BNMU दीक्षांत समारोह : स्वर्ण पदक में छात्राएं आगे

स्वर्ण पदक में छात्राएं आगे
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आगामी तीन अगस्त को निर्धारित भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के चतुर्थ दीक्षांत समारोह में राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान द्वारा विभिन्न विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा। जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि कुलपति डॉ. आर. के. पी. रमण के आदेशानुसार परीक्षा नियंत्रक आर. पी. राजेश के हस्ताक्षर से सभी विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की सूची जारी कर दी गई है, जो विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।

उन्होंने बताया कि चतुर्थ दीक्षांत समारोह में कुल 45 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा। इनमें 25 छात्राएं हैं, जबकि छात्रों की संख्या मात्र 20 है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 के लिए एकमात्र स्वर्ण पदक शिक्षा संकायान्तर्गत एमएड के डेजी कुमारी (छात्रा) को मिलेगा। वर्ष 2020 के लिए चार स्वर्ण पदक प्राप्त कर्ताओं में एक छात्रा एवं तीन छात्र हैं। इनमें एमएड के यशवंत कुमार के अलावा एमएलआईएस के राहुल कुमार, एमडी में पूजा मिश्रा एवं एमएस में आदित्य कुमार के नाम शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 के लिए 20 स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा। इनमें 12 छात्राएं एवं 8 छात्र हैं। इनमें शिक्षा संकायान्तर्गत एमएड के प्रदीप कुमार मेहता और वाणिज्य संकायान्तर्गत वाणिज्य में प्रभु कुमार भी शामिल हैं।

इस वर्ष विज्ञान संकायान्तर्गत भौतिकी में शिवम् कृष्णा, रसायनशास्त्र में नेहा कुमारी, वनस्पति विज्ञान में अविनाश कुमार, जंतु विज्ञान में अंशु आनंद एवं गणित में श्रुति अग्रवाल को स्वर्ण पदक मिलेगा। सामाजिक विज्ञान संकायान्तर्गत भूगोल में अनीशा, गृह विज्ञान में कुमारी रेणुका रंजना, मनोविज्ञान में निशा कुमारी, समाजशास्त्र में प्रज्ञा गौतम, राजनीति विज्ञान में जयदीप मोनु, इतिहास में सुमित कुमार एवं अर्थशास्त्र में जूली कुमारी के नाम भी स्वर्ण पदक विजेताओं में शामिल हैं।

मानविकी संकायान्तर्गत दर्शनशास्त्र में अर्चना कुमारी, हिंदी में राधा कुमारी, अंग्रेजी में श्वेता कुमारी, उर्दू में सबा परवीन, मैथिली में संजय कुमार एवं संस्कृत में अर्चिता रानी को स्वर्ण पदक मिलेगा।

वर्ष 2018 के लिए 20 स्वर्ण पदक विजेताओं की सूची में 11 छात्राएं एवं 9 छात्र हैं। इनमें वाणिज्य संकायान्तर्गत वाणिज्य में आर्यमन स्मित परयातीयार को स्वर्ण पदक मिलेगा। इसमें विज्ञान संकायान्तर्गत भौतिकी में मणिकांत कुमार, रसायनशास्त्र में श्यामा अहद, वनस्पति विज्ञान में सपना कुमारी, जंतु विज्ञान में शिखा रानी, गणित में बिनित कुमार को स्वर्ण पदक मिलेगा। इस वर्ष सामाजिक विज्ञान संकायान्तर्गत भूगोल में मो. शाहनवाज, गृह विज्ञान में नेहा कुमारी, मनोविज्ञान में कावेरी कुमारी, समाजशास्त्र में रूचिका कुमारी, राजनीति विज्ञान में मुकेश कुमार, इतिहास में अवधेश कुमार अमन, अर्थशास्त्र में अनामिका कुमारी के नाम स्वर्ण पदक प्राप्तकर्ताओं में शामिल हैं।

स्वर्ण पदक की सूची में मानविकी संकायान्तर्गत दर्शनशास्त्र में जाह्नवी, हिंदी में सुजाता, अंग्रेजी में मीनाक्षी आनंद, उर्दू में मो. इम्तियाज आलम, मैथिली में मुकेश कुमार राय, संस्कृत में प्रीति कुमारी, बंगला में आलमगीर आलम के नाम भी शामिल हैं।

*मिलेगा स्वर्ण पदक*
उन्होंने बताया कि तृतीय दीक्षांत समारोह में यह निर्णय लिया गया था कि जिस विषय में दस से कम विद्यार्थी होंगे, उस विषय में स्वर्ण पदक नहीं दिया जाएगा। कुलपति डॉ. आर. के. पी. रमण ने पूर्व के इस निर्णय को बदलते हुए सभी विषयों में स्वर्ण पदक देने का सराहनीय निर्णय लिया गया। इसमें मैथिली, संस्कृत, उर्दू एवं दर्शनशास्त्र जैसे कम छात्र संख्या वाले विद्यार्थियों को भी स्वर्ण पदक मिलने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।

*सोमवार तक होगा आवेदन*
उन्होंने बताया कि दीक्षांत समारोह को लेकर विद्यार्थियों में काफी उत्साह है। विद्यार्थियों द्वारा विश्वविद्यालय में लगातार आवेदन प्रपत्र जमा किया जा रहा है। 18 जुलाई (सोमवार) तक आवेदन प्रपत्र स्वीकार किया जाएगा। समस्त शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की छायाप्रति के साथ संबंधित विभाग/ महाविद्यालय से अग्रसारित कराकर निर्धारित शुल्क के साथ शुल्क काउंटर पर जमा कराया जा सकता है। एमए, एमएससी एवं एमकॉम हेतु 12 सौ, एमएलआईएस एवं एमएड हेतु 15 सौ, पीएचडी हेतु दो हजार तथा एमएस एवं एमडी हेतु चार हजार शुल्क निर्धारित किया गया है।

*स्नातकोत्तर एवं पीएचडी वालों को मिलेगी उपाधि*
उन्होंने बताया कि चतुर्थ दीक्षांत समारोह में पीएच. डी. एवं स्नातकोत्तर के विद्यार्थी भाग लेंगे। इस निमित्त 14 दिसंबर, 2019 से अद्यतन पीएच. डी. डिग्री और स्नातकोत्तर 2016-18 एवं 2017-19, एमडी एवं एमएस 2020 (i), एमएलआईएस 2019-20, एमएड 2017-19, 2018-20 एवं
2019-21 के विद्यार्थियों का प्रमाण पत्र बन रहा है।