21 जुलाई को होगा गुरू-शिष्य परम्परा पर संवाद। समीक्षा बैठक आयोजित।
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आगामी 21 जुलाई (रविवार) को गुरू पूर्णिमा के शुभ अवसर पर ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में गुरू-शिष्य परम्परा को केंद्र में रखकर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारियों के निमित्त बुधवार को प्रधानाचार्य प्रो. कैलाश प्रसाद यादव की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया।
*कुलपति करेंगे उद्घाटन*
प्रधानाचार्य ने बताया कि संवाद में उद्घाटनकर्ता-सह-मुख्य अतिथि के रूप में कुलपति प्रो. बी. एस. झा, विशिष्ट अतिथि के रूप में कुलसचिव डॉ. विपिन कुमार राय एवं मुख्य वक्ता पूर्व प्रतिकुलपति प्रो. के. के. मंडल होंगे। तीनों की सहमति प्राप्त हो गई है। इसके अलावा जिले के सभी महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों को भी पत्र प्रेषित किया जा चुका है।
*एक गाछ गुरू के नाम कार्यक्रम की होगी शुरुआत*
कार्यक्रम के संयोजक दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि कार्यक्रम की रूपरेखा तय कर ली गई है। प्रधानाचार्य द्वारा कुलपति एवं अन्य अतिथियों का महिविद्यालय द्वार पर अगुवानी की जाएगी। एनसीसी कैडेट्स द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा तथा एनएस के स्वयंसेवक तिलक लगाकर अभिनंदन करेंगे। तदुपरांत कुलपति द्वारा पुस्तकालय के सामने आंवला रोपकर ‘एक गाछ गुरू के नाम’ (ए ट्री नेम्ड आफ्टर द टीचर) अभियान की शुरुआत की जाएगी।
उन्होंने बताया कि सभा भवन में पहुंचने के बाद कुलपति एवं अन्य अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम महाविद्यालय के संस्थापक कीर्ति नारायण मंडल के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि की जाएगी। अतिथियों का अंगवस्त्रम् एवं पुष्पगुच्छ से सम्मान किया जाएगा। इसके बाद विधिवत कार्यक्रम की शुरुआत होगी।
*राज्यपाल की महत्वपूर्ण पहल*
उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर की ओर से राज्य की उच्च शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह प्रसन्नता की बात है कि इस विश्वविद्यालय ने इस कार्यक्रम के लिए ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय को जिला स्तरीय नोडल महाविद्यालय बनाया है। तदनुसार महाविद्यालय में जिले के सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के साथ समन्वय बनाकर कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियां की जा रही हैं।
इस अवसर पर नारायण ठाकुर, विवेकानंद, प्रणव कुमार प्रियदर्शी, शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, सुनील कुमार आदि उपस्थित थे।