Search
Close this search box.

एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण 

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण 

‘एक पेड़ मां के नाम’ भारत सरकार द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण अभियान है। इसके तहत माताओं के सम्मान में पेड़ लगाए जाते हैं‌। यह अभियान हमारी धरती माता, प्रकृति माता एवं अपनी जैविक माता तीनों के प्रति हमारे सम्मान का द्योतक है।

 

यह बात प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ. कैलाश प्रसाद यादव ने कही। वे ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम का उद्घाटन कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के तत्वावधान में किया गया। इसमें सेहत केंद्र ने भी सहयोग दिया।

प्रधानाचार्य ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस पर की थी। इस अभियान का उद्देश्य मां के नाम पर एक पेड़ लगाकर उनकी स्थायी स्मृति बनाना है। इससे प्रकृति-पर्यावरण की रक्षा होगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित किया जा सकेगा।

 

उन्होंने बताया कि पेड़ धरती के आभूषण हैं। पेड़ लगाने से प्रकृति-पर्यावरण पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। इससे ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है, धरती का तापमान कम होता है, भूजल स्तर बढ़ता है, और प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलती है।

 

*पर्यावरण संरक्षण को देनी होगी प्राथमिकता*

17 बिहार बटालियन एनसीसी, सहरसा के एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल पी. के. चौधरी ने बताया कि एनसीसी द्वारा भी सभी महाविद्यालयों में स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत स्वच्छता अभियान के साथ-साथ पौधारोपण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इसके तहत हमने यह संदेश दिया कि हमें अपने तथा अपने पास-पड़ोस की स्वच्छता पर ध्यान देना होगा और पर्यावरण-संरक्षण को भी प्राथमिकता देनी होगी।

 

उन्होंने कहा कि एक पेड़ मां के नाम अभियान एक जनांदोलन का रूप ले रहा है और इससे भारत का प्रत्येक देशवासी जुड़ रहा है। इसे हजारों एनसीसी कैडेट्स ने भी एक मिशन के रूप में लिया है।

 

*एनसीसी की सक्रिय भागीदारी*

एनसीसी ऑफिसर लेफ्टीनेंट गुड्डू कुमार ने बताया कि महाविद्यालय भारत सरकार एवं बिहार सरकार द्वारा चलाई गई सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमों में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने हेतु प्रतिबद्ध है। तदनुसार नियमित रूप से स्वच्छता एवं पर्यावरण जागरूकता से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसमें एनसीसी कैडेट्स की सक्रिय भागीदारी रहती है।

 

*दर्जनों औषधीय पौधे लगाए गए*

दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि महाविद्यालय में बिहार सरकार द्वारा एक सेहत केंद्र का संचालन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत एक सेहत वाटिका भी विकसित की जा रही है। इसी वाटिका में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत दर्जनों औषधीय पौधे लगाए गए। इसमें नीम, अर्जुन, हरसिंगार, नींबू, आंवला आदि के औषधीय पौधे शामिल हैं।

इस अवसर पर शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, एसयूओ आदित्य रमन, यूओ अंकीत कुमार, यूओ अनंत कुमार, एसजीटी सत्यम कुमार, वाणी कुमारी, खुशी कुमार एवं आलोक कुमार, एसयूओ रवि प्रताप, यूओ मौसम कुमारी, अनिशा गुप्ता, साक्षी प्रिया, सरोज कुमार, त्रिलोक कुमार, शुक्रिया कुमारी, नैना कुमारी, मुनचुन कुमारी, अमृत राज, ऋतु कुमारी, दिव्यज्योति कुमारी, हिमांशु कुमार, शालू कुमारी, विज्ञानी कुमारी आदि उपस्थित थे।

READ MORE

मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद युवा संसद से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों की रिपोर्ट प्रमुखता से प्रकाशित। मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। प्रो. बी. एस. झा, माननीय कुलपति, बीएनएमयू, मधेपुरा और प्रो. कैलाश प्रसाद यादव, प्रधानाचार्य, ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के प्रति बहुत-बहुत आभार।

मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। कीर्ति कुम्भ (स्मरण एवं संवाद) कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रमुखता से प्रकाशित। उद्घाटनकर्ता सह मुख्य अतिथि प्रो. बी. एस. झा, माननीय कुलपति, बीएनएमयू, मधेपुरा और मुख्य वक्ता प्रो. विनय कुमार चौधरी, पूर्व अध्यक्ष, मानविकी संकाय, बीएनएमयू, मधेपुरा के प्रति बहुत-बहुत आभार।

[the_ad id="32069"]

READ MORE

मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद युवा संसद से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों की रिपोर्ट प्रमुखता से प्रकाशित। मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। प्रो. बी. एस. झा, माननीय कुलपति, बीएनएमयू, मधेपुरा और प्रो. कैलाश प्रसाद यादव, प्रधानाचार्य, ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के प्रति बहुत-बहुत आभार।

मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। कीर्ति कुम्भ (स्मरण एवं संवाद) कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रमुखता से प्रकाशित। उद्घाटनकर्ता सह मुख्य अतिथि प्रो. बी. एस. झा, माननीय कुलपति, बीएनएमयू, मधेपुरा और मुख्य वक्ता प्रो. विनय कुमार चौधरी, पूर्व अध्यक्ष, मानविकी संकाय, बीएनएमयू, मधेपुरा के प्रति बहुत-बहुत आभार।