Bihar परिषद् के अधिवेशन में बीएनएमयू की अहम भागीदारी

*परिषद् के अधिवेशन में बीएनएमयू की अहम भागीदारी*

दर्शन परिषद्, बिहार का 45वां अधिवेशन 21-23 दिसंबर, 2023 को रामेश्वर कॉलेज, मुजफ्फरपुर में आयोजित हो रहा है। इसमें बीएनएमयू, मधेपुरा सहित देशभर के जानेमाने दार्शनिक, शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी शामिल हैं। अधिवेशन के दूसरे दिन ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने नीति दर्शन विभाग की अध्यक्षता की।

उन्होंने कहा कि आचरण के बिना ज्ञान निरर्थक है। इसलिए भारतीय दर्शन में आचरण को ज्ञान से भी अधिक आचरण को महत्व दिया गया है।

उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी ने भी कहा कि टन भर भाषण से तोलाभर आचरण श्रेयष्कर है।

नीति दर्शन विभाग में मुख्य अतिथि डॉ. महेश सिंह (आरा) ने कहा कि मनुष्य जीवन में नैतिकता का काफी महत्व है। नीतिविहिन मनुष्य पशु के समान है।

उन्होंने बताया कि भारतीय दर्शन में नीति एवं धर्म दोनों एक-दूसरे से अभिन्न हैं। यहां चार पुरुषार्थ यथा- धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष की चर्चा है। इसमें धर्म की प्रधानता है और धर्म-विरुद्ध आर्थ एवं काम को निषिद्ध माना गया है।

सत्र में समन्वयक की भूमिका वैशाली महिला महाविद्यालय, वैशाली में दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. रेशमा सुल्ताना ने निभाई। कार्यक्रम के आयोजन में डॉ. ममता सिंह (लखनऊ), डॉ. प्रत्यक्षा राज (सहरसा), सर्वजीत पाल (मुंगेर), डॉ. मुकेश कुमार चौरसिया एवं डॉ. नीरज प्रकाश (पटना) और सौरभ कुमार चौहान (मधेपुरा) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

नीतिशास्त्र विभाग में 21 शिक्षकों एवं शोधार्थियों ने शोध-पत्र प्रस्तुत किया गया।
इनमें डॉ. श्याम किशोर सिंह (वैशाली), बिरेन्द्र कुमार कुमार भारती (मोकामा), गोल्डी कुमारी (नालन्दा), अनुपम कुमारी (वाराणसी), पूर्णिमा कुमारी (पटना), रविश कुमार (भागलपुर), प्रियंका सरकार (दरभंगा), ऋचा प्रिया (पटना), कंचन (दरभंगा), श्रुति परमार (पटना), सुरज कुमार (वाराणसी), बबलु कुमार (दरभंगा), चाँदनी कुमारी (पाटलिपुत्र),डॉ. रुपेश कुमार सिंह (वैशाली),डॉ. शोभा रानी (हाबीपुर),निशा (वाराणसी), डॉ. सिंकु कुमारी (आरा), डॉ. मनीषा प्रिया (भागलपुर), मुकेश कुमार (मुणफ्फरपुर), शिवि सिन्हा (पटना), डुमकेंद्र राजन (झारखंड) के नाम शामिल हैं।