BNMU कमलेश्वरी प्रसाद यादव : संविधान सभा के सदस्य

क्या कोई यादव समाज से संविधान सभा में गया था ?
तो आपको उत्तर लगभग नही के बराबर मिलेगा क्योंकि जेएनयू और डीयू के जितने भी यादव समाज से आने वाले साथी शोध कर रहे हैं, उन सब से मैंने यह सवाल किया। जवाब उनका न आया। फिर जब मैंने उन्हें बताया तो बहुत खुश हुए और हैरान भी कि उन्हें यह बात नहीं मालूम थी।

कमलेश्वरी प्रसाद यादव खगड़िया से संविधान सभा के मेंबर चुने गये थे और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। इनका जन्म 4 जनवरी, 1902 बिहार के चतरा, जिला मधेपुरा के एक ज़मींदार परिवार में हुआ था और उनका निधन 15 नवम्बर, 1989 में मधेपुरा में हुआ।

बिहार में मशहूर के. पी. कॉलेज की स्थापना मधेपुरा में उन्हीं के कर कमलों द्वारा हुई थी।

सन 1951 में जिला किशनगंज के उदा/विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से विधायक चुने गये थे। वह पटना विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र (Political Science) और बीएचयू (बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय) से हिंदी में डबल एम ए करने के साथ पटना विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री भी हासिल किये।

उल्लेखनीय है कि अपना इतिहास न जानने का बड़ा नुकसान यह होता है कि आप कोई नया इतिहास बनाने के लिए ठीक से प्रेरणा नहीं ले पाते हैं और आपका विरोधी अपने मिथकों को ऐतिहासिक बताकर आपके सामने अपना मान सम्मान ऊंचा कर लेते हैं। यादव समाज में ऐसे बहुत से नायक व नायिकाएं रही/रहे हैं जो अपने दौर में परिस्थिति के अनुसार लड़ते रहे हैं जिन्हें आज हम नहीं जानते। मैं अपने स्तर से बहुजन समाज के इतिहास को खोजने का काम कर रहा हूँ।

Constituent Assembly Debate को पढ़ते वक़्त उसके मेंबर की जब लिस्ट देख रहा था तो मेरी नज़र अचानक कमलेश्वरी प्रसाद यादव के नाम पर पड़ी तो सोचा आपसबो को भी अवगत करा दूँ।

यादव समाज के नौजवानों की यह जिम्मेदारी है कि अब अपने अतीत को समेटकर इतिहास लिखें। जब हम अपने इतिहास रेखांकित पर पायेंगे तो उनके मिथक अपने आप हार जाएंगे।

-डाॅ. रविशंकर कुमार चौधरी, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर, इतिहास विभाग, टी. एन. बी. काॅलेज, भागलपुर, बिहार