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Inaugural session REFRESHER COURSE in #Philosophy #UGC-MMTTC B. R. AMBEDKAR BIHAR UNIVERSITY #MUZAFFARPUR #BIHAR
BIHAR

Inaugural session REFRESHER COURSE in #Philosophy #UGC-MMTTC B. R. AMBEDKAR BIHAR UNIVERSITY #MUZAFFARPUR #BIHAR

REFRESHER COURSE in #Philosophy #UGC-MMTTC B. R. AMBEDKAR BIHAR UNIVERSITY #MUZAFFARPUR #BIHAR UGC-MALAVIYA MISSION TEACHER TRAINING CENTRE (MMTTC) यू.जी.सी.-मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केन्द्र (एमएमटीटीसी)                                    BABASAHEB BHIMRAO AMBEDKAR BIHAR UNIVERSITY, MUZAFFARPUR (BIHAR) ORGANISES ONLINE REFRESHER COURSE IN PHILOSOPHY (16 JANUARY 2024-31 JANUARY 2024) INAUGURAL SESSION Theme : Indian Knowledge System & Its Contemporary World View Chief Guest : Prof. Sachchidanand Mishra Member Secretary ICPR, Govt. Of India, New Delhi Guest of Honour : Prof. Jatashankar, President, Akhil Bhartiya Darshan Parishad Chairperson : Prof. Shailendra Kumar Chaturvedi, Vice-Chancellor, Babasaheb Bhimrao Ambedkar Bihar University, Muzaffarpur We...
Ambedkar डॉ. अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित।
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Ambedkar डॉ. अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित।

डॉ. अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित --------- डाॅ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सेहत केंद्र के तत्वावधान में भारत के नव-निर्माण में में डॉ. अंबेडकर का योगदान विषयक परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डॉ. कैलाश प्रसाद यादव ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने भारत के नव-निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने संविधान के माध्यम से भारत के सभी लोगों के लिए स्वतंत्रता, समानता, बंधुता की गारंटी दी है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि डाॅ. अंबेडकर केवल दलितों के नेता नहीं थे, बल्कि वे संपूर्ण मानवता के उन्नायक थे। उनके विचारों पर चलकर ही संपूर्ण राष्ट्र एवं पूरी दुनिया में सामाजिक न्याय एवं शांति आ सकती है। विशिष्ट अतिथि अनुम...
Ambedkar अपने-अपने आम्बेडकर /प्रेमकुमार मणि
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Ambedkar अपने-अपने आम्बेडकर /प्रेमकुमार मणि

अपने-अपने आम्बेडकर प्रेमकुमार मणि आज बाबासाहब आम्बेडकर का परिनिर्वाण दिवस है। 6 दिसम्बर 1956 को उनका निधन हुआ था। कुछ ही हप्ते पूर्व 14 अक्टूबर 1956 को उन्होंने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी। बौद्ध भिक्षुओं का दिवंगत होना बौद्धों की सभ्यता में परिनिर्वाण कहा जाता है। अतएव 6 दिसम्बर बाबासाहब का परिनिर्वाण दिवस है। आम्बेडकर ( 1891 - 1956 ) का जीवन संघर्षपूर्ण रहा। अछूत कहे जानेवाले महार परिवार में उनका जन्म हुआ था। अछूतों की स्थिति का आकलन कोई भी संवेदनशील कर सकता है। महाराष्ट्र उनका प्रान्त था। जहाँ पेशवा -मराठाओं की बहादुरी की गाथा इतिहास के पन्नों पर तैर रही होती हैं। यह पेशवा ही थे जिन्होंने अपने राजकाज और समाज में वर्णाश्रमी मनुवादी व्यवस्था को पुणे और लगभग पूरे महाराष्ट्र में प्रभावी बना दिया था। मनुवादी समाज व्यवस्था का केन्द्रक यह मान्यता है कि जो सबसे अधिक शारीरिक और चुनौतीपूर्ण कार...