*कर्तव्यनिष्ठा एवं फर्ज अदायगी के सर्वोच्च हस्ताक्षर के रूप में याद किए जाएंगे एन के सिंह*
*आईपीएस एन. के. सिंह ने सीबीआई संयुक्त निदेशक और पुलिस महानिदेशक के रूप में प्राप्त की ख्याति*
देश के चर्चित आईपीएस ,भूतपूर्व सीबीआई संयुक्त निदेशक और पुलिस महानिदेशक रहे मधेपुरा के कुमारखंड निवासी एन के सिंह (निर्मल कुमार सिंह) के 88 साल की उम्र में निधन पर आजाद पुस्तकालय के सचिव डॉक्टर हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मधेपुरा के गौरव को बढ़ाने वाले एक अध्याय का अंत बताया।
उन्होंने कहा कि एनके सिंह अपनी निर्भीकता, ईमानदारी, सत्यनिष्ठता की छवि वाले आई.पी.एस. अधिकारी के रूप में राष्ट्रीय फलक पर चर्चित ही नहीं रहे बल्कि राष्ट्रपति पुलिस पदक सहित कई सम्मानों से सम्मानित हुए।भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था पर उनकी समझ का लोग लोहा मानते रहे।
*बेटे की साजिशन मौत भी नहीं डिगा पाई थी एन के सिंह को*
डॉक्टर राठौर बताते हैं कि उनके बारे में यह मशहूर था कि उन्होंने कभी कर्तव्यों से समझौता नहीं किया। तत्कालीन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गिरफ्तार कर उन्होंने दिखाया था कि कानून की नज़र में सभी बराबर हैं, कर्तव्यनिष्ठा के इतने पक्के कि साजिशन युवा पुत्र को खोने का ग़म भी जिन्हें अपने कर्तव्यों से डिगा नहीं पाया ऐसे कर्तव्यनिष्ठ लाल को पाकर मधेपुरा की मिट्टी का मान बढ़ा था।
*राजनीति में भाग्य ने नहीं दिया कभी साथ*
राठौर बताते हैं कि
जीवन की दूसरी पाली में राजनीति के दाव – पेच के उतार चढ़ाव से अनभिज्ञ एन के सिंह जितने सफ़ल और चर्चित अधिकारी रहे, राजनीतिक जीवन में उतने ही विफल राजनेता साबित हुए।उस समय की चर्चित समता पार्टी से चुनाव लड़े लेकिन मधेपुरा की राजनीतिक समझ में वो कभी फिट नहीं बैठ पाए लिहाजा चुनावी मैदान में भाग्य ने बेवफाई दिखाई।
*ईमानदारी और सादगी के लिए चर्चित रहे*
राठौर कहते हैं कि उनके पिता तेज प्रताप सिंह एन के सिंह के शुरुआती चुनाव में चुनाव प्रभारी रहे उस दौरान अक्सर उनका घर पर आना जाना होता था जिससे उनको नजदीक से जानने का अवसर मिला ।उतने बड़े पदाधिकारी होने के बाद भी सामान्य भेषभूषा ,दिखावा से कोसों दूर की गंभीर छवि बरबस आकर्षित करती थी।डॉक्टर हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि उन्हें सदैव गर्व रहेगा कि आईपीएस एन के सिंह जैसे हस्ती और प्रशासनिक पदाधिकारी को नजदीक से जानने का अवसर मिला।उनके निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करते राठौर ने कहा कि
आने वाली नई नस्लों एवं अधिकारियों के लिए वे सदैव आदर्श बने रहेंगे।