Gandhi। गांधी जयंती पर एमएलटी कॉलेज, सहरसा में स्वच्छता अभियान

151वीं गांधी जयंती के अवसर पर एम एल टी कॉलेज सहरसा में प्राचार्य प्रो डी एन साह की अध्यक्षता और एन एस एस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार झा के संचालन में पुष्पांजलि और स्वच्छता अभियान का कार्यक्रम किया गया। बड़ी संख्या में उपस्थित एन एस एस स्वयंसेवक और एन सी सी कैडेट्स को संबोधित करते हुए प्राचार्य ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के राजनीतिक विचार और जीवन दर्शन आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं। पूज्य बापू के द्वारा बताए और अपनाए गए सत्याग्रह और अहिंसा के विचार पूरी मानवता का मार्गदर्शन करता है जिसके कारण गांधी जयंती भारत में ही नहीं अपितु दुनिया के कई देशों में मनाई जाती है। भारत की आज़ादी की संघर्ष से लेकर हर एक तरह के सामाजिक भेदभाव के खिलाफ पूरा जीवन उन्होंने आंदोलन किया। महिला शिक्षा, दलितों के उत्थान और सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने के लिए महात्मा गांधी आज भी पूरी दुनिया में एक प्रेरणा पुंज की तरह है। महात्मा गांधी जिन्हें हम प्यार से बापू कहते हैं, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे प्रमुख नेताओं में से हैं। अहिंसा परमो धर्मः” के सिद्धांत को नींव बना कर, विभिन्न आंदोलनों के माध्यम से महात्मा गांधी ने देश को गुलामी के जंजीर से आजाद कराया। वह अच्छे राजनीतिज्ञ के साथ बहुत अच्छे वक्ता भी थे। गाँधी जी के वचनों का समाज पर गहरा प्रभाव आज भी देखा जा सकता है। वह मानवीय शरीर में जन्में पुन्य आत्मा थे। जिन्होंने अपने सूज-बूझ से भारत को एकता के डोर में बांधा और समाज में व्याप्त जातिवाद जैसे कुरीति का नाश किया। महात्मा गाँधी का यह मानना था भारतीय शिक्षा सरकार के नहीं अपितु समाज के अधिन है। इसलिए महात्मा गाँधी भारतीय शिक्षा को ‘द ब्यूटिफुल ट्री’ कहा करते थे। शिक्षा के क्षेत्र में उनका विशेष योगदान रहा। भारत का हर नागरिक शिक्षित हो यही उनकी इच्छा थी।