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BNMU भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, लालूनगर, मधेपुरा के प्रथम पूर्णकालिक कुलपति परम आदरणीय प्रो. (डॉ.) अमरनाथ सिन्हा का आज निधन हो गया। यह न केवल हमारे विश्वविद्यालय के लिए, वरन् संपूर्ण प्रदेश एवं राष्ट्र के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। 

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भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, लालूनगर, मधेपुरा के प्रथम पूर्णकालिक कुलपति परम आदरणीय प्रो. (डॉ.) अमरनाथ सिन्हा का 18 फरवरी, 2024 (रविवार) को मुबंई में निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे और पिछले कुछ महीनों से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके एकलौते पुत्र शिशिर रंजन ने बताया कि प्रोफेसर अमरनाथ का अंतिम संस्कार खारघर, नवी मुंबई में सोमवार को किया जाएगा।

मालूम हो कि प्रोफेसर सिन्हा मूल रुप से नवादा जिला के रजौली के रहने वाले थे, लेकिन परिवार के साथ काफी समय से पटना के हनुमान नगर स्थित एम. आई. जी. कॉलोनी में रह रहे थे।

प्रो. अमरनाथ मनीषी साहित्यकार थे और अपने साहित्यिक एवं सामाजिक दायित्वों के प्रति सदैव जागरूक एवं सतर्क रहते थे। उन्हें हिन्दी के विद्यार्थी और अध्यापक के रूप में अपने लम्बे कैरियर में लगभग 50 वर्षों से अधिक समय तक अध्ययन- अध्यापन का अवसर मिला। उनकी गिनती पटना विश्वविद्यालय, पटना के प्रमुख स्तंभों में होती है।

प्रोफेसर अमरनाथ ने कई पुस्तकों की रचना की है। उनकी सद्य: प्रकाशित पुस्तक ‘हिंदी साहित्य और लोक चेतना’ का पटना में 18 अगस्त, 2023 को लोकार्पण हुआ था।

प्रोफेसर अमरनाथ को हिन्दी जगत में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कार एवं सम्मान से सम्मानित भी किया गया था। हमने एक विद्वान प्राध्यापक, कर्मठ प्रशासक और शिखर समालोचक को खो दिया है।

प्रो. अमरनाथ का असामयिक निधन से न केवल हमारे विश्वविद्यालय के लिए, वरन् संपूर्ण प्रदेश एवं राष्ट्र को एक अपूर्णीय क्षति हुई है। वे आज सशरीर हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार एवं कार्य हमें हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे।

सादर नमन! विनम्र श्रद्धांजलि!!
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