BNMU। बिहार के चमके सूर्य का अस्त : कुलपति

बिहार के चमके सूर्य का अस्त : कुलपति

डाॅ. रवि के निधन पर कुलपति ने व्यक्त की गहरी शोक संवेदना

पूर्व सांसद (लोकसभा एवं राज्य सभा) तथा भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर डॉ. रमेन्द्र कुमार यादव रवि के निधन पर कुलपति प्रोफेसर डाॅ. राम किशोर प्रसाद रमण ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

कुलपति ने कहा है कि डाॅ. रवि बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वे हिंदी, मैथिली एवं अंग्रेजी साहित्य के मूर्धन्य विद्वान, प्राख्यात शिक्षक, कुशल प्रशासक एवं लोकप्रिय राजनेता थे। वे अपने नाम के अनुरूप शिक्षा, समाज, राजनीति एवं साहित्य के चमकते सूर्य थे। उनका निधन न केवल मधेपुरा, बल्कि पूरे कोसी-सीमांचल एवं बिहार के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका व्यक्तित्व एवं कृतित्व चिरकाल तक स्मरणीय रहेगा।

कुलपति ने बताया कि डाॅ. रवि ने पटना विश्वविद्यालय, पटना से एम. ए. (हिंदी) एवं पी-एच. डी. की उपाधि प्राप्त की थी। उन्होंने अपनी प्राध्यापकीय यात्रा का प्रारंभ ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में हिंदी के प्राध्यापक के रूप में की थी और उन्हें इस महाविद्यालय के प्रथम कमीशंड प्रधानाचार्य बनने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ था। आगे यहीं से उनकी राजनीतिक यात्रा भी परवान चढ़ी। उन्हें विधानसभा, लोकसभा एवं राज्यसभा का सदस्य बनने का गौरव प्राप्त हुआ।

कुलपति ने बताया कि जनवरी 1992 में जब भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय की स्थापना हुई, तो डाॅ. रवि संस्थापक कुलपति हुए। उन्हें कुलपति के रूप में विश्वविद्यालय के प्रथम झंडोत्तोलन समारोह में तिरंगा झंडा पहराने का अभूतपूर्व अवसर मिला। यह अत्यंत ही गौरव की बात है। विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति के रूप में डाॅ. रवि का नाम चिर स्मरणीय है। स्थापनाकाल से लेकर अब तक हमेशा विश्वविद्यालय परिवार को इनका प्रेरणास्पद मार्गदर्शन मिलता रहा।

कुलपति ने कहा कि डाॅ. रवि के निधन से मधेपुरा, कोसी-सीमांचल एवं बिहार के एक चमकते सूर्य का अस्त हो गया है। अब हम प्रत्यक्ष रूप से इस सूर्य का दर्शन नहीं कर सकेंगे। लेकिन उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व का प्रकाश हमेशा बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, कोसी-सीमांचल और पूरे बिहार को आलोकित करता रहेगा।

कुलपति डाॅ. रमण ने डाॅ. रवि को पूरे विश्वविद्यालय परिवार की ओर से अश्रुपुरित नेत्रों से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि वे डाॅ. रवि की पवित्र आत्मा को चिर शांति प्रदान करें और सभी परिजनों, शिष्यों एवं शुभचिंतकों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।