BNMU। बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय : कल, आज और कल (22 दिसंबर, 2017)। सामाजिक सरोकारों से जुड़ें युवा : प्रति कुलपति

सामाजिक सरोकारों से जुड़ें युवा : प्रति कुलपति

एनएसएस का उद्देश्य विद्यार्थियों को समाज एवं राष्ट्र से जोड़ना है। सभी विद्यार्थी पढाई के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों से जुड़ें। यह बात प्रति कुलपति डॉ. फारूक अली ने कही। वे शुक्रवार को एनएसएस इकाई, टी. पी. काॅलेज, मधेपुरा के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय शिविर के उद्घाटनकर्ता के रूप में बोल रहे थे।

प्रति कुलपति ने कहा कि विद्यार्थी समाज एवं राष्ट्र में परिवर्तन का वाहक बनें। वे पहले अपने जीवन में बदलाव लाएं। फिर समाज में बदलाव आएगा। अंधेरे को कोसने की बजाय एक चिराग जलाएं।

उन्होंने कहा कि 1947 में हमें राजनीति आजादी मिल गयी, लेकिन सामाजिक आजादी नहीं मिली। फिर आजादी के बाद समाज सुधार का काम भी नहीं हुआ। अब युवाओं की यह जिम्मेदारी है कि वे समाज सुधार में अपनी महती भूमिका निभाएं। वे दहेजबंदी, शराबबंदी एवं ऐसे अन्य कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर भाग लें। साथ ही जहाँ कहीं भी शोषण एवं अन्याय हो, उसका अहिंसक-जनतांत्रिक प्रतिरोध करें।

प्रति कुलपति ने सभी महाविद्यालयों में राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन की भावनाओं के अनुरूप साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये। सभी प्रधानाचार्य अपने शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को स्वच्छाग्रह के लिए प्रेरित करें। जगह-जगह डस्टबिन एवं पिकदान लगाए जाएं। नियमित रूप से स्वच्छता अभियान चलाया जाए। आस पङोस से गंदगी दूर करें और अपने दिमाग से भी गंदगी हटाएं।

प्रति कुलपति ने कहा कि एनएसएस एवं अन्य क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को गणतंत्र दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा।

मुख्य अतिथि डीएसडब्लू डॉ. अनिल कान्त मिश्र ने कहा कि विश्वविद्यालय में एनएसएस को गतिशील बनाया जा रहा है। सभी काॅलेजों में शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसकी शुरुआत टी. पी. काॅलेज से की जा रही है।

इस अवसर पर पीआरओ डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि एनएसएस राष्ट्र सेवा का माध्यम है। राष्ट्र सेवा का मतलब है, राष्ट्र की आम जनता की सेवा।

इस अवसर पर मिथिलेश कुमार सिंह, गुड्डू कुमार, के. के. भारती, असीम आनंद, आमिष कुमार, रौनक कुमार, अदिति, सुरभी, लक्ष्मी, सृष्टि, आरोही, काजल, आराधना, सरिता, अमृत राज, राजा, अभिषेक, मंडण मिश्र, शिवम सिंह आदि उपस्थित थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डॉ. एच.एल. एस. जौहरी ने की। संचालन एआईएसएफ के राज्य उपाध्यक्ष हर्षवर्द्धन सिंह राठौर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. कपिलदेव प्रसाद ने किया।

22 दिसम्बर, 2017 का फेसबुक पोस्ट