BNMU। डा. उत्पलकांत सिंह को श्रद्धांजलि

बड़े शौक से सुन रहा था जमाना, तुम्हीं सो गए दास्तां कहते-कहते।
चिठ्ठी ना कोई संदेश जाने कहाँ आप चले गये हो ?

देश ने आज एक कोहिनूर खो दिया। एशिया के चर्चित शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ उत्पलकांत सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा।

डा. उत्पलकांत सिंह जी से मुलाकात
आज भी मुझे याद है डॉ. उत्पलकांत सिंह जी का क्लिनिक नाला रोड पटना में हुआ करता था। मैं बचपन से ही बहुत बीमार रहता था। मेरा बचपन से ही इलाज डॉ. उत्पल कांत सिंह जी के क्लिनिक में ही हुआ करता था। वो मनहूस दिन मुझे आज भी याद है मैं कालाजार की बीमाड़ी से पीड़ित था। बिहार के करीब करीब सभी डॉ. मुझे रेफर कर दिया था, लेकिन डॉ. उत्पलकांत सिंह जी ने मुझे बिल्कुल ठीक कर दिए।

लगातार मेरा ट्रीटमेंट बचपन से 15 वर्ष तक इनकी ही देखभाल में हुआ। सच में मैं कह सकता हूँ कि वे डाक्टर नहीं भगवान थे।
मैं अगर आज जिंदा हूँ, तो सिर्फ डाक्टर उत्पलकांत सिंह जी के ही बदौलत।

– डेविड यादव, जंतु विज्ञान विभाग, बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा, बिहार