BNMU। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के सम्मान में शोक-सभा

रामविलास पासवान के सम्मान में शोक-सभा
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केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 8 अक्टूबर, 2020 को नई दिल्ली के एम्स हास्पीटल में निधन हो गया। यह भारतीय राजनीति और विशेषकर बिहार के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। यह बात कुलपति प्रोफेसर डॉ. आर. के. पी. रमण ने कही। सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के सम्मान में कुलपति कार्यालय परिसर में आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे।

कुलपति ने कहा कि भारतीय राजनीति में रामविलास जी के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। वे एक जमीनी नेता थे। वे लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार में खाद्य एवं उपभोक्ता मामले के केन्द्रीय मंत्री भी थे। वे 9 बार लोकसभा सांसद तथा 2 बार राज्यसभा सांसद रहे। कुलपति ने बताया कि रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई, 1946 को खगड़िया, बिहार में हुआ था। वे पिछले 32 वर्षों में 11 चुनाव लड़े और उनमें से नौ जीते। मोदी सरकार में एक बार फिर से मंत्री पद की शपथ ली। रामविलास जी के पास छः प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का अनूठा रिकॉर्ड भी है। इस अवसर प्रति कुलपति डाॅ. आभा सिंह, वित्तीय परामर्शी सुभाषचंद्र दास, डीएसडब्लू डॉ. अशोक कुमार यादव, सीसीडीसी डॉ. इम्तियाज अंजूम, कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद, परीक्षा नियंत्रक डाॅ. नवीन कुमार, बीएनमुस्टा के महासचिव डाॅ. नरेश कुमार, डाॅ. उदयकृष्ण, पीआरओ डॉ. सुधांशु शेखर, कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव आदि उपस्थित थे।