BNMU। डाॅ. एम. आई. रहमान यूनाइटेड किंगडम से प्रकाशित शोध-पत्रिका “एशियन रिसर्च जर्नल ऑफ आर्ट्स एंड सोशल साइंसेज” (आईएसएसएन : 2456-4761) के समीक्षक मनोनीत

स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर एवं विश्वविद्यालय के अकादमिक निदेशक डॉ. एम. आई. रहमान को यूनाइटेड किंगडम से प्रकाशित शोध-पत्रिका “एशियन रिसर्च जर्नल ऑफ आर्ट्स एंड सोशल साइंसेज” (आईएसएसएन : 2456-4761) के समीक्षक मनोनीत किया है।

इनका मनोनयन एक वर्ष के लिए अर्थात् 2021 तक के लिए किया गया है।

डाॅ. रहमान ने बताया कि इस शोध पत्रिका का उद्देश्य एशिया और अन्य देशों में कला, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान के सभी क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाले शोध प्रकाशित करना है। यह पत्रिका शोध को सुविधाजनक बनाती है और तार्किक एवं वैज्ञानिक दृष्टि को बढ़ावा देती है। यह पत्रिका नकारात्मक परिणामों की उपयोगी रिपोर्ट को भी प्रस्तुत करने का कार्य करती है और शोध के क्षेत्र में शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित भी करती है। यह एक गुणवत्ता नियंत्रित खुली समीक्षात्मक एवं ओपन एक्सेस इंटरनेशनल जर्नल है। इस सूचना से भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के शिक्षक कर्मियों एवं शोधार्थियों ने उत्साह है। इस जर्नल में विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं शोधार्थियों के शोध पत्रों को भी प्रकाशन में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि समीक्षक मनोनयन के पश्चात उनके द्वारा नाइजीरिया, कीनिया एवं सूडान के शोधकर्ताओं द्वारा भेजे गए शोध पत्रों की समीक्षा भी की गई है। मालूम हो कि डाॅ. रहमान ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ से एम. ए. एम. फिल. एवं पी-एच. डी. की उपाधि प्राप्त की है। तदुपरांत कुछ दिनों तक हमदर्द विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में एकेडमिक एसोसिएट भी रहे।

डाॅ. रहमान 1996 में बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के रूप में नियुक्त हुए। यहाँ उन्होंने लगभग चार वर्षों तक जीएलएम काॅलेज, बनमनखी में अपनी बहुमूल्य सेवा दी। वहाँ वे एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी एवं क्रीड़ा परिषद् के सचिव भी रहे। डाॅ. रहमान 2000 में स्नातकोत्तर विभाग में आए। यहाँ वे विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव (विधि) एवं उप कुलसचिव (अकादमिक) भी रहे। संप्रति वे विश्वविद्यालय के अकादमिक निदेशक एवं ‘प्लैग्रिज्म डिटेक्शन सेंटर’ के भी समन्वयक हैं। यह सेंटर साहित्यिक चोरी रोकने और शोध की गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से खोला गया है।