वे इसी मकान में रहते थे। जन सहयोग से, चंदा से यह मकान बना था। वहां का परिभ्रमण किया। विजिटर बुक में भावोद्गार भी अंकित किया। परिसर में राजेन्द्र बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन भी किया।
इस तरह वे पहले राज्यपाल होंगे जिन्होंने प्रेरक कार्य किया। एक बेमिसाल मिसाल।