BNMU दे दी चुनौती सिंधु को अब धार क्या मजधार क्या…!”

सबसे पहले तो मैं इस सम्मान के लिए विश्वविद्यालय परिवार का आभार प्रगट करती हूं… इससे विद्यार्थियों का मनोबल ऊंचा होता है…..और जहां तक नेट परीक्षा का सवाल है तो कोई भी परीक्षा आसान नहीं है पर ये भी एक सत्य है युद्ध ही वीर का प्रमाण है….तो जब तक आप अच्छी रणनीति नहीं बनाएंगे युद्ध नहीं जीत पाएंगे….मुझसे मेरे एक शिक्षक ने कहा था किताबे और दोस्त कम रखो मगर अच्छे रखो…mcq और pyq आपको प्रश्न को समझने और प्रश्न कहां से ज्यादा बन रहे, इसमें बहुत मददगार होते हैं – “so keep precticing…!_

मेरी सफलता में मेरी मेहनत के अलावा मेरे परिवार का और मेरे कुछ मित्रों का बहुत बड़ा योगदान रहा…मैं उनका उनका दिल से आभार प्रकट करना चाहती हूं….

और अंत में यही कहना चाहती हूं की एक अच्छी रणनीति के साथ अपनी तैयारी कीजिए सफलता प्राप्त होने में हो सकता है समय लगे लेकिन सफलता मिलेगी जरूर- “जब नाव पथ में छोड़ दी तूफान ही मोड़ दी/ दे दी चुनौती सिंधु को अब धार क्या मजधार क्या…..!”

 

-प्रिया कुमारी, शोधार्थी, इतिहास विभाग, भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, लालूनगर, मधेपुरा