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गुरू-शिष्य परम्परा पर संवाद कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर 

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गुरू-शिष्य परम्परा पर संवाद कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर 

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ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में आगामी 21 जुलाई (रविवार) को आयोजित होने वाले गुरू-शिष्य परम्परा विषयक संवाद कार्यक्रम की तैयारियां जारी हैं। इसके निमित्त तैयारियों के निमित्त बुधवार एवं गुरूवार को भी प्रधानाचार्य प्रकोष्ठ को खुला रखा गया।

प्रधानाचार्य प्रो. कैलाश प्रसाद यादव बताया कि संवाद की तैयारियां जोरों पर हैं। इसके लिए सभी प्रमुख सदस्यों के बीच कार्यों का बंटवारा कर दिया गया है और सबों को हर हाल में शनिवार के पूर्वाह्न 11:30 बजे तक प्रगति-प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया है

*सभी महाविद्यालयों का रखा गया है ध्यान*

कार्यक्रम के संयोजक दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि यह कार्यक्रम राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर की ओर से राज्य की उच्च शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह प्रसन्नता की बात है कि इस विश्वविद्यालय ने इस कार्यक्रम के लिए ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय को जिला स्तरीय नोडल महाविद्यालय बनाया है। इसलिए कार्यक्रम की रूपरेखा बनाते हुए सभी महाविद्यालयों की सुविधाओं का ध्यान रखा गया है।

उन्होंने बताया कि प्रधानाचार्य द्वारा उद्घाटनकर्ता-सह-मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. बी. एस. झा, विशिष्ट अतिथि कुलसचिव डॉ. विपिन कुमार राय एवं मुख्य वक्ता पूर्व प्रतिकुलपति प्रो. के. के. मंडल और सभी महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों को सम्मानित किया जाएगा।

अर्थपाल डॉ. मिथिलेश कुमार अरिमर्दन ने बताया कि रविवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। इसके साथ ही शुक्रवार से किसी भी शिक्षक या कर्मी को सामान्यतः किसी भी प्रकार का अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाएगा।

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