BNMU अधिषद् का 24वां वार्षिक अधिवेशन संपन्न*

*अधिषद् का 24वां वार्षिक अधिवेशन संपन्न*

भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में अधिषद् (सीनेट) का 24वां वार्षिक अधिवेशन मंगलवार को राज्यपाल-सह- कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर की अध्यक्षता में प्रशासनिक परिसर अवस्थित प्रेक्षागृह में संपन्न हुई।

इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि बिहार का गौरवशाली इतिहास रहा है। हमारे नालंदा एवं विक्रमशिला विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए पूरी दुनिया के विद्यार्थी आते थे। लेकिन आज हमारे विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर जाना पर रहा है। वे इस स्थिति को बदलना चाहते हैं। उनका सपना है कि भारत के अन्य राज्यों तथा विदेशों के विद्यार्थी पढ़ने के लिए बिहार के विश्वविद्यालय में आएं।

उन्होंने कहा कि हमें शिक्षा के क्षेत्र में फैली सुस्ती को दूर करना है और सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त बनानी हैं। युवाओं को बेहतर भविष्य देना है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति-निर्माण है। व्यक्ति-निर्माण से ही समाज एवं राष्ट्र का निर्माण होगा।

उन्होंने कहा कि आने वाला समय भारत का समय है और हमें अभी से देश को विकसित का संकल्प लेना है। अभी से काम करने को तत्पर रहना है। वर्ष 2047 तक देश को विकसित बनाना है।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में वर्ष में एक बार बजट अधिवेशन होता है। इस बैठक में सदस्यों को अपनी बात रखने का समय नहीं मिल पाता है। इसलिए विश्वविद्यालय में अलग से एकेडमिक सीनेट की बैठक होनी चाहिए। जिसमें मुख्य रूप से सभी सदस्यों से सिर्फ विश्वविद्यालय के एकेडमिक विकास पर चर्चा किया जा सके।

 

उन्होंने सीनेट सदस्यों से सिर्फ सीनेट में ही नहीं, बल्कि अन्य दिनों में भी विश्वविद्यालय के विकास के लिए सक्रिय रहने और कुलपति से मिलकर उन्हें समस्याओं से अवगत कराने तथा सुधार हेतु सुझाव देते रहने का आग्रह किया।

 

उन्होंने कहा कि यूएमआईएस में कई गड़बड़ियां हैं और विश्वविद्यालय का काफी धन भी बर्बाद हो रहा है। अतः यह आवश्यक है कि यूएमआईएस को बंद कर दिया जाए और सभी विश्वविद्यालय अपनी आवश्यकता के अनुरूप अपना सॉफ्टवेयर विकसित करें और उसे स्वयं संचालित करें। इससे परीक्षा का संचालन, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन, परीक्षाफल का प्रकाशन एवं डिग्री वितरण आदि कार्यों में गति आएगी और सत्र को नियमित करने में काफी सहायता मिलेगी।

उन्होंने कहा कि प्रोन्नति का कार्य अविलंब हो। सेवानिवृत्ति के दिन ही सभी सेवांत लाभ का भुगतान हो। अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए। विद्यार्थियों को उनके आसपास के महाविद्यालयों में नामांकन मिलना चाहिए।

 

*कुलपति ने प्रस्तुत किया प्रगति प्रतिवेदन*

अधिवेशन के दौरान कुलपति प्रो. बी. एस. झा ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। डॉ. जवाहर पासवान ने गत 17 फरवरी, 2023 को संपन्न हुई अधिषद् की बैठक का कार्यवृत्त, डॉ. अरविंद कुमार ने इसका अनुपालन प्रतिवेदन तथा डॉ. उमाशंकर चौधरी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। डॉ. रमेश कुमार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के वास्तविक आय-व्यय का लेखा प्रतिवेदन तथा डीएसडब्ल्यू डॉ. नवीन कुमार ने वार्षिक बजट 2024-25 प्रस्तुत किया। वर्ष 2024-2025 के लिए कुल 10 अरब 35 करोड़ 68 लाख 80 हजार 987 रूपए बजट को मंजूरी दी गई है। इसमें आंतरिक स्रोत से कुल अनुमानित आय कुल 1 अरब 83 करोड़ 76 लाख 39 हजार 181 रूपए है। इस तरह सरकार से कुल अनुमानित राशि कुल 8 अरब 51 करोड़ 92 लाख 41 हजार 806 रूपए का घाटा अनुदान अपेक्षित है। बजट में चाइल्ड केयर सेंटर हेतु 15 लाख, गर्ल्स कामन रूम हेतु 12 लाख, काउंसिल सेंटर हेतु 10 लाख, ग्रीन हाउस हेतु 15 लाख एवं एनिमल हाउस हेतु 20 लाख का प्रावधान किया गया है। डॉ. परमेश्वर चौधरी विभिन्न निकायों, प्राधिकारों एवं समितियों का कार्यवृत्त तथा डॉ. बी. एन. विवेका नवसंबंधन एवं दीर्घीकरण आदि का प्रस्ताव रखेंगे। कैप्टन गौतम कुमार को अधिषद् सदस्यों से प्राप्त प्रश्नों के उत्तर प्रस्तुत करेंगे और डॉ. शाहिद हुसैन शोक प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे।

कार्यक्रम के प्रारंभ में कैप्टन गौतम कुमार के नेतृत्व में एनसीसी कैडेट्स ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। कुलाधिपति को अंगवस्त्रम्, पुष्पगुच्छ एवं मिथिला पेंटिंग भेंट कर सम्मानित किया गया। अतिथियों ने महामना भूपेंद्र नारायण मंडल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। पार्वती विज्ञान महाविद्यालय की टीम ने कुलगीत प्रस्तुत किया। अंत में राष्ट्र गान जन-गण-मन के सामूहिक गायन के साथ बैठक संपन्न हुई।

बैठक में पूर्व कुलपति प्रो. आर. के. पी. रमण, एमएलसी द्वय डॉ. संजीव कुमार सिंह एवं डॉ. अजय कुमार सिंह, एमएलए द्वय अनिरुद्ध प्रसाद यादव एवं गूंजेश्वर साह, पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. रामनरेश सिंह, डॉ. परमेश्वर चौधरी, डॉ. आलोक झा, डॉ. निरंजन मेहता, डॉ. नरेश कुमार, डॉ. मनीषा रंजन, डॉ. एम. आई. रहमान, डॉ. प्रमोद कुमार चंद्रवंशी, डॉ. अमरदीप, डॉ. रंजन कुमार, भवेश कुमार, डॉ. जयशंकर प्रसाद स्नेही एवं सचिव सह कुलसचिव प्रो. मिहिर कुमार ठाकुर उपस्थित थे।

बैठक के कार्यालयी कार्यों में उप कुलसचिव अकादमिक डॉ. सुधांशु शेखर, कुलपति के निजी सहायक शंभु नारायण यादव, अमित कुमार आदि ने सहयोग किया।

डॉ. शेखर ने बताया कि अधिषद् के बैठक के निमित्त बुधवार को विश्वविद्यालय के सभी कार्यालयों, स्नातकोत्तर विभागों एवं महाविद्यालयों में अवकाश रहेगा। लेकिन पूर्व निर्धारित परीक्षाएँ यथावत चलती रहेंगी और परीक्षा संबंधी अन्य आवश्यक कार्य भी पूर्व की भाँति संचालित होंगे।