BNMU नया परिसर कहलाएगा शैक्षणिक परिसर।

*नया परिसर कहलाएगा शैक्षणिक परिसर*

बीएनएमयू के नवनियुक्त कुलपति प्रो. बी. एस. झा की अध्यक्षता में 30 जनवरी, 2024 (मंगलवार) को सभी संकायाध्यक्षों एवं विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागाध्यक्षों की बैठक संपन्न हुई। इसमें यह निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय का मूल परिसर प्रशासनिक परिसर और नया परिसर शैक्षणिक परिसर कहलाएगा। प्रशासनिक परिसर में सभी कार्यालय रहेंगे

शैक्षणिक परिसर में विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागों का संचालन होगा।

 

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रशासनिक परिसर में संचालित हो रहे केंद्रीय पुस्तकालय तथा शिक्षाशास्त्र विभाग तथा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग को अविलंब शैक्षणिक परिसर में हस्तांतरित किया जाएगा।

 

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यूएमआईएस कंपनी से अब तक किए गए नामांकन, पंजीयन एवं परीक्षाफल सहित सभी कार्यों का डेटा हार्ड कापी एवं एक्सेल में लिया जाए।

 

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि नैक के नाम पर पैसे की बर्बादी नहीं की जाएगी। पहले विगत पांच वर्षों का डेटा जमा किया जाएगा और शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार पर ध्यान दिया जाएगा। आवश्यक तैयारियों के बाद ही नैक का एसएसआर अपलोड कराया जाएगा।

कुलपति ने राज्यपाल सचिवालय एवं राज्य सरकार और विश्वविद्यालय से दिए गए निदेशों का ससमय अनुपालन सुनिश्चित करने के निदेश दिए। उन्होंने कहा कि वे नियम संगत कार्यों में पूरी मदद करेंगे, लेकिन किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इस अवसर पर डीएसडब्ल्यू प्रो. नवीन कुमार, कुलसचिव प्रो. मिहिर कुमार ठाकुर, परीक्षा नियंत्रक शशिभूषण, एवं उपकुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर, कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव और विभिन्न विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

*नया परिसर कहलाएगा शैक्षणिक परिसर*

बीएनएमयू के नवनियुक्त कुलपति प्रो. बी. एस. झा की अध्यक्षता में 30 जनवरी, 2024 (मंगलवार) को सभी संकायाध्यक्षों एवं विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागाध्यक्षों की बैठक संपन्न हुई। इसमें यह निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय का मूल परिसर प्रशासनिक परिसर और नया परिसर शैक्षणिक परिसर कहलाएगा। प्रशासनिक परिसर में सभी कार्यालय रहेंगे और शैक्षणिक परिसर में विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागों का संचालन होगा।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रशासनिक परिसर में संचालित हो रहे केंद्रीय पुस्तकालय तथा शिक्षाशास्त्र विभाग तथा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग को अविलंब शैक्षणिक परिसर में हस्तांतरित किया जाएगा।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यूएमआईएस कंपनी से अब तक किए गए नामांकन, पंजीयन एवं परीक्षाफल सहित सभी कार्यों का डेटा हार्ड कापी एवं एक्सेल में लिया जाए।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि नैक के नाम पर पैसे की बर्बादी नहीं की जाएगी। पहले विगत पांच वर्षों का डेटा जमा किया जाएगा और शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार पर ध्यान दिया जाएगा। आवश्यक तैयारियों के बाद ही नैक का एसएसआर अपलोड कराया जाएगा।

कुलपति ने राज्यपाल सचिवालय एवं राज्य सरकार और विश्वविद्यालय से दिए गए निदेशों का ससमय अनुपालन सुनिश्चित करने के निदेश दिए। उन्होंने कहा कि वे नियम संगत कार्यों में पूरी मदद करेंगे, लेकिन किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इस अवसर पर डीएसडब्ल्यू प्रो. नवीन कुमार, सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार, मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो. आर. के. मल्लिक, वाणिज्य संकायाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार, कुलसचिव प्रो. मिहिर कुमार ठाकुर, परीक्षा नियंत्रक शशिभूषण, उपकुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर, कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव और विभिन्न विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।