BNMU बीएनएमयू संवाद के दो वर्ष पूरे

*बीएनएमयू संवाद के दो वर्ष पूरे*

कोरोना काल में जब ऑफलाइन शैक्षणिक एवं सृजनात्मक गतिविधियाँ थम-सी गई थीं, तो कई संस्थानों एवं व्यक्तियों ने ऑनलाइन शिक्षण एवं सृजन के क्षेत्र में अपनी पहचान स्थापित की। इसी कड़ी में 12 मई, 2020 को बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने बीएनएमयू संवाद नामक एक यू-ट्यूब चैनल की शुरूआत की। इसके माध्यम से उन्होंने विश्वविद्यालय और शिक्षा जगत की सकारात्मक सूचनाओं एवं गतिविधियों को जन-जन तक पहुंचाने का सार्थक प्रयास किया।

*उपलब्धियों एवं कमियों की समीक्षा*

यू-ट्यूब चैनल बीएनएमयू संवाद के दो वर्ष पूरे होने पर बुधवार को डाॅ. शेखर ने इसकी उपलब्धियों एवं कमियों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि अब तक इस चैनल के लगभग पांच हजार आठ सौ पचास सबस्क्राइबर हो चुके हैं। साथ ही लोग इस चैनल को दो लाख इकतीस है चार सौ बार देख चुके हैं। इस पर ग्यारह सौ से अधिक विडियो अपलोड किए जा चुके हैं। इनमें से कई विडियो हजार से अधिक लोगों द्वारा देखे गए हैं। एक विडियो को पाँच हजार चार सौ व्यू मिला है।

*महत्वपूर्ण आयोजनों का हुआ लाइव प्रसारण*
उन्होंने बताया कि बीएनएमयू संवाद के माध्यम से कई महत्वपूर्ण आयोजनों का लाइव प्रसारण किया गया। साथ ही एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार, सात परिचर्चा और दस राष्ट्रीय वेबिनार सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
*मिला है कई महत्वपूर्ण लोगों का आशीर्वाद*

उन्होंने बताया कि बीएनएमयू संवाद को कई महत्वपूर्ण लोगों का आशीर्वाद मिला है और इसके माध्यम से दर्जनों महत्वपूर्ण व्यक्तियों के व्याख्यानों एवं साक्षात्कारों का प्रसारण किया गया है। इसमें पूर्व सांसद एवं संस्थापक कुलपति प्रोफेसर डाॅ. रमेन्द्र कुमार यादव रवि, पूर्व सांसद एवं पूर्व कुलपति पद्मश्री प्रोफेसर डाॅ. रामजी सिंह, कुलपति प्रोफेसर डाॅ. राम किशोर प्रसाद रमण, पूर्व कुलपति प्रोफेसर डाॅ. अवध किशोर राय, पूर्व प्रभारी कुलपति प्रोफेसर डाॅ. ज्ञानंजय द्विवेदी, कुलपति प्रोफेसर डाॅ. फारूक अली, के अध्यक्ष प्रोफेसर डाॅ. रमेश चंद्र सिन्हा, अखिल भारतीय दर्शन परिषद् के अध्यक्ष प्रोफेसर डाॅ. जटाशंकर एवं भारतीय महिला दर्शनिक परिषद् के अध्यक्षा प्रोफेसर डाॅ. राजकुमारी सिन्हा आदि प्रमुख हैं।

*स्थाई कर्मी का नहीं होना है समस्या*
उन्होंने बताया कि सबसे बड़ी कमी एक स्थाई कर्मी का नहीं होना है। यदि एक-दो व्यक्ति इसमें स्थाई रूप से कार्य कर रहे होते, तो आज यह चैनल काफी आगे होता। इसके अलावा विडियो क्वालिटी भी अभी उच्च स्तरीय नहीं है। साथ विडियो अपलोड करने में नियमितता नहीं होना एक बड़ी समस्या है।

*सहयोगियों के प्रति आभार*
उन्होंने आशा व्यक्त की है कि आने वाले दिनों में कमियों को दूर किया जाएगा और सब्सक्रिप्शन बढ़ेंगे। उन्होने इसमें प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से सहयोग करने वाले सभी लोगों विशेष रूप से तकनिकी सहयोगी मणिष कुमार एवं सौरभ कुमार चौहान के प्रति आभार व्यक्त किया है।