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BNMU : 11 सितंबर, 2020 को पोषण, स्वास्थ्य एवं साक्षरता विषयक वेबीनार में केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक प्रोफेसर आर. पी. त्रिपाठी, आमंत्रित वक्ता के रूप में व्याख्यान देंगे

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बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा (बिहार) अंतर्गत 11 सितंबर, 2020 ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में हो रही वेबीनार सीरीज में केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के सुप्ररसिद्ध वैज्ञानिक प्रोफेसर आर. पी. त्रिपाठी भी शिरकत करेंगे। वे 11 सितंबर, 2020 को “पोषण, स्वास्थ्य एवं साक्षरता” विषयक वेबीनार में आमंत्रित वक्ता के रूप में व्याख्यान देंगे।

मालूम हो कि प्रोफेसर त्रिपाठी एक ऐसा नाम है, जिनकी विद्वता की कोई सानी नहीं है। वे सहज, सरल, सौम्य एवं शालीन भी हैं। इनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि का दूर-दूर तक कोई जोड़ नहीं। इन्होंने देश के लिए अनुसंधान में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनके व्याख्यान की विशेष मांग देश के अंदर ही नहीं, बल्कि विदेशों की धरती से भी है, जिसके कई बार वो गवाह भी बन चुके हैं। इन्होंने अपने बहुमुखी प्रतिभा एवं कड़ी मेहनत के बल पर जीवन की हर बुलंदियों का मुकाम बनाया है। वो कोई और नहीं वैज्ञानिक प्रो. आर. पी. त्रिपाठी हैं।

प्रो. त्रिपाठी का जन्म उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के एक छोटे से गांव तमरसेपुर में हुआ। बचपन से ही वे मेधावी एवं कुशाग्र बुद्धि के थे। प्रो. त्रिपाठी की शैक्षणिक पृष्ठभूमि पर जब आप नजर दौड़ाएंगे, तो पाएंगे कि वो उदयमान भास्कर की तरह समाज में एक नई किरण बिखेर रहे हैं। इन्होंने स्नातक और स्नातकोत्तर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर से किया। एम. फिल और पी-एच. डी. दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से किया।

प्रोफेसर त्रिपाठी का चयन केंद्रीय विश्वविद्यालय केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान, लखनऊ में वैज्ञानिक पद पर हुआ। इन्होंने ट्यूबरकुलोसिस बीमारी के इलाज के लिए औषधि अनुसंधान में अतुलनीय योगदान दिया। इनके डेढ़ सौ से भी अधिक शोध पत्र उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हैं। इसके अतिरिक्त दर्जनभर से अधिक पेटेंट इनके नाम दर्ज हैं। प्रो. त्रिपाठी फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में भी आमंत्रित वैज्ञानिक के तौर पर कार्य कर चुके हैं। इनके दर्जन भर से भी अधिक शोध छात्र भारत एवं विश्व के शिक्षण संस्थानों में उच्च पद पर आसीन हैं, जिसमें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, इंटीग्रल विश्वविद्यालय लखनऊ एवं जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी अमेरिका प्रमुख है। इसके अतिरिक्त विभिन्न शोध छात्र मल्टीनेशनल फार्मा कंपनी में बतौर वैज्ञानिक कार्यरत है।

अपने सेवाकाल के दौरान प्रो. त्रिपाठी को औषधि अनुसंधान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए विभिन्न उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा गया। इसमें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड फ्रॉम एसीसीटी आई प्रमुख हैं। केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान से सेवा अवकाश के पश्चात प्रो. त्रिपाठी नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च में बतौर डीन कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त उच्च स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय जनरल (Elsevier, American Chemical Society, Willey) में एडिटर एवं reviewer के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

रिपोर्ट- डाॅ. आनन्द मोहन झा,                   अतिथि सहायक प्राध्यापक,              मनोहरलाल टेकरीवाल कॉलेज, सहरसा, बिहार  भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा

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