कवि सम्मेलन के बहाने…
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‘दैनिक जागरण’ द्वारा कई वर्षों से लगातार देश के विभिन्न शहरों में वार्षिक कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाता रहा है। मुझे भी इसके द्वारा मधेपुरा शहर में आयोजित प्रायः सभी सम्मेलनों में भाग लेने का अवसर मिला। इसी कड़ी में 22 मई, 2025 को आयोजित कवि सम्मेलन में बीएनएमयू, मधेपुरा के माननीय कुलपति प्रो. बी. एस. झा एवं परिसंपदा पदाधिकारी श्री शंभू नारायण यादव के साथ को में भाग लिया।
‘दैनिक जागरण’ के ब्यूरो प्रभारी मित्रवर अमितेश सोनू सहित पूरे जागरण परिवार को बहुत-बहुत बधाई।
मैं कवि तो नहीं हूँ, लेकिन कभी-कभी कुछ पंक्तियां लिखने की कोशिश करता रहा हूँ। कवि सम्मेलन के बहाने प्रस्तुत है मेरी एक कविता ‘मनुष्य’।
“मैं स्वार्थी हूँ, जीता हूँ अपने लिए।
…. (एक पंक्ति भूल गया हू़ं) है निजता का घमंड।
लोभ है सुख पाने का/ जीने का है मोह।
क्रोध आता है नियति पर/ ईश्वर से होती है ईर्ष्या।
मैं मनुष्य हूँ, मुझे स्वीकार करो।”
-सुधांशु शेखर, मधेपुरा।