विनम्र श्रद्धांजलि
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विश्वविद्यालय दर्शनशास्र विभाग, भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के पूर्व अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मृत्युंजय नारायण सिन्हा जी का 4 अप्रैल, 2023 को अ. 9:25 बजे निधन हो गया। आप दार्शनिक जगत में अपनी विद्वत्ता एवं मृदुभाषिता के कारण काफी समादृत थे। लगभग एक वर्ष पूर्व 14 मार्च, 2022 को दर्शन परिषद्, बिहार ने आपको दर्शनशास्त्र के क्षेत्र में आपके महनीय योगदान के लिए प्रोफेसर सोहनराज लक्ष्मी देवी तातेड़ लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया था।
आप हमारे गुरु प्रो. (डॉ.) प्रभु नारायण मंडल के अत्यंत करीबी थे। मैं एक बार आपके मुजफ्फरपुर आवास पर प्रभु सर के साथ गया था और वहां आप दोनों के प्रेम को देखकर मुझे सुखद आश्चर्य की अनुभूति हुई थी। आपने प्रभु सर के संपादन में प्रकाशित पुस्तक ‘दार्शनिक विमर्श : प्रोफेसर नित्यानंद स्मृति ग्रंथ’ हेतु एक आलेख ‘आचारशास्त्र एवं शुभजीवन : एक संधि-प्रस्ताव’ उपलब्ध कराया था।
आपसे मुझे हमेशा एक गुरु एवं अभिभावक के रूप में मार्गदर्शन एवं स्नेह मिलता रहता था। जब बिहार लोक सेवा आयोग, पटना के माध्यम से मेरा चयन असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में चयन हुआ, तो आपने स्वयं फोन करके मुझे आशीर्वाद दिया था। मैं साक्षात्कार में कम अंक आने और मैरिट में पीछे होने के कारण भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मिलने से थोड़ा दुखी था, तो आपने मुझे ढाढ़स बंधाया था और कहा था, “कोई चिंता नहीं कीजिए और जहां भी रहिए, वहां मेहनत कीजिए।”
प्रो. मृत्युंजय बाबू के निधन से दर्शन जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है और मेरे लिए यह एक व्यक्तिगत क्षति भी है।
सादर नमन! विनम्र श्रद्धांजलि!!