* ठाकुर प्रसाद चर्च , मधेपुरा के कोरियोग्राफर भवन का विमोचन शुक्रवार को हुआ ।
इस अवसर पर ध्येयदाता- सह-मुख्य अतिथि बीएन टोकरे, मधेपुरा के पितामह प्रो. (डॉ.) विमलेन्दु शेखर झा ने कहा कि ठाकुर प्रसाद कॉलेज, मधेपुरा का गौरवशाली इतिहास है। विश्वविद्यालय का विकास भी इस कॉलेज के विकास से हुआ है। इसलिए हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि हम इस विद्यालय के विकास में अपना योगदान दें।
फादर ने कहा कि कॉलेज में विकास की काफी छुट्टियां हैं। यहां आज के समय की ताजातरीन खबर के मुताबिक, आर्टिस्टिक वैज्ञानिक साइबर एवं टाइटैक आदि में असोमी कोर्स की शुरुआत हो चुकी है। इस संबंध में कॉलेज से प्रस्ताव बैठक में विश्वविद्यालय द्वारा सकारात्मक सहयोग दिया जाएगा।
फादरल ने कहा कि उनके जीवन का एकमात्र उद्देश्य बीन क्वेरिअम को सभी जिलों में आगे ले जाना है। वे इसके लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं और उनकी जिम्मेदारी है कि सभी शिक्षक, कर्मचारी, छात्र और अभिभावक विश्वविद्यालय के समग्र विकास में सहयोग करें।
कार्यक्रम की शुरुआत (.) कैलाश प्रसाद यादव ने बताया कि यह भवन बिहार राज्य डॉ. आर्किटेक्चरल स्ट्रक्चरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड, पटना द्वारा शिक्षा विभाग, बिहार सरकार, पटना के माध्यम से रिपब्लिक से निर्मित किया जा रहा है। इसकी राशि दो करोड़ तिरासी लाख अठासी हजार छह सौ तिरासी रु. मात्रा है. एक्जीक्यूटिव एजेन्सी डेमोक्रेटी, मधेपुरा है।
इस अवसर पर परिसम्पदा मूर्तिपूजक शंभू नारायण यादव ने कहा कि राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के चहुंमुखी विकास का मार्ग प्रशस्त किया है।
अवशिष्ट मो. तौफीक आलम ने कहा कि वर्तमान पितृ पक्ष के कार्यालय में विश्वविद्यालय में संरचना संरचना का काफी विकास हो रहा है।
कार्यक्रम का संचालन दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डाॅ. सुधांशु शेखर एवं धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक संघ के अध्यक्ष डाॅ. रत्नदीप ने किया। व्यवस्था पक्ष इसके संवेदक प्रसार रिमॉडलिंग एंड कंसेंट रजिस्ट्रेशन प्राइवेट लिमिटेड के ब्रजेश सिंह ने कार्यभार संभाला।
इसके पूर्व परिसर परिसर पर पैमाना एन.सी.सी. माउंट ले. गुड्डु कुमार के नेतृत्व में एनसीसी कैडेट्स ने पैल्पर का स्वागत किया। पुनः आरंभ किया गया अंतिम-पूजन अनुमोदित किया गया। पितामह के कर-कमलों से चित्रा पट्ट का अनावरण किया गया।
इस अवसर पर डॉ. कुमार सौरभ, सुमन, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. मधुनंदा, डॉ. मनोज कुमार ठाकुर, डॉ. संतोष कुमार सेट्ठी, डॉ. अनामिका कुमारी, डॉ. के. एल. पटेल, डॉ. आशुतोष झा, अमित कुमार, अनिल कुमार यादव, प्रणव प्रियदर्शन, अर्जुन साह, राजा बाबू डॉ. अशोक कुमार अकेले आदि उपस्थित थे।